Loading election data...

Pravasi Bharatiya Divas 2024: प्रवासी भारतीय दिवस आज, जानें इस दिन का इतिहास और क्यों मनाया जाता है ये दिन

Pravasi Bharatiya Divas 2024: 9 जनवरी के दिन प्रावासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन किया जाता है. प्रवासी भारतीय दिवस की स्थापना की घोषणा 2002 में उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा की गई थी.

By Shaurya Punj | January 9, 2024 6:35 AM

Pravasi Bharatiya Divas 2024: प्रवासी भारतीय दिवस(Non-Resident Day) 9 जनवरी 1915 को दक्षिण अफ्रीका से महात्मा गांधी की वापसी की स्मृति में जनवरी में आयोजित एक द्विवार्षिक कार्यक्रम है. यह दिन देश के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान को चिह्नित करता है। नीचे दिया गया लेख प्रवासी भारतीय दिवस के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य और विशेषताएं साझा करता है.

Pravasi Bharatiya Divas 2024: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी इस कार्यक्रम शुरुआत

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी. 2003 से ही प्रवासी भारतीय दिवस मनाने की शुरुआत की गई. इस अवसर पर प्रायः 3 दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इसमें अपने क्षेत्र में विशेष उपलब्धि प्राप्त करने वाले भारतवंशियों का सम्मान किया जाता है। साथ ही उन्हें प्रवासी भारतीय सम्मान प्रदान किया जाता है।

Pravasi Bharatiya Divas 2024: कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

  • 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है, जो 1915 में इसी दिन महात्मा गांधी के मुंबई आगमन को लेकर मनाया जाता है.

  • इसकी शुरूआत 2003 में शुरू हुई.

  • प्रवासी भारतीय मामलों का मंत्रालय, फिक्की और सीआईआई के साथ इस दिन खास आयोजन करता है.

  • 16वें प्रवासी भारतीय दिवस का विषय “आत्मनिर्भर भारत में योगदान” था.

  • भारतीय दिवस वैश्विक भारतीय समुदाय के परस्पर जुड़ाव और भारत की प्रगति और पहचान को आकार देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका का जश्न मनाता है.

Pravasi Bharatiya Divas 2024: प्रवासी भारतीय दिवस का महत्व

इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य दुनिया के अन्य देशों में रह रहे भारतीय समुदायों द्वारा भारत के विकास में कर रहे निरंतर योगदान के लिए उनकी सराहना करना है. इसके साथ उन्हें एक ऐसा मंच प्रदान करना है जहां वह अपने विशेषज्ञता वाले क्षेत्र से संबंधित मुद्दो पर अपना राय दे सकें और निती निर्माण में सहायता कर सकें. इस दिवस के माध्य से भारत सरकार अन्य देशों में रह रहे भारतीय मूल के लोगों से जुड़ पाते हैं. भारतीय सरकार का मानना है कि अन्य देशों में रह रहे गैर आवासी भारतीय और प्रवासी भारतीय समुदायों के लोगों के पास व्यापार और विकास के लिए कई रणनीतियों के मामलों का एक्पोजर होता है. यदि उन्हें अवसर दिया जाए तो वह अपना मातृभूमि (भारत) के विकास के लिए अपने अनुभवों और विचारों को प्रकट कर अपना योगदान दे सकते हैं. जिसके लिए इस दिन सम्मेलनया का आयोजन किया जाता है.

Next Article

Exit mobile version