Magh Mela 2022: माघ मेले में श्रद्धालुओं के आने को लेकर दिशा-निर्देश जारी, जानें कब हैं प्रमुख स्नान

Magh Mela 2022: मकर संक्रांति स्नान पर्व को लेकर माघ मेला की तैयारियों को लेकर प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है. दो दिन पहले तक हुई बारिश के बाद मेला क्षेत्र में जगह-जगह जल जमाव से साधु-संतों को तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था

By Prabhat Khabar News Desk | January 11, 2022 7:44 PM

Magh Mela 2022: मकर संक्रांति स्नान पर्व व माघ मेले में कल्पवासियों के आवागमन को लेकर मेला प्रशासन ने यातायात प्रबंधन हेतु विशेष दिशा-निर्देश जारी किया है. मकर संक्रांति के पर्व पर संगम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. इसके साथ ही 17 जनवरी पौष पूर्णिमा से कल्पवास भी शुरू हो रहा है, जिसे देखते हुए प्रशासन ने यह दिशा-निर्देश जारी किया है.

इन रूटों के जरिए श्रद्धालु माघ मेले में कर सकेंगे प्रवेश

कानपुर, लखनऊ और रीवा की तरफ से आने वाले समस्त कल्पवासी अपने हल्के वाहन के साथ पाण्टून पुल नं. 05 व पाण्टून पुल नं. 03 से सम्बन्धित कल्पवास क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे. वाराणसी, जौनपुर क्षेत्र की तरफ से आने वाले समस्त कल्पवासी अपने हल्के वाहन के साथ टीकरमाफी-त्रिवेणी मार्ग से संगम लोवर मार्ग होते हुए सम्बन्धित कल्पवास क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे.

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तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप

मकर संक्रांति स्नान पर्व को लेकर माघ मेला की तैयारियों को लेकर प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है. दो दिन पहले तक हुई बारिश के बाद मेला क्षेत्र में जगह-जगह जल जमाव से साधु-संतों को तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था. मौसम साफ होने के बाद सोमवार से ही कैंपों में बालू डालने का काम चल रहा है. वहीं, झूंसी की ओर से मेले में प्रवेश स्नान घाट पर दिन रात रेत डालने का काम किया जा रहा है ताकि स्नानार्थियों को समस्या न हो.

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माघ मेले के प्रमुख स्नान

  • मकर संक्रांति- 14 जनवरी- प्रथम स्नान

  • पौष पूर्णिमा- 17 जनवरी- द्वितीय स्नान (कल्पवास प्रारंभ)

  • मौनी अमावस्या- एक फरवरी- तृतीय स्नान

  • बसंत पंचमी- पांच फरवरी- चतुर्थ स्नान

  • माघी पूर्णिमा- 16 फरवरी- छठा स्नान (कल्पवास समाप्त)

  • महाशिवरात्रि- एक मार्च- अंतिम स्नान

रिपोर्ट- एस के इलाहाबादी, प्रयागराज

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