Hazaribagh News: उत्तरी छोटानागपुर का प्रमंडलीय मुख्यालय हजारीबाग लघु सिंचाई प्रमंडल से जिले के अलग-अलग नौ प्रखंडों में 16 आहर एवं तालाब के जीर्णोद्धार (मरम्मत) के नाम पर एक बड़ी रकम 15 करोड़ से अधिक राशि निकासी करने की योजना बनायी गयी है. वर्ष 2021-22 के लिए योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बाद 24 नवंबर 2021 को सभी आहर व तालाब का टेंडर किया गया था.
हो-हंगामा, पहुंच एवं पैरवी के अलावा अन्य कई जुगाड़ माध्यम से योजनाएं दर्जनों संवेदकों को मिली थी. इधर आनन-फानन में 15 जून 2022 से पहले तालाब की मरम्मत कार्य पूरा बताकर संवेदक एवं अन्य अधिकारी मिलीभगत कर राशि निकालने की जुगाड़ में है.
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लघु सिंचाई प्रमंडल हजारीबाग से बड़कागांव, बरकट्ठा, बरही, चौपारण व इचाक पांच प्रखंड में दो-दो, अकेले केरेडारी प्रखंड में तीन और चलकुशा, पदमा व कटकमसांडी प्रखंड में एक-एक आहर एवं मध्यम सिंचाई योजना का जीर्णोद्धार किया जाना है.
इसमें बड़कागांव प्रखंड स्थित दूनदुगड्डा आहर के जीर्णोद्धार पर 54.40 लाख, बाबू बलिया आहर पर 44.83 लाख, केरेडारी जोरदार मध्य सिंचाई योजना पर 80.90 लाख, बेलतू जमुआ आहर पर 105. 30 लाख, सलगा नाला मध्यम सिंचाई योजना पर एक करोड़, बरकट्ठा बेलकप्पी आहर पर 1.51 करोड़, बुचई मध्यम सिंचाई योजना पर 1.31 करोड़, बरही श्रीनगर मध्यम सिंचाई योजना पर 1.21 करोड़, चेनगड़वा डैम पर सबसे अधिक 2.35 करोड़, चौपारण आहर पर 72 लाख, चपकी आहर पर 95 लाख, चलकुसा फुटला आहर पर 46 लाख, इचाक रामसागर मध्यम सिंचाई योजना फर 1.51 करोड़, जमुआरी डैम पर 1.21 करोड़, पदमा दोनाई खुर्द मध्यम सिंचाई योजना पर 89 लाख एवं कटकमसांडी बड़की आहर के जीर्णोद्धार पर 70 लाख खर्च शामिल है.
लंबे समय से जीर्ण-शीर्ण पड़े आहर एवं तालाब की मरम्मत कर प्रखंड के किसानों को समुचित रूप से उनके खेतों तक पानी पहुंचाने की योजना है. बताया गया है कि अधिकांश आहर एवं तालाबों का नियम संगत जीर्णोद्धार नहीं किया गया है. इसकी लंबाई, चौड़ाई, गहराई अन्य महत्वपूर्ण कार्य को पूरा नहीं किया गया है. वहीं आधा अधूरा कार्य हुआ है. मानसून आने के बाद लगभग आहर एवं तालाब में पानी भर गया है. अब बगैर काम पूरा हुए कई अधिकारी एवं संवेदक इसका लाभ लेने में जुटे हैं.
सभी आहर, तालाब एवं सिंचाई योजना का जीर्णोद्धार कार्य पूरा कर प्रखंड में किसानी कार्य को बढ़ावा देना उद्देश्य है. नरेगा योजना के तहत मजदूरों को काम देना है. कई जगहों पर आहर एवं तालाब की मरम्मत कार्य में इसका ध्यान नहीं रखा गया है. बताया गया है कि संवेदक बड़ी-बड़ी मशीनों का सहारा लेकर आहर एवं तालाब का जीर्णोद्धार कार्य पूरा किया है.
कुछ संवेदकों ने बताया है कि प्रतिस्पर्द्धा के कारण 25 से 30 प्रतिशत कम दर पर टेंडर कार्य आवंटित हुआ है. एग्रीमेंट के समय कोडरमा के आंनद कुमार कार्यपालक अभियंता 01-11-2021 से 28-10-2022 तक हजारीबाग के प्रभार में थे. इनकी देखरेख में संवेदकों से आहर, तालाब एवं सिंचाई योजना के एग्रीमेंट समय कमीशन की वसूली हुई है.
हजारीबाग इंटक के जिला अध्यक्ष एवं कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष मिथिलेश दुबे ने इसकी शिकायत डीसी नैंसी सहाय से की है. उन्होंने डीसी को बताया है कि केरेडारी प्रखंड में तीन तालाब का संपूर्ण मरम्मत कार्य पूरा नहीं कर राशि निकालने के लिए संवेदक व अधिकारी जुटे हैं. आहर व तालाब के निर्माण पर सरकारी राशि का दुरुपयोग हुआ है. किसानों के साथ धोखा है. श्री दुबे ने कहा कि इसकी शिकायत कृषि मंत्री बादल पत्रलेख से की गयी है.
जिले के बड़कागांव प्रखंड आंगो पंचायत के अंबा टोला एवं चेलंगदाग के बीच हहारो नदी पर पुल निर्माण होगा. ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल कार्यपालक अभियंता हजारीबाग की ओर से कार्य कराया जाएगा. पुल के निर्माण पर 4.41 करोड़ खर्च किया जायेगा. इस संबंध में विभाग के रांची प्रक्षेत्र मुख्य अभियंता कार्यालय की ओर से सूचना जारी की गयी है.
शिकायतों पर कार्रवाई की जा रही है. प्रावधान के अनुसार सभी मानकों से जांच-पड़ताल पूरा होने के बाद संवेदकों के बीच बिल का भुगतान किया जायेगा.
जीतेंद्र कुमार महतो, कार्यपालक अभियंता अभियंता, लघु सिंचाई प्रमंडल हजारीबाग
रिपोर्ट- आरिफ, हजारीबाग