Exclusive: मैं लव मैरिज करना चाहूंगा- प्रभास
ग्लोबल आइकॉन करार किए जा चुके अभिनेता प्रभास की बहुप्रतीक्षित फ़िल्म राधे श्याम जल्द ही सिनेमाघरों में दस्तक देने जा रही है. इस फ़िल्म में उनके अपोजिट पूजा हेगड़े होंगी.
ग्लोबल आइकॉन करार किए जा चुके अभिनेता प्रभास की बहुप्रतीक्षित फ़िल्म राधे श्याम जल्द ही सिनेमाघरों में दस्तक देने जा रही है. इस फ़िल्म में उनके अपोजिट पूजा हेगड़े होंगी. उनकी इस फ़िल्म,साउथ सिनेमा के बढ़ते क्रेज और आनेवाली फिल्मों पर उर्मिला कोरी की हुई बातचीत
राधेश्याम फ़िल्म की कहानी में आपको क्या खास लगा?
ये फ़िल्म प्यार,किस्मत और साइंस इन सभी पहलुओं पर है. साइंस सही है, किस्मत या प्यार की बातें सही हैं. फ़िल्म में मेरा किरदार विक्रमादित्य का है, जो किस्मत में यकीन करता है. इस फिल्म में जो क्लाइमेक्स है, निर्देशक ने बहुत सोच कर बनाया है, वह कमाल का है. उम्मीद है कि दर्शकों को भी पसंद आएगा.
निजी जिंदगी में भी क्या आप अपने किरदार की तरह भाग्य पर विश्वास करते हैं?
पर्सनल लाइफ में मुझे हमेशा लगता है कि मेहनत सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके बाद एक किस्मत भी होती है मैं अपनी जिंदगी में बाहुबली की बात करूं, तो उस फिल्म में मेरी बहुत मेहनत लगी थी और राजामौली सर को उसमें विश्वास बहुत था.
साउथ की फिल्मों इनदिनों हिंदी सिने प्रेमियों की पहली पसंद बन चुका है इस बदलाव को कैसे देखते हैं?
अभी कुछ भी कह पाना मुश्किल है, अभी भी यह कंफ्यूजिंग वाली स्थिति है, क्योंकि आप देखें तो बाहुबली, केजीएफ और पुष्पा ने ही शानदार तरीके से, रिकॉर्ड तोड़ कमाई की है. तो अब भी यह समझ पाना मुश्किल है, क्या वर्क करेगा, क्या नहीं. एक तरह से हमलोग ट्रायल ही कर रहे हैं. कई ऐसी फिल्में हैं, जो हिंदी में अच्छी कर रही हैं तेलुगू में नहीं, साहो ने हिंदी में अच्छा किया, तेलुगू से अधिक तो मुझे लगता है कि अभी इसे समझने में थोड़ा समय और लगेगा.
आपकी फ़िल्म बाहुबली के बाद पुष्पा की वजह से अल्लू अर्जुन को हिंदी सिने प्रेमियों में वो लोकप्रियता मिली है, तो क्या आप अर्जुन को अपने लिए कॉम्प्टिशन मानते हो?
कॉम्प्टिशन एक अच्छी चीज है. हम सबके फील्ड में यह रहना चाहिए. मैं यह जरूर कहना चाहूंगा कि अल्लू अर्जुन ने पुष्पा में एक शानदार काम किया है. मैं तो कहना चाहता हूं कि हमारे सिनेमा का इतिहास 100 साल से भी ज्यादा हो चुका है. मुझे तो लगता है, हम काफी लेट हैं, यह कहने में कि हम एक हैं और हमारा सिनेमा इंडियन सिनेमा है. मुझे लगता है कि आपस में कॉम्प्टिशन रखने की जगह, हमें दुनिया के बाकी सिनेमा से कॉम्प्टिशन रखना चाहिए. हम एक हैं.
आपकी अगली फिल्म आदिपुरुष है जिसमें आप भगवान राम बनें हैं?
मैं सच कहूँ तो बाहुबली को लेकर मैं उतना डरा हुआ नहीं था, जितना ‘आदिपुरुष’ को लेकर डरा हुआ हूँ. ‘आदिपुरुष’ पर पूरे देश की नजर रहेगी. सिर्फ मैं ही नहीं निर्देशक ओम राउत भी टेंशन में हैं कि आखिर दर्शक उस फिल्म को कैसे लेंगे. लेकिन इसके साथ ये भी कहूँगा कि उस कहानी में कोई ऐसा कोई विवाद नहीं है, सो मुझे लगता है कि दर्शक पसंद करेंगे.
आदिपुरुष में आप राम बनें हैं क्या लार्जर देन लाइफ किरदार आपकी प्राथमिकता हमेशा रहेंगे?
बिल्कुल भी नहीं, मैं एक ही किरदार में बंधना नहीं चाहता हूँ, इसलिए मैं कॉमेडी और लव स्टोरी जैसी फिल्में भी बीच बीच में करता रहता हूँ, ताकि खुद को एक ही इमेज में ना रखूं. साहो और राधेश्याम इसका उदाहरण हैं. मैंने अपनी फीस भी कम कर दी है कि डायरेक्टर यह न सोचें कि मैं बाहुबली के बाद ऐसी फिल्में नहीं करूँगा. साहो में, राधे श्याम में सबमें मैंने कम फीस ली है.
अमिताभ बच्चन के साथ नाग अश्विन की फ़िल्म आप कर रहे हैं, उन्होंने सोशल मीडिया पर आपकी मेहमान नवाजी की भी काफी चर्चा की थी?
मेरा यह हमेशा से सपना था कि मैं उनके साथ काम करूं. मैं और मेरा परिवार लोगों को खाना खिलाना बहुत पसंद करता है. जब मैं किसी से पूछता हूं कि खाने में क्या पसंद करेंगे और वह कह देते हैं, कुछ भी तो मुझे समझ नहीं आता है कि क्या भेजना है, तो मैं बहुत सारी वेरायटी भेज देता हूं. वेज में अधिक सोचना पड़ता है. नॉन वेज में ज्यादा नहीं सोचना पड़ता है तो अमिताभ सर के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. पहले दिन शूट पर मैं बहुत उत्साहित था बार बार अश्विन को तंग करता था कि मुझे जल्दी से सर के साथ शूट करना है. जब पहला दिन था, उस दिन मेरा शॉट नहीं हुआ, दूसरे दिन अमिताभ सर का अलग सीन था. मैं अश्विन से कहता कि अब मुझे इंतजार नहीं हो रहा है, मुझे सर के साथ सीन शूट करना ही है.
ओटीटी पर आने की कोई प्लानिंग है?
नहीं अभी तो मैं कुछ नहीं कह सकता, फिलहाल मेरी सारी फिल्में बड़े परदे पर ही आएँगी और मैं बहुत ज्यादा अभी ओटीटी की तरफ रुझान में नहीं हूँ. अभी आगे का पता नहीं. लेकिन हाँ मैं ये बात जरूर कहूंगा कि कोविड में इंडस्ट्री को ओटीटी की वजह से काफी मदद की है.
आपकी जिस तरह की पॉपुलैरिटी है उसमें आप विज्ञापन फिल्मों से किस तरह से दूरी बना पाते हैं?
विज्ञापन फिल्मों को लेकर मेरी अधिक दिलचस्पी नहीं रही है. मुझे बहुत ज्यादा एक्सपोज करना खुद को पसंद नहीं है, इसलिए मैं बहुत ज्यादा विज्ञापन फिल्में नहीं कर सकता हूँ. मैंने अब तक केवल एक ही विज्ञापन फ़िल्म की है. एक्टिंग करने के बाद, मैं अपनी दुनिया में रहना चाहता हूँ.
आप बाहुबली के बाद एक ग्लोबल आइकॉन बन गए तो आप अब स्टारडम को अपने किस तरह से देखते हैं??
सच कहूं तो, जब बाहुबली हिट हुई, और अचानक से लोकप्रियता का अनुपात 1:1000 गुना हो गया था. मेरे लिए इसको पचा पाना काफी कठिन था. मुझे यह सबकुछ समझने में काफी टाइम लगा यह समझने में. मैं बस यह कहना चाहता हूं कि बाहुबली को होना था, वह हो गया. मैं और राजामौली ने एक दूसरे पर विश्वास किया और काम होता गया. उन्होंने मुझसे जितना समय मांगा मैने दिया. वह एक घंटे का समय देते थे, और मान लीजिए मैं गोवा में हूं तो मैं भाग कर जाता था और शूट शुरू कर देता था.
बाहुबली के बाद से ही आपकी शादी का सवाल लगातार सवालों में बना हुआ है?
जहां तक बात शादी की है, तो मुझे भी लगता है कि हाई टाइम है, मुझे शादी कर लेनी चाहिए. मैं लव मैरिज करना चाहूंगा.