विनोबा भावे यूनिवर्सिटी के पीजी और सभी कॉलेज में दो शिफ्ट में होगी पढ़ाई- कुलपति
विनोबा भावे यूनिवर्सिटी की ओर से छात्रों के हित में कौन-कौन से बड़े कदम उठाए गए हैं. इसको लेकर कुलपति प्रो डॉ मुकुल नारायण देव से प्रभात खबर ने विशेष बातचीत की. कुलपति ने यूनिवर्सिटी के पीजी और सभी कॉलेज में दो शिफ्ट में पढ़ाई की बात कही, वहीं इस यूनिवर्सिटी से कई नये कोर्स की शुरुआत की बात कही.
Prabhat Khabar Special: विनोबा भावे यूनिवर्सिटी हजारीबाग, पीजी विभाग, सभी अंगीभूत और संबंधन प्राप्त कॉलेज में तत्काल क्या बड़े बदलाव होनेवाले हैं, यूनिवर्सिटी की ओर से छात्रों के हित में कौन-कौन से बड़े कदम उठाने के निर्णय लिए गये हैं. विभावि में झारखंड स्तर पर सबसे पहले युवाओं को रोजगार देनेवाले कौन से बड़े कोर्स तत्काल शुरू होने जा रहे हैं. नयी शिक्षा नीति के लिए यूनिवर्सिटी का रॉल मॉडल पाठ्यक्रम बनकर हुआ तैयार, नैक की टीम आने के पूर्व विवि की क्या है तैयारी समेत विवि पर क्या होगा इसका असर प्रभात खबर ने पूरी पड़ताल की है. विनोबा भावे के कुलपति डॉ मुकुल नारायण देव के पास विवि के विकास के लिए क्या है रोड मैप, यह भी जानने का प्रयास किया गया है. प्रस्तुत है विभावि में होने वाले नये बदलाव की पूरी जानकारी कुलपति की जुबानी.
स्टूडेंट वेलफेयर वीसी फंड
विनोबा भावे यूनिवर्सिटी, हजारीबाग के पीजी और सभी कॉलेजों में यूजी की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को आर्थिक तंगी के कारण बीच में पढ़ाई नहीं रोकना पड़े, इसके लिए कुलपति डॉ मुकुल नारायण देव ने स्टूडेंट वेलफेयर वीसी फंड बनाया है. इस फंड में राशि की व्यवस्था विभिन्न स्रोत से होगी. प्रारंभिक समय में विभावि परिसर में बैंक को उपलब्ध कराये गये भवन से किराये की राशि, विवि में नामांकन के लिए पेमेंट गेट-वे से प्राप्त राशि, कॉलेज में एक से ज्यादा खाते में जमा राशि को नियमानुकूल सबसे अधिक सूद उपलब्ध करानेवाले बैंक खाते रखने व फिक्स डिपॉजिट से उपलब्ध राशि को स्टूडेंट वेलफेयर वीसी फंड में डाली जायेगी.अनुमान के अनुसार पीएनबी बैंक से अभी तक का किराया और बिजली बिल लगभग 72 लाख रुपये, कॉलेज में उपलब्ध राशि, फिक्स डिपॉजिट से प्रत्येक माह तीन लाख रुपये और अन्य स्रोतों से मिला कर करोड़ों रुपये यहां जमा हो जायेगा. इस फंड के संचालन के लिए एक कमेटी कार्य करेगी. विवि और कॉलेज के जरूरतमंद विद्यार्थी के आवेदन पर फीस उपलब्ध करा कर पढ़ाई को जारी रखी जायेगी.
दो शिफ्ट में यूनिवर्सिटी और कॉलेज में होगी पढ़ाई
कुलपति प्रो मुकुल नारायण देव ने बताया कि विभावि परिसर में संचालित स्नातकोत्तर विभाग और सभी कालेज में सामान्य और व्यवसायिक कोर्स की पढ़ाई दो शिफ्ट में होगी.17 सितंबर से यह नयी व्यवस्था शुरू हो जायेगी.रेगुलर कोर्स सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे दिन तक चलेगा. सेल्फ फाइनांस कोर्स देपहर 12 बजे से शाम छह बजे चलेगा. विवि की ओर से सीटी बस की व्यवस्था की जायेगी. कक्षा के बाद छात्र बस के माध्यम से शहर तक जा सकेंगे.
सभी पांच जिलों में इंटीग्रेटेड बीएड व एमएड की पढ़ाई
कुलपति डॉ देव ने बताया कि चतरा, कोडरमा, रामगढ़, गिरिडीह और हजारीबाग के अंगीभूत कॉलेजों में इंटीग्रेटेड बीएड और एमएड की पढाई शुरू की जायेगी.विवि की टीम द्वारा आधारभूत संरचना और कोर्स शुरू करने संबंधी रिपोर्ट कई अंगीभूत कॉलेज का निरीक्षण के बाद विवि को उपलब्ध करायी जायेगी. इसके बाद कॉलेज का चयन होगा.वर्तमान समय में विभावि परिसर हजारीबाग में इसकी पढ़ाई हो रही है. पांच जिलों के विद्यार्थियों को हजारीबाग में आगकर पढ़ाई करने से परेशानी हो रही है.
12 घंटे तक केंद्रीय पुस्तकालय खुली रहेगी
कुलपति डॉ देव ने बताया कि विवि की केंद्रीय पुस्तकालय सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक खुली रहेगी. इंटरनेट समेत सभी व्यवस्था विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध रहेगी. विवि की पढ़ाई दो शिफ्ट में होने के बाद यह व्यवस्था उपलब्ध करायी जा रही है.
युवाओं को रोजगार देनेवाला तीन नये कोर्स की शुरुआत
झारखंड राज्य में सबसे पहले विभवि में कई नये कोर्स की शुरूआत होगी. कुलपति ने बताया कि विभावि में साइबर डिफेंस नया पाठ्यक्रम की शुरूआत होगी. यह पाठयक्रम एमओयू के तहत शुरू किया जा रहा है. किसी भी विषय से स्नातक में उत्तीर्ण विद्यार्थी एक वर्ष के इस कोर्स में विद्यार्थी नामांकन ले सकते हैं. एक हजार छात्र एक सत्र में नामांकन लेंगे. 17 सितंबर से कक्षा शुरू होगी. एक साल का शुल्क 80 हजार रुपये, जीएसटी अलग से लिया जायेगा.
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आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी एंड मशीन लर्निंग, एआइएमएल कोर्स
इस नये कोर्स की शुरुआत 22 अगस्त से होगी. इसमें 30 सीट हैं. तीन वर्ष का कोर्स है. जिसमें पढ़ाई छह सेमेस्टर में पूरी होगी . प्रत्येक सेमेस्टर के लिए 30 हजार रूपया शुल्क है. नयी शिक्षा नीति के तहत सभी कंपनियों को ऑटोमाइजेशन के मोड में जाना है. इसी को ध्यान में रख कर इस कोर्स की डिजाइन की गयी है. वहीं, एलएलएम की पढ़ाई भी हो रही है. इसमें 50 सीट को बढ़ाने की योजना है. दो वर्ष का यह कोर्स चार सेमेस्टर में पूरा होगा. इस साल के लिए नामांकन के लिए 80 आवेदन आए हैं. इसकी प्रवेश परीक्षा 28 अगस्त को होगी.
नैक से पहले विवि परिसर को जीवंत बनाया जायेगा
कुलपति ने बताया कि नैक टीम के आने की संभावना नवंबर- 2022 तक है.विभावि के नये स्पोर्ट भवन में जीम और सभी खेल व्यवस्था की सामग्री दस दिनों के अंदर शिफ्ट हो जायेगी. सभी खेल गतिविधि के लिए संसाधन और सामग्री उपलब्ध हो जायेगी. स्नातकोत्तर विभाग के सभी भवनों की मरम्मती का कार्य, रंग-रोगन, पौधारोपण और शेड का निर्माण जगह-जगह पर किया जायेगा. विवि की कैंटीन नो लॉस नो प्रोफिट के तहत सुबह सात बजे से रात आठ बजे तक संचालित होगा.
नयी शिक्षा नीति का मॉडल तैयार
कुलपति ने बताया कि नयी शिक्षा नीति के तहत नये पाठ्यक्रम की शुरूआत होगी. विवि ने इसके लिए कई रॉल मॉडल तैयार किए हैं. स्नातक की पढ़ाई बीच में किसी कारण से छूट जाती है तो विदयार्थी कभी भी इसे पूरा कर सकते हैं. पीजी की पढ़ाई करनेवाले विद्यार्थी चार वर्ष की पढ़ाई पूरी करने के कारण मात्र एक साल का और कोर्स पीजी के लिए करना होगा. स्नातक की तीन साल की पढ़ाई छह सेमेस्टर में होगी. विद्यार्थी हर सेमेस्टर में अलग अलग स्किल की पढ़ाई भी करेंगे. जैसे पहले सेमेस्टर में मत्स्य पालन करते हैं,दो दूसरे सेमेस्टर में हॉर्टीकल्चर , तीसरे सेमेस्टर में इसी तरह से कोई और स्किल्ड विषय की पढ़ाई करेंगे. विवि के रोल मॉडल कोर्स में यह भी है कि स्नातक एक साल की पढ़ाई करने के बाद किसी कारण से विदयार्थी पढ़ाई छोड़ देता है तो उसे इंटर प्लस एक साल का प्रमाण-पत्र दिया जायेगा. बाद में अगर चाहे तो आगे की दो साल की पढ़ाई कर सकता है. किसी भी कॉलेज से पढ़ाई पूरी कर सकते हैं.
ट्राइबल रीजनल लैंग्वेज टीआरएल के उदघाटन में राष्ट्रपति को लाने की तैयारी
कुलपति प्रो मुकुल नारायण देव ने बताया कि विभावि परिसर में सांसद जयंत सिन्हा के मद से ट्राइबल रीजनल लैंग्वेज टीआरएल भवन बन रहा है. इस विभाग में क्षेत्रीय भाषा की पढ़ाई होगी. सर्टिफिकेट कोर्स की पढ़ाई पीजी स्तर पर शुरू होगी. इस भवन के उदघाटन के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लाने की योजना है.
विभावि सर्टिफिकेट का डिजिटाइजेशन होगा
कुलपति मुकुल नारायण देव ने बताया कि विभाव की स्थापना काल 1992 से 2010 तक पढ़ाई करनेवाले विद्यार्थियों का सर्टिफिकेट डिग्री का डिजीटाइजेशन का कार्य नहीं हुआ है. यह कार्य छह माह में पूरा कराने के लिए टेंडर निकाल दिया गया है. इसके बाद सर्टिफिकेट वेरीफिकेशन के लिए विद्यार्थियों को बार बार विवि नहीं आना पड़ेगा. विभावि डिजीटल बैंक में सभी सर्टिफिकेट को रखा जायेगा.
तीन मॉडल कॉलेज में नामांकन शुरू
कुलपति ने बताया कि गिरिडीह जिले के बिरनी कॉलेज, चतरा कॉलेज और कोडरमा जिले के डोमचांच महिला कॉलेज में इस सत्र से नामांकन शुरू कर दिया गया है. चांसलर पोर्टल के द्वारा विद्यार्थी नामांकन आवेदन दे सकते हैं. यह प्रक्रिया जारी है.
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संबंधन प्राप्त कॉलेज के जीबी पर निर्णय
कुलपति ने बताया कि पीटीपीएस कॉलेज, पतरातू के जीबी में विवि प्रतिनिधि के रूप में प्रोफेसर के रूप में मनोनयन शीघ्र होगा. अन्य कॉलेज के जीबी के कार्य-कलापों का भी मूल्यांकन व समीक्षा होगी.
रिपोर्ट : सलाउद्दीन, हजारीबाग.