Explainer: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों झारखंड के 9 जिलों को मिला भूमि सम्मान, इसके बारे मे जानें

भूमि संबंधित दस्तावेजों के राइट ऑफ रिकॉर्ड का बेहतर ढंग से डिजिटलाइजेशन करने को लेकर झारखंड के नौ जिलों को भूमि सम्मान 2023 से सम्मानित किया गया. इसके तहत गुमला के अलावा, दुमका, गिरिडीह, चतरा, खूंटी, लोहरदगा, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और सिमडेगा जिले को यह सम्मान मिला है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2023 7:51 PM
an image

Jharkhand News: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड के नौ जिलों के उपायुक्तों को भूमि सम्मान से समानित किया. इसके तहत भूमि संबंधित दस्तावेजों के राइट ऑफ रिकॉर्ड का बेहतर ढंग से डिजिटलाइजेशन करने पर सम्मान मिला है. इस सम्मान के लिए देशभर से कुल 75 जिलों का चयन हुआ था. जिसमें झारखंड के नौ जिले गुमला समेत दुमका, गिरिडीह, चतरा, खूंटी, लोहरदगा, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और सिमडेगा जिले को सम्मान मिला है.

Explainer: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों झारखंड के 9 जिलों को मिला भूमि सम्मान, इसके बारे मे जानें 3

गुमला डीसी को मिला सम्मान

गुमला जिला को भूमि सम्मान से नवाजा गया है. विज्ञान भवन, दिल्ली में महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा गुमला डीसी सुशांत गौरव को भूमि सम्मान से नवाजा गया. बताया गया कि जिले में 99 प्रतिशत से अधिक राइट ऑफ रिकॉर्ड जैसे सेल डीड, खतियान एवं अन्य भूमि संबंधित दस्तावेजों का डिजिटलाइजेशन किया गया है.

Explainer: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों झारखंड के 9 जिलों को मिला भूमि सम्मान, इसके बारे मे जानें 4

गुमला जिले को मिला सम्मान

डिजिटल इंडिया भूमि रिकॉर्ड आधुनिकीकरण कार्यक्रम (डीआईएलआरएमपी) के तहत देश के 28 राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों के 766 जिले में भूमि रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण की प्रक्रिया चल रही है. जिसमें बेहतर तरीके से भूमि रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण करने वाले गुमला सहित 75 जिले के उपायुक्त और अपर समाहर्ता को सम्मानित किया गया. इस गौरवमय समय में अपर समाहर्ता सुधीर कुमार गुप्ता एवं अनुमंडल पदाधिकारी सदर रवि जैन भी मौजूद रहे. इस दौरान देश के कई बड़े प्रशासनिक अधिकारी एवं कई राज्यों के आमंत्रित पदाधिकारी मौजूद थे. बता दें कि इस साल गुमला जिले के लिए यह दूसरा सुनहरा अवसर रहा. जब जिले को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार मिला. इससे पूर्व गुमला जिले को देश का प्रतिष्ठित पीएम अवार्ड भी मिल चुका है.

Also Read: झारखंड : किसान कम अवधि वाले धान की सीधी करें बुआई, बेहतर होगा उत्पादन, बीएयू की अपील

राष्ट्रपति के हाथों भूमि सम्मान 2023 से सम्मानित हुए सरायकेला डीसी अरवा राजकमल

वहीं, सरायकेला-खरसावां के डीसी अरवा राजकमल को भूमि सम्मान 2023 से सम्मानित किया गया. महामहिम द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें यह सम्मान दिया. इस जिले में भी भूमि संबंधी सभी कार्य ऑनलाइन हुए हैं. जिसके कारण उपायुक्त अरवा राजकमल एवं टीम को भूमि सम्मान-2023 प्लेटिनम सर्टिफिकेट प्रदान कर भूमि रिकॉर्ड सुधार के लिए संचालित अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया. इस दौरान अपर उपायुक्त सुबोध कुमार सिन्हा एवं जिला भू-अर्जन पदाधिकारी सरोज तिर्की भी मौजूद थे.

भूमि सम्मान से खूंटी जिला सम्मानित

इसके अलावा भूमि रिकॉर्ड सुधार के लिए संचालित अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर भूमि संसाधन विभाग, भारत सरकार द्वारा खूंटी जिले को सम्मानित किया गया है. मंगलवार को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन के सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में खूंटी उपायुक्त शशि रंजन और टीम को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पुरस्कृत किया. राष्ट्रपति ने उन्हें भूमि सम्मान 2023 प्लेटिनम सर्टिफिकेट प्रदान की. खूंटी को छह अलग-अलग बिंदुओं पर सम्मानित किया गया है. इस दौरान मुख्य रूप से एसी अरविंद कुमार, डीसीएलआर जितेंद्र मुंडा आदि उपस्थित थे.

लोहरदगा जिला को भी मिला सम्मान

डिजिटल इंडिया भूमि अभिलेख आधुनिकीकरण कार्यक्रम (डीआईएलआरएमपी) में सौ फीसदी पूर्णता हासिल करने को लेकर लोहरदगा जिला को भी भूमि सम्मन 2023 से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को लोहरदगा डीसी डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण को यह सम्मान प्रदान किया. इस मौके पर उप विकास आयुक्त समीरा एस और जिला पंचायती राज पदाधिकारी पवन कुमार भी मौजूद थे.

Also Read: झारखंड के जेलों में क्षमता से अधिक कैदी हैं बंद, सुपरिटेंडेंट सहित 81 प्रतिशत पद अब भी है खाली

राष्ट्रपति ने कार्यों की सराहना की

इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डीआईएलआरएमपी योजना के तहत किये गये कार्यों की सराहना की. वहीं, आशा व्यक्त करते हुए कहा कि शेष जिलों में भी उक्त कार्य जल्द ही शत प्रतिशत पूर्ण कर लिये जाये.

क्या है भूमि सम्मान

डिजिटल इंडिया भूमि रिकॉर्ड आधुनिकीकरण कार्यक्रम (डीआईएलआरएमपी) के तहत लैंड रिकॉर्ड के के आधुनिकीकरण, समुचित संरक्षण एवं कुशल प्रबंधन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को भूमि सम्मान दिया जाता है. इसके तहत देश के 28 राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों के 766 जिले में भूमि रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण की प्रक्रिया चल रही है. भूमि सम्मान के रूप में उत्कृष्ट जिलों को प्लैटिनम ग्रेडिंग सर्टिफिकेट दिया जाता है.

झारखंड के नौ जिलों को मिला सम्मान

भूमि सम्मान 2023 के लिए झारखंड के नौ जिलों का चयन हुआ. इसके तहत गुमला, लाेहरदगा, सिमडेगा, चतरा, गिरिडीह, खूंटी, सरायकेला-खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम और दुमका जिले को यह सम्मान मिला है. इन जिलों के डीसी के नेतृत्व में संबंधित अपर समाहर्ता एवं अन्य राजस्व पदाधिकारी द्वारा डिस्ट्रिक्ट टीम की ओर से राष्ट्रपति के हाथों यह पुरस्कार ग्रहण किया गया. वहीं, राज्य की ओर से राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग के के सचिव अमिताभ कौशल के नेतृत्व में भू-अर्जन, भू-अभिलेख एवं परिमाप के निदेशक उमा शंकर सिंह और संयुक्त निबंधन महानिरीक्षक शहाब सिद्दीकी द्वारा यह पुरस्कार ग्रहण किया गया.

Also Read: झारखंड : कसमार की सरस्वती सिंह बनीं बोकारो की ‘आयरन लेडी’, महिला हिंसा के खिलाफ लगातार उठाती रही हैं आवाज
Exit mobile version