Pradosh Vrat 2022 List In Hindi: जानें साल 2022 में कब-कब हैं प्रदोष व्रत, जाने इसका महत्व
Pradosh Vrat 2022 List In Hindi: धार्मिक मान्यता है कि प्रदोष व्रत करने से व्रती के सभी संकटों से मुक्ति मिलती है. आइए जातने हैं साल 2022 में प्रदोष व्रत कब-कब पड़ेंगे.
Pradosh Vrat 2022 List In Hindi: साल 2021 खत्म होने वाला है और नए साल 2022 के आने में कुथ ही दिन बाकी हैं. धार्मिक मान्यता है कि प्रदोष व्रत करने से व्रती के सभी संकटों से मुक्ति मिलती है. साथ ही घर में सुख और समृद्धि आती है. ऐसे में आइए जातने हैं साल 2022 में प्रदोष व्रत कब-कब पड़ेंगे.
प्रदोष व्रत की विधि-
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प्रदोष व्रत करने के लिए मनुष्य को त्रयोदशी के दिन प्रात: सूर्य उदय से पूर्व उठना चाहिए.
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नित्यकर्मों से निवृत होकर, भगवान श्री भोले नाथ का स्मरण करें.
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इस व्रत में आहार नहीं लिया जाता है.
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पूरे दिन उपावस रखने के बाद सूर्यास्त से एक घंटा पहले, स्नान आदि कर श्वेत वस्त्र धारण किए जाते हैं.
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पूजन स्थल को गंगाजल या स्वच्छ जल से शुद्ध करने के बाद, गाय के गोबर से लीपकर, मंडप तैयार किया जाता है.
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अब इस मंडप में पांच रंगों का उपयोग करते हुए रंगोली बनाई जाती है.
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प्रदोष व्रत कि आराधना करने के लिए कुशा के आसन का प्रयोग किया जाता है.
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इस प्रकार पूजन की तैयारियां करके उत्तर-पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठे और भगवान शंकर का पूजन करना चाहिए.
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पूजन में भगवान शिव के मंत्र ‘ऊँ नम: शिवाय’ का जाप करते हुए शिव को जल चढ़ाना चाहिए.
प्रदोष व्रत से मिलने वाले फल
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अलग- अलग दिन के अनुसार प्रदोष व्रत के लाभ प्राप्त होते है.
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रविवार को पड़ने वाले प्रदोष व्रत से आयु वृद्धि तथा अच्छा स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया जा सकता है.
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सोमवार के दिन त्रयोदशी पड़ने पर किया जाने वाला व्रत आरोग्य प्रदान करता है और इंसान की सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है.
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मंगलवार के दिन त्रयोदशी का प्रदोष व्रत हो तो उस दिन के व्रत को करने से रोगों से मुक्ति व स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है.
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बुधवार के दिन प्रदोष व्रत हो तो, उपासक की सभी कामनाओं की पूर्ति होती है.
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गुरुवार के दिन प्रदोष व्रत पड़े तो इस दिन के व्रत के फल से शत्रुओं का विनाश होता है.
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शुक्रवार के दिन होने वाला प्रदोष व्रत सौभाग्य और दाम्पत्य जीवन की सुख-शान्ति के लिए किया जाता है.
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संतान प्राप्ति की कामना हो तो शनिवार के दिन पड़ने वाला प्रदोष व्रत करना चाहिए.
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अपने उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए जब प्रदोष व्रत किए जाते हैं तो व्रत से मिलने वाले फलों में वृ्द्धि होती है.
प्रदोष व्रत साल 2022 कैलेंडर (Pradosh Vrat 2022 Calendar)
जनवरी 15, 2022, शनिवार- पौष, शुक्ल त्रयोदशी
प्रारम्भ- त्रयोदशी तिथि 14 जनवरी को रात्रि में 10 बजकर19 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 16 जनवरी को दोपहर में 12 बजकर 57 मिनट पर समाप्त होगी.
जनवरी 30, 2022, रविवार- माघ, कृष्ण त्रयोदशी
प्रारम्भ – कृष्ण त्रयोदशी तिथि 29 जनवरी को रात्रि में 8 बजकर 37 मिनट पर शुरु.
समाप्त – 30 जनवरी को दोपहर में 5 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी.
फरवरी 14, 2022, सोमवार- माघ, शुक्ल त्रयोदशी
प्रारम्भ- शुक्ल त्रयोदशी तिथि 13 फरवरी को संध्या काल में 6 बजकर 42 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 14 फरवरी को रात में 8 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी.
फरवरी 28, 2022, सोमवार- फाल्गुन, कृष्ण त्रयोदशी
प्रारम्भ- कृष्ण त्रयोदशी तिथि 28 फरवरी को संध्या काल में 5 बजकर 42 मिनट पर शुरु
समाप्त- 1 मार्च को दोपहर में 3 बजकर 16 मिनट पर समाप्त होगी.
मार्च 15, 2022, मंगलवार- फाल्गुन, शुक्ल त्रयोदशी
प्रारम्भ- शुक्ल त्रयोदशी तिथि 15 मार्च को दोपहर में 1 बजकर 12 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 16 मार्च को दोपहर में 1 बजकर 39 मिनट पर समाप्त होगी.
मार्च 29, 2022, मंगलवार- चैत्र, कृष्ण त्रयोदशी
प्रारम्भ- कृष्ण त्रयोदशी तिथि 29 मार्च को दोपहर में 2 बजकर 38 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 30 मार्च को दोपहर में 1 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगी.
अप्रैल 14, 2022, बृहस्पतिवार- चैत्र, शुक्ल त्रयोदशी
प्रारम्भ- शुक्ल त्रयोदशी तिथि 14 अप्रैल को सुबह में 4 बजकर 49 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 15 अप्रैल को देर रात 3 बजकर 55 मिनट पर समाप्त होगी.
अप्रैल 28, 2022, बृहस्पतिवार- वैशाख, कृष्ण त्रयोदशी
प्रारम्भ- कृष्ण त्रयोदशी तिथि 28 अप्रैल को देर रात 12 बजकर 23 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 29 अप्रैल को देर रात 12 बजकर 26 मिनट पर समाप्त होगी.
मई 13, 2022, शुक्रवार- वैशाख, शुक्ल त्रयोदशी
प्रारम्भ- शुक्ल त्रयोदशी तिथि 13 मई को संध्या काल 5 बजकर 27 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 14 मई को दोपहर 3 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगी.
मई 27, 2022, शुक्रवार- ज्येष्ठ, कृष्ण त्रयोदशी
प्रारम्भ- ज्येष्ठ, कृष्ण त्रयोदशी तिथि 27 मई को दिन में 11 बजकर 47 मिनट पर शुरु
समाप्त- 28 मई को दोपहर 1 बजकर 09 मिनट पर समाप्त होगी.
जून 12, 2022, रविवार- ज्येष्ठ, शुक्ल त्रयोदशी
प्रारम्भ- ज्येष्ठ, शुक्ल त्रयोदशी 12 जून को देर रात 3 बजकर 23 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 13 जून को देर रात 12 बजकर 26 मिनट पर समाप्त होगी.
जून 26, 2022, रविवार- आषाढ़, कृष्ण त्रयोदशी
प्रारम्भ- आषाढ़, कृष्ण त्रयोदशी तिथि 26 जून को देर रात 1 बजकर 09 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 27 जून को देर रात 3 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगी.
जुलाई 11, 2022, सोमवार- आषाढ़, शुक्ल त्रयोदशी
प्रारम्भ- आषाढ़, शुक्ल त्रयोदशी तिथि 11 जुलाई को देर रात 11 बजकर 13 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 12 जुलाई को सुबह में 7 बजकर 46 मिनट पर समाप्त होगी.
जुलाई 25, 2022, सोमवार- श्रावण, कृष्ण त्रयोदशी
प्रारम्भ- श्रावण, कृष्ण त्रयोदशी तिथि 25 जुलाई को शाम में 4 बजकर 15 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 26 जुलाई को शाम में 6 बजकर 46 मिनट पर समाप्त होगी.
अगस्त 9, 2022, मंगलवार- श्रावण, शुक्ल त्रयोदशी
प्रारम्भ- श्रावण, शुक्ल त्रयोदशी तिथि 9 अगस्त को शाम में 5 बजकर 45 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 10 अगस्त को दिन में 2 बजकर 15 मिनट पर समाप्त होगी.
अगस्त 24, 2022, बुधवार- भाद्रपद, कृष्ण त्रयोदशी
प्रारम्भ- भाद्रपद, कृष्ण त्रयोदशी तिथि 24 अगस्त को सुबह में 8 बजकर 30 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 25 अगस्त को सुबह में 10 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगी.
सितम्बर 8, 2022, बृहस्पतिवार- भाद्रपद, शुक्ल त्रयोदशी
प्रारम्भ- भाद्रपद, शुक्ल त्रयोदशी तिथि 8 सितंबरको देर रात 12 बजकर 04 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 08 सितंबर को रात में 9 बजकर 02 मिनट पर समाप्त होगी.
सितम्बर 23, 2022, शुक्रवार- आश्विन, कृष्ण त्रयोदशी
प्रारम्भ- आश्विन, कृष्ण त्रयोदशी तिथि 23 सितंबर को देर रात 1 बजकर 17 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 24 सितंबर को देर रात 2 बजकर 30 मिनट पर समाप्त होगी.
अक्टूबर 7, 2022, शुक्रवार- आश्विन, शुक्ल त्रयोदशी
प्रारम्भ- आश्विन, कृष्ण त्रयोदशी तिथि 7 अक्टूबर को सुबह में 7 बजकर 26 मिनट पर शुरु,
समाप्त- 8 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगी,
अक्टूबर 22, 2022, शनिवार- कार्तिक, कृष्ण त्रयोदशी
प्रारम्भ- कार्तिक, कृष्ण त्रयोदशी तिथि 22 अक्टूबर को शाम में 6 बजकर 02 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 23 अक्टूबर को शाम में 6 बजकर 3 मिनट पर समाप्त होगी.
नवम्बर 5, 2022, शनिवार- कार्तिक, शुक्ल त्रयोदशी
प्रारम्भ- कार्तिक, कृष्ण त्रयोदशी तिथि नवम्बर को शाम में 5 बजकर 06 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 6 नवंबर को शाम में 4 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी.
नवम्बर 21, 2022, सोमवार- मार्गशीर्ष, कृष्ण त्रयोदशी
प्रारम्भ- मार्गशीर्ष, कृष्ण त्रयोदशी तिथि 21 नवम्बर को सुबह में 10 बजकर 07 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 22 नवंबर को सुबह में 8 बजकर 49 मिनट पर समाप्त होगी.
दिसम्बर 5, 2022, सोमवार- मार्गशीर्ष, शुक्ल त्रयोदशी
प्रारम्भ- मार्गशीर्ष, शुक्ल त्रयोदशी तिथि 5 दिसंबर को सुबह में 5 बजकर 57 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 6 दिसंबर को सुबह में 6 बजकर 47 मिनट पर समाप्त होगी.
दिसम्बर 21, 2022, बुधवार- पौष, कृष्ण त्रयोदशी
प्रारम्भ- पौष, कृष्ण त्रयोदशी तिथि 21 दिसंबर को देर रात 12 बजकर 45 मिनट पर शुरु.
समाप्त- 21 दिसंबर को रात में 10 बजकर 16 मिनट पर समाप्त होगी.
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