Prabhat Khabar Special: झारखंड के एक गांव में इनदिनों अधिकारियों की नो एंट्री है. कारण बिजली काटे जाने से ग्रामीण काफी नाराज हैं और सड़क को जाम कर अधिकारियों समेत उनके वाहनों को यहां से गुजरने से रोक रहे हैं. ग्रामीणों का साफतौर पर कहना है कि जब तक गांव में बिजली बहाल नहीं हो जाती, तब तक ECL समेत अन्य अधिकारियों को न तो गांव में प्रवेश करने दिया जा रहा है और न ही उनके वाहन को यहां से गुजरने दिया जा रहा है.
गोड्डा के बलिया गांव में अधिकारी समेत उनके वाहनों के आवागमन में रोक
यह मामला है गोड्डा जिला अंतर्गत महगामा प्रखंड क्षेत्र स्थित बलिया गांव का. यहां के सैकड़ों ग्रामीण अपनी मांग को लेकर मुख्य सड़क जाम किये हुए है. साथ ही इस गांव में किसी अधिकारी की एंट्री पर बैन लगा दी गयी है. इस दौरान राजमहल परियोजना के एरिया कार्यालय और खदान क्षेत्र में कार्य करने वाले पदाधिकारियों एवं कर्मियों के वाहनों की आवाजाही बलिया सड़क पर पूरी तरह से ठप है. मौके पर ग्रामीणों ने राजमहल परियोजना प्रबंधन द्वारा बिजली के विरोध में जमकर नारेबाजी कर रहे हैं.
ग्रामीणों का विरोध जारी
ग्रामीणों ने कहा कि बलिया गांव से काली मंदिर तक उक्त सड़क से होकर रोजाना राजमहल परियोजना के पदाधिकारी और कर्मियों की गाड़ी गुजरती है. यह सड़क बलिया गांव की निजी जमीन में है. जिसका उपयोग वर्षों से राजमहल परियोजना प्रबंधन करते आ रही है. बलिया गांव के ग्रामीण काली मंदिर जाने के लिए इस रास्ता का उपयोग करते हैं, लेकिन परियोजना प्रबंधन द्वारा उक्त सड़क का उपयोग आवागमन के लिए कई वर्षों से किया जा रहा है. जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं.
जब तक गांव में बिजली नहीं, तब तक वाहनों की नो एंट्री
ग्रामीणों ने कहा कि परियोजना प्रबंधन अपने वाहनों के परिचालन के लिए अलग से सड़क की व्यवस्था करें अन्यथा बलिया मुख्य सड़क से होकर परियोजना प्रबंधन का वाहन नहीं गुजरने दिया जायेगा. इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने बिजली नहीं, तो सड़क नहीं का नारा लगाते हुए कहा कि जब तक परियोजना प्रबंधन द्वारा बिजली का कनेक्शन फिर से नहीं जोड़ा जाता है तब तक सड़क जाम जारी रहेगा.