लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उत्तर प्रदेश बीजेपी में फेरबदल की तैयारी, 80 फीसदी तक जिलों में बदले जाएंगे अध्यक्ष
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उत्तर प्रदेश बीजेपी में फेरबदल की तैयारी चल रही है. प्रदेश में 80 फीसदी तक जिलाध्यक्षों को बदलने की बात कही जा रही है. बताया जा रहा है कि पार्टी ने जल्द ही नए नामों की घोषण कर देगी.
लखनऊ. भाजपा केंद्रीय नेतृत्व इस महीने यूपी में नया प्रभारी नियुक्त करने की तैयारी में है, पार्टी की राज्य इकाई ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति करने का फैसला किया है. बताया जा रहा है कि पार्टी के करीब 80 फीसदी मौजूदा जिला अध्यक्षों को बदल दिए जाएंगे. बीजेपी ने संगठनात्मक तौर पर यूपी को छह क्षेत्रीय इकाइयों और 98 जिलों में बांटा है. यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने मार्च में राज्य पदाधिकारियों और छह क्षेत्रीय अध्यक्षों की 45 सदस्यीय टीम की घोषणा की थी. उन्होंने कहा कि संगठनात्मक कार्यों में अनुभव और पार्टी के कामकाज की समझ जिला अध्यक्षों के चयन के लिए मानदंड होंगे.
80 फीसदी तक जिलों में बदले जाएंगे अध्यक्ष
यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी का कहना है कि जिला इकाइयां ज़मीन पर पार्टी की गतिविधियों को चलाने के लिए प्रमुख संगठनात्मक निकाय हैं. वर्तमान में अधिकांश जिला अध्यक्ष अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं. उनमें से कई ऐसे भी जिलाध्याक्ष है जो चार साल से अधिक समय से काम कर रहे हैं. ऐसे में 80 फीसदी तक जिलों में अध्यक्ष बदले जाने की संभावना है. जानकारी के अनुसार, नए जिला अध्यक्षों का चयन शुरू हो गया है और उनके नामों की घोषणा 15 जुलाई को चल रहे मतदाता संपर्क अभियान ‘महा जन संपर्क अभियान’ के समाप्त होने के बाद की जाएगी.
Also Read: UP News: भारी बारिश से आजमगढ़ के पास पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर धंसी सड़क, एक तरफ का आवगमन बंद
उत्तर प्रदेश बीजेपी में फेरबदल की तैयारी
जिला अध्यक्ष शहरी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए उम्मीदवारों के चयन और संगठनात्मक कार्यक्रमों के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, इसलिए पार्टी ने यह देखते हुए जिला स्तर पर मौजूदा नेतृत्व को जारी रखने का फैसला किया है. पार्टी ने लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है, इसलिए पार्टी ने नए जिला अध्यक्षों की घोषणा में किसी भी तरह की देरी नहीं करना चाहती है. पार्टी चाहती है कि नए जिला अध्यक्ष और उनकी टीमें लोकसभा चुनाव से कम से कम आठ महीने पहले जमीन पर काम करना शुरू कर दें. सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय नेतृत्व एक नए यूपी प्रभारी की तलाश कर रहा है, जिसके नाम की घोषणा इस महीने के अंत तक होने की संभावना है.