Prabhat Khabar Special: गढ़वा में खेतों की सूख रही नमी, सरकारी गोदामों में महीनों से पड़े हैं सरसों बीज

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत केंद्र द्वारा भेजी गयी 141 क्विंटल सरसों के बीज गढ़वा के गोदामों में महीनों से पड़ी है. किसानों के बीच सरसों के बीज का वितरण नहीं होने से उनकी खेतों की नमी खत्म होने लगी है. इससे सरसों पैदावार के लक्ष्य को प्राप्त करने में इस बार किसानों को परेशानी होगी.

By Samir Ranjan | November 3, 2022 8:57 PM
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Prabhat Khabar Special: साल 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने की बात कही जा रही है, लेकिन सरकारी विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मियों की लापरवाही की वजह से किसान वर्तमान समय में मिल रहे लाभ से भी वंचित हो रहे हैं. गढ़वा जिले में किसानों के बीच वितरण के लिए 141 क्विंटल सरसों बीज एक महीने से पड़ी हुई है, लेकिन इसका वितरण नहीं किया जा रहा है.

खेतों की नमी हो रही खत्म

गढ़वा जिले में रबी फसलों की बुआई का मौसम निकल रहा है. अक्टूबर महीने में बारिश की वजह से खेत में हल चलाने लायक जो नमी बनी थी, वह भी खत्म होने की ओर है. लेकिन, किसानों के बीच अभी तक बीज वितरण नहीं किया गया है. बताया गया कि इस बार रजिस्टर्ड किसानों के बीच ही बीज का वितरण करना है, लेकिन कृषि विभाग की ओर से किसानों के रजिस्ट्रेशन में देरी और सुस्त गति से शुरू किये जाने एवं वितरण की तैयारी आधी अधूरी होने की वजह से इसका वितरण कुछ ही पंचायतों में किया जा सका है. शेष बीज गोदामों में पड़े हुए हैं.

कालाबाजारी के लिए जान-बूझकर की जाती है देरी

किसानों का कहना है कि कृषि विभाग को जो बीज समय से प्राप्त हो जाते हैं, उसका वितरण भी जान-बूझकर देर से किया जाता है. इससे किसान बाजार से महंगे दामों में बीज खरीदकर बो देते हैं और बाद में विभागीय बीज की ओर से किसानों का ध्यान हट जाता है. इसके बाद बीज को बाजार में कालाबाजारी करने का आरोप लगाया है.

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वितरण के लिए प्राप्त है 141 क्विंटल सरसों बीज

गढ़वा जिले में अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में ही केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत किसानों के बीच वितरण के लिए 141 क्विंटल सरसों का बीज प्राप्त हुआ था. यह बीज प्रति किसान दो-दो किलो के पैकेट के हिसाब से शत-प्रतिशत अनुदान पर देना है. इसकी बुआई एक एकड़ खेत में करनी है, लेकिन करीब एक महीने का समय हो जाने के बाद भी इसका किसानों के बीच वितरण नहीं किया जा सका है. मालूम हो कि अक्टूबर माह में रबी फसल के बुआई के लायक करीब 90 एमएम बारीश हुई थी. अगर तभी बीज का वितरण कर दिया जाता, तो इस बार यहां सरसों की पैदावार बेहतर हो सकती थी.

क्या है प्रखंडों में सरसों बीज वितरण की स्थिति

गढ़वा प्रखंड की 22 पंचायतों में से सरसों का बीज सिर्फ दो पंचायतों में ही वितरित किया गया है.
केतार : केतार में 5.22 क्विंटल बीज प्रखंड कार्यालय को प्राप्त हुआ था, लेकिन अभी तक किसी भी किसान को बीज नहीं मिला है.

खरौंधी : खरौंधी प्रखंड में अभी तक किसी भी पंचायत में सरकारी बीज का वितरण नहीं किया गया, जबकि प्रखंड कृषि पदाधिकारी के अनुसार 3.25 क्विंटल सरसों का बीज प्रखंड कार्यालय में मौजूद है.

विशुनपुरा : विशुनपुरा में 3.75 क्विंटल सरसों का बीज वितरण के लिए मिला है. इसमें से सिर्फ पतिहारी पंचायत के 20 किसानों के बीच वितरण किया गया है.

भवनाथपुर : भवनाथपुर प्रखंड में अब तक एक भी किसानों के बीच बीज वितरण नहीं किया गया है. किसानों के बीच वितरण के लिए 6.70 क्विंटल बीज उपलब्ध कराया गया है.

नगरउंटारी : नगरउंटारी में अब तक किसानों के सरसों बीज का वितरण नहीं किया गया है और पैक्स गोदाम में भी बीज नहीं है.

डंडई : डंडई में सरसों बीज का वितरण नहीं किया गया है. बीटीएम के अनुसार, पांच नवंबर से बीज का वितरण किया जायेगा़

मझिआंव : मझिआंव में 6.70 क्विंटल प्रखंड कार्यालय को प्राप्त हुआ है, लेकिन इसका वितरण नहीं किया गया है.

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रिपोर्ट : पीयूष तिवारी, गढ़वा.

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