सावधान! आमजनों से लेकर अधिकारियों को अपना निशाना बना रहे साइबर क्रिमिनल्स, जानें कैसे रहें सुरक्षित
आमजनों से लेकर अधिकारी तक साइबर क्रिमिनल्स के शिकार हो रहे हैं. ऐसे में जरूरी है कि कैसे इससे बचे. पुलिस अधिकारियों को कहना है कि लोक-लुभावने और आकर्षक ऑफर वाले मैसेज से सावधानी बरतें. वहीं, अगर साइबर अपराध के शिकार हैं, तो 1930 में डायल करें.
Jharkhand Cyber Crime News: साइबर क्रिमिनल्स आमलोगों के साथ-साथ अधिकारियों को भी अपना निशाना बना रहा है. ऐसा की एक मामला गुमला में देखने को मिला. साइबर क्रिमिनल्स ने गुमला डीसी सुशांत गौरव के नाम फेक आईडी बनाकर कई अधिकारियों को मैसेज भेजा, लेकिन इसके पहले ही फेक आईडी की जानकारी गुमला डीसी को हो गयी. उन्होंने तत्काल इस फेक आईडी को लेकर सभी सतर्क किया. साइबर क्रिमिनल्स इससे पहले भी कई अधिकारी और लोगों को अपना निशाना बना चुके हैं. ऐसे में साइबर क्राइम से कैसे बचे. इसको लेकर हर कोई जानना चाहता है.
साइबर क्राइम से बचने का बेहतर विकल्प है सावधानी
गुमला सर्किल के इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने कहा कि साइबर क्राइम से बचना है, तो सावधानी ही बेहतर विकल्प है. साइबर क्रिमनल कब किसे अपना निशाना बनाएगा, कहा नहीं जा सकता. लेकिन, अगर आप जागरूक रहेंगे, तो साइबर क्राइम से जरूर बच सकते हैं. व्हाटसऐप पर गोपनीयता सेटिंग्स का उपयोग करके संवेदनशील जानकारी तक पहुंच को प्रतिबंधित करें.
लुभावने गिफ्ट एवं लॉटरी संबंधित फोन कॉल और मैसेज से सावधान रहने की अपील
उन्होंने कहा कि लुभावने गिफ्ट एवं लॉटरी से संबंधित फोन कॉल एवं मैसेज से सावधान रहें. किसी भी वेबसाइट से कुछ भी खरीदने से पहले पूर्ण जांच जरूर कर लें. सोशल मीडिया में पोस्ट करते समय व्यक्तिगत विवरण साझा करने से बचें. क्योंकि यह विवरण साइबर धोखेबाजों द्वारा ठगी करने और आपसे ग्राहक सेवा अधिकारी के रूप में बात करने के लिए दुरुपयोग किया जा सकता है.
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साइबर अपराध के शिकार होने पर 1930 में करें डायल
इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने कहा कि बैंक का कस्टमर केयर नंबर क्रेडिट और डेबिट कार्ड के पीछे लिखा होता है. बैंकिंग /वित्तीय साइबर अपराध होने पर उससे सहायता प्राप्त कर सकते हैं. कस्टमर केयर नंबर को सर्च इंजन के माध्यम से न लेकर संबंधित कंपनी/बैंक के वेबसाइट से ही लें. ऐसे ऐप्स से सावधान रहें जो बहुत अधिक ब्याज दरों पर अल्पकालिक ऋण प्रदान करके बाद में उत्पीड़न के लिए आवेदक के संपर्क और तस्वीर का उपयोग कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर आप साइबर अपराध के शिकार हैं, तो 1930 में डायल करें.
Posted By: Samir Ranjan.