प्रदोष व्रत आज रखा जा रहा है. इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यता है कि आज के दिन विधि-विधान से शिव की पूजा करने से जीवन में सफलता मिलती है. प्रदोष व्रत रखने से रूके काम पूरे हो जाते हैं. जानें प्रदोष व्रत पूजा विधि और शुभ मुहूर्त क्या है.
हिंदू पंचांग के अनुसार पौष महीने के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 14 जनवरी रात 10:19 बजे शुरु हो रही है और यह15 जनवरी की रात 12:57 तक रहेगी. इसलिए प्रदोष व्रत 15 जनवरी को रखा जा रहा है. जो लोग प्रदोष व्रत रखेंगे, वे शाम 05:46 बजे से 08:28 बजे तक के बीच पूजा-अर्चना कर सकते हैं. ऐसा माना जाता है कि प्रदोष व्रत की पूजा शाम में ही की जाती है और तभी व्रत का फल मिलता है. इस दिन शिव परिवार की पूजा की जाती है.
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आज जो शनि प्रदोष व्रत करने वालों को शनिवार व्रत का भी लाभ मिलेगा. भगवान शिव और शनि देव दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होगा.
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आज शनिवार है ऐसे में शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनि स्तोत्र का पाठ करना चाहिए.
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शनि चालीसा का पाठ और शनि देव की आरती करके भी शनि देव को प्रसन्न कर सकते हैं.
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आज के दिन शनि मंदिर में शनि देव का दर्शन करने और छाया दान करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है. और शनि की नजर जिन लोगों पर होती है उससे राहत मिलती है.
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शनिवार को शाम के समय में पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनि देव प्रसन्न होते हैं.
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शनिवार के दिन किसी गरीब या जरुरतमंद को काला कपड़ा, उड़द की दाल, चमड़े का जूता या चप्पल, काला तिल आदि दान करने से शनि दोष दूर होता है.
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अपंग, रोगी, दुर्बल व्यक्ति की सेवा या मदद करने से भी शनि देव प्रसन्न होते हैं.
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भूखे व्यक्ति को भोजन कराने या कौआ और कुत्ते को खाना देने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है.