रांची : सरकार की ओर से झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 18 से 22 सितंबर तक आयोजित करने की तैयारी चल रही है. इसको लेकर संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कैबिनेट को प्रस्ताव भेजा है. इधर कई मंत्री और विधायक कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. कुल 82 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के तीन मंत्री व 12 विधायक कोरोना संक्रमित हुए, लेकिन सभी तीन मंत्री अब कोरोना को मात दे चुके हैं. सात विधायक भी स्वस्थ हो गये हैं. वही कोरोना संक्रमित पांच विधायकों का इलाज चल रहा है.
गौरतलब है कि 18 अगस्त को कैबिनेट की बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को कोरेंटिन होने का निर्देश दिया था. इसके बाद सभी मंत्रियों ने अपनी जांच करायी. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख पॉजिटिव पायेे गये.
हालांकि स्वास्थ्य व कृषि मंत्री स्वस्थ हो चुके हैं और होम कोरेंटिन में है. इससे पहले मिथिलेश ठाकुर कोरोना पॉजिटिव हुए थे, जो स्वस्थ हो चुके हैं. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव व ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने भी अपना कोरोना टेस्ट कराया. लेकिन इनकी रिपोर्ट नेगेटिव आयी.
इधर मुख्यमंत्री अब तक तीन बार कोरोना टेस्ट करा चुके हैं. तीनों बार उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आयी है. फिलहाल मुख्यमंत्री सहित चार मंत्रियों ने मंत्रालय जाकर काम करना शुरू कर दिया है. सबसे पहले वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव ने मंत्रालय जाना शुरू किया. इसके बाद मुख्यमंत्री और मिथिलेश ठाकुर मंत्रालय जाने लगे. एक सितंबर से ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम भी मंत्रालय जाकर फाइलों का निपटारा कर रहे हैं. इससे पहले वे 14 दिनों तक होम कोरेंटिन में रहे. कोरोना संक्रमित विधायकों में झामुमो, भाजपा, कांग्रेस और माले के विधायक शामिल हैं.
कोरोना संक्रमण के बाद स्वस्थ हो चुके विधायक : मथुरा मथुरा, सीपी सिंह, सुदेश महतो, दीपिका पांडेय सिंह, रणधीर सिंह व आलोक चौरसिया.
इन विधायकों का इलाज चल रहा है : अंबा प्रसाद, नीलकंठ सिंह मुंडा, विनोद सिंह, कुशवाहा शशि भूषण मेहता और जेपी भाई पटेल.