प्रयागराज जिले के फाफामऊ मोहनगंज गोहरी गांव में दलित परिवार के चार लोगों की हत्या मामले में मृतकों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर दिया है. मृतकों के परिजनों ने मामले में पवन भारतीय की गिरफ्तारी को लेकर कहा की एक व्यक्ति कैसे चार लोगों की हत्या कर सकता है. पुलिस नामजद आरोपियों के बचाने में लगी है. उन्होंने सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा की सीबीआई ही मामले को निष्पक्ष जांच कर सकती है.
गोहरी हत्याकांड में पुलिस ने 2 दिन पहले वहीं से 2 किमी दूर निवासी पॉल भारतीय को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया था. एडीजी प्रेम प्रकाश ने खुलासा करते हुए बताया था कि पवन के पास से एक मोबाइल बरामद हुआ था.
पुलिस को अभी द्वारा मृतिका को भेज मैसेज भी मिले थे. पुलिस जांच में अभियुक्त सहयोग नहीं कर रहा है. लाल पुलिस ने अभियुक्त को नैनी जेल भेज दिया है. आगे की जांच के लिए पुलिस जल्द ही उसे जल्द ही रिमांड पर लेगी.
एडीजी प्रेम प्रकाश द्वारा गोहरी हत्याकांड के खुलासे को लेकर भी कई सवाल खड़े हो गए हैं. मृतकों की लाश 25 दिसंबर को उनके घर से बरामद हुई थी. हत्या को अंजाम 21 दिसंबर को बताया जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मृतकों के शरीर में कीड़े पड़ने की बात सामने आई है.
सवाल खड़े हो रहे हैं कि घटना के दिन पवन भारतीय कहां था? यदि वह अनपढ़ है तो किशोरी को मैसेज कौन भेजता था? क्या पवन अकेले 4 लोगों की हत्या कर सकता है? हत्या में और लोग शामिल थे तो पुलिस उन्हें अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं कर पा रही है?
रिपोर्ट : एसके इलाहाबादी