Prayagraj: IPL के सटोरियों से कमरे के बदले तीन हजार रुपये लेता था आरोपी, STF ने 6 को किया गिरफ्तार

Prayagraj News: आईपीएल में सट्टेबाजी को लेकर टैगोर टाउन से छह सटोरियों को गिरफ्तारी के बाद से ही मुख्य अभियुक्त धर्मेंद्र कुमार सिंह फरार है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी को लेकर जगह-जगह दबिश दे रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 13, 2022 6:33 PM

Prayagraj News: IPL 2022 में सट्टा लगाने वाले गिरोह पर एसटीएफ ने बड़ी कारवाई की है. एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए आईपीएल में सट्टा लगवाने वाले गिरोह के सरगना समेत छह को टैगोर टाउन से गिरफ्तार किया है. जांच के दौरान एसटीएफ के मौके से एक रजिस्टर मिला, जिसमें कई सटोरियों का नाम दर्ज है. गिरफ्त में आए लोगों ने एसटीएफ को पूछताछ में बताया कि सट्टा खिलाने में मुख्य भूमिका धर्मेंद्र सिंह की है. वह सट्टा खेलने के लिए उपलब्ध कराए गए कमरे के लिए प्रतिदिन तीन हजार रुपए लिया करता था.

धर्मेंद्र की गिरफ्तारी में जुटी पुलिस

आईपीएल में सट्टेबाजी को लेकर टैगोर टाउन से छह सटोरियों को गिरफ्तारी के बाद से ही मुख्य अभियुक्त धर्मेंद्र कुमार सिंह फरार है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी को लेकर जगह-जगह दबिश दे रही है. वहीं घटना के बाद से धर्मेंद्र का मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा है. जिसे पुलिस को उसकी लोकेशन ट्रेस करने में भी समस्या आ रही है. वहीं गिरोह का सरगना विकास केसरवानी निवासी सर्वोदय नगर अल्लापुर ने पूछताछ में बताया कि शाम करीब छह बजे उसकी धर्मेंद्र सिंह से फोन पर बातचीत हुई थी. उसने दो दिन बाद आकर रुपये लेने की बात कही थी. लेकिन वह रुपए लेने नहीं आया.

एसटीएफ ने इन लोगों को किया गिरफ्तार

गौरतलब है कि प्रयागराज शहर के टैगोर टाउन में दबिश देकर एसटीएफ ने विकास केसरवानी निवासी सर्वोदय नगर अल्लापुर, अंबर यादव उर्फ सौरभ निवासी फतेहपुर बिछुआ टैगोर टाउन, शुभेंद्र प्रताप सिंह निवासी संगम बिहार कालोनी खरकौनी नैनी, हिमांशु शिवहरे उर्फ अभिषेक निवासी सुभाष नगर गढ़िवा, थाना कोतवाली, जनपद फतेहपुर, रंजीत यादव उर्फ गोलू निवासी फतेहपुर बिछुआ टैगोर टाउन व शिवम चौरसिया निवासी साजन गली फाफामऊ बाजार को गिरफ्तार किया. इसमें विकास केसरवानी गैंग का सरगना है.

अंबर यादव गिरोह का मैनेजर और शुभेंद्र व हिमांशु सहयोगी हैं. रंजीत यादव और शिवम चौरसिया सट्टा लगाने वालों से रुपये का कलेक्शन करते थे. अप पुलिस रजिस्टर के आधार पर अन्य अभियुक्तों का भी तलाश कर रही है. वहीं अभी तक किराए पर कमरा देने वाले धर्मेंद्र का फोन नंबर स्विच ऑफ आ रहा है. पुलिस धर्मेंद्र की गिरफ्तारी के लिए भी पूरी कोशिश कर रही है. जिससे मामले का पूरी तरह से पर्दाफाश हो सके.

Next Article

Exit mobile version