गोरखपुर : दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में विषम सेमेस्टर की परीक्षा की घोषणा पहले ही हो चुकी है.लेकिन अभी तक छात्रों का परिचय पत्र विश्वविद्यालय प्रशासन ने नहीं जारी किया है.यह जानकर आश्चर्य होगा कि विश्वविद्यालय के छात्र फीस की रसीद के जरिए खुद को विश्वविद्यालय का विद्यार्थी साबित करने के लिए मजबूर हो रहे हैं. और पुराने छात्रों को अपने पुराने परिचय पत्र से ही काम चलाना पड़ रहा है. गोरखपुर विश्वविद्यालय के पुराने कुलपति और कुल सचिव के साथ एवीबीपी छात्रों को लेकर हुए बवाल के बाद से ही विश्वविद्यालय परिसर में इन दिनों प्रवेश को लेकर काफी सख्ती बरती जा रही है.ऐसे में परिचय पत्र को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन की सस्ती पर सवाल उठ रहा है. ऐसे में जब विद्यार्थियों से परिचय पत्र मांगा जा रहा है तो पहले तो वह असमंजस में पड़ जा रहे हैं कि आखिर जो चीज मिली ही नहीं है उसे दिखाएं कैसे.मजबूरन उन्हें फीस की रसीद दिखानी पड़ रही है. जो विद्यार्थी फीस की रसीद लेकर परिसर में नहीं आ रहे हैं. उन्हें खुद को विश्वविद्यालय का छात्र साबित करना बड़ा मुश्किल हो रहा है. नए के साथ-साथ पुराने छात्रों को भी दिक्कतें उठानी पड़ी हैं.जिनके पास पुराना परिचय पत्र भी नहीं है उन्हें काफी दिखते हो रही हैं. परिसर में तो यह भी चर्चा है कि इस और व्यवस्था का लाभ अराजक तत्व उठा रहे हैं.विश्वविद्यालय की ओर से विकल्प के तौर पर फीस की रसीद को व्हाट्सएप पर दिखाने की व्यवस्था का भी अराजक तत्व लाभ उठा रहे हैं
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दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में हर वर्ष परिचय पत्र जारी किए जाने की व्यवस्था है. इस मद में विद्यार्थियों से बाकायदा फीस भी ली जाती है. बीते वर्ष जब स्नातक व परास्नातक की पूरी अवधि की वैधता वाला परिचय पत्र विश्वविद्यालय की ओर से जारी हुआ तो यह सवाल उठाया गया था कि. जब फिस हर वर्ष ली जाती है तो परिचय पत्र पूरी अवधि के लिए क्यों बन रहा है. गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुल सचिव प्रोफेसर शांतनु रस्तोगी ने बताया कि सभी विद्यार्थियों के लिए परिचय पत्र जारी किया जाएगा. जैम पोर्टल पर इसके लिए आवेदन किया गया है.फर्मों से कोटेशन भी मांगा गया है.जल्द परिचय पत्र की व्यवस्था पटरी पर आ जाएगी.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप