झारखंड का एक ऐसा गांव जहां राशन लेने के लिए ग्रामीणों को चढ़ना पड़ता है पहाड़ पर, जानें पूरा मामला
झारखंड में एक ऐसा गांव भी है जहां के ग्रामीणों को जनवितरण प्रणाली के दुकान से राशन लेने के लिए पहाड़ पर चढ़ना पड़ता है. यह सिलसिला पिछले 10 साल से चल रहा है. इसके बावजूद आज तक कोई ठोस पहल नहीं हुई है.
Jharkhand News: गढ़वा प्रखंड अंतर्गत रंका प्रखंड के कर्री जनवितरण प्रणाली के दुकान से राशन लेने के लिए कार्डधारियों को पहाड़ पर चढ़कर अंगूठा लगाना पड़ता है, तभी चावल मिलता है. यह सिलसिला पिछले 10 साल से चल रही है. इसके बावजूद आज तक इसका कोई समाधान नहीं निकला है. हर बार आश्वासन मिलता है, लेकिन हर बार कार्डधारियों को राशन लेने के लिए पहाड़ पर चढ़ना पड़ता है.
क्या है मामला
ग्रामीण विश्वनाथ उरांव, प्रगास उरांव और सोमर मांझी ने कहा कि वे लोग कटरा पंचायत के बरवाही गांव के हैं. बरवाही के जनवितरण प्रणाली का दुकान कर्री गांव में है. कर्री गांव, बरवाही से करीब 10 किलोमीटर दूर है. ग्रामीणों को 10 किलोमीटर दूरी तय कर राशन लेने आना पड़ता है. कार्डधारियों ने बताया कि जब वे राशन लेने जनवितरण प्रणाली के दुकान आते हैं, तो डीलर सुमित सिंह कहते हैं कि मशीन खराब है. काम नहीं करता है.
लाठी के सहारे पहाड़ पर चढ़ने को मजबूर वृद्ध
ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें प्रत्येक महीने राशन लेने के लिए और मशीन में अंगूठा लगाने के लिए पहाड़ पर चढ़ना पड़ता है. अब सभी कार्डधारी पहाड़ पर चढ़ने में असमर्थ हैं. ई-पॉश मशीन में अंगूठा लगाने के लिए ग्रामीणों को पहाड़ पर चढ़ने में बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है. इसमें सबसे अधिक परेशानी बुजुर्ग कार्डधारियों को होती है. वे लाठी के सहारे पहाड़ पर चढ़ने को मजबूर होते हैं. ग्रामीणों ने डीसी से व्यवस्था में सुधार लाने की मांग की है.
गांव में नेटवर्क नहीं, जाना पड़ता है पहाड़ पर
इधर, डीलर सुमित सिंह ने कहा कि ई-पॉश मशीन में एयरटेल का सिम है. गांव में नेटवर्क नहीं रहता है. इस कारण ई-पॉश मशीन काम नहीं करता है. इस कारण दुकान से एक किलोमीटर दूर पहाड़ पर चढ़कर कार्डधारियों से ई-पॉश मशीन में अंगूठा लगवाने को मजबूत होते हैं. ई-पॉश मशीन में लाभुकों के अंगूठा लगने पर ही पर्चा कटता है. उसके बाद ही उन्हें राशन दिया जाता है.
डीसी से न्याय की लगाएंगे गुहार
इस संबंध में प्रमुख हेमंत लकड़ा ने कहा कि कार्डधारी पहाड़ पर चढ़कर अंगूठा लगाते हैं. पहाड़ पर चढ़ने में ग्रामीणों को बड़ी परेशानी होती है. कई बार गुहार लगायी गयी है. इसके बावजूद अब तक इन ग्रामीणों को राहत नहीं मिली है. एक बार फिर डीसी से बात कर समस्या का समाधान करेंगे.
Posted By: Samir Ranjan.