राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई से ओडिशा के दौरे पर जा रहीं हैं. महामहिम तीन दिन की यात्शुरा पर वहां जा रहीं हैं. उनके इस यात्रा को लेकर राज्य सरकार ने अधिकारियों को विशेष निर्देश जारी किये हैं. सरकार की ओर से अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि देश की प्रथम नागरिक के कार्यक्रम के दौरान बिजली आपूर्ति में किसी भी प्रकार का व्यवधान नहीं होना चाहिए.
ओडिशा के मुख्य सचिव ने की तैयारियों की समीक्षा
मुख्य सचिव पीके जेना ने कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर यहां आयोजित एक बैठक की समीक्षा करते हुए ये निर्देश जारी किये. श्री जेना ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कार्यक्रम को लेकर अधिकारियों से बिजली आपूर्ति, पीने के पानी और अन्य सुविधाओं को लेकर पूरा इंतजाम करने का निर्देश दिया.
पीके जेना ने राष्ट्रपति के कार्यक्रम को लेकर दिया ये निर्देश
ओडिशा के मुख्यसचिव श्री जेना ने निर्देश दिया कि राष्ट्रपति के कार्यक्रम में बिजली संकट न हो, इसके लिए सभी कार्यक्रमों में अनुभवी विद्युत कार्यपालक अभियंताओं को तैनात किया जाये. उन्होंने फीडर लाइन से बिजली आपूर्ति बाधित होने पर वैकल्पिक बिजली व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया.
25 जुलाई को भुवनेश्वर पहुंचेंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
गृह विभाग ने तैयारी बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार (25 जुलाई) को दोपहर में भुवनेश्वर पहुंचेंगी. यहां राजभवन में पीवीटीजी (विशेष रूप से कमजोर आदिवासी समूहों) के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगी.
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मस्थान पर जायेंगी महामहिम
अगले दिन यानी बुधवार (26 जुलाई) को राष्ट्रपति का उत्कल गौरव मधुसूदन दास के आवास पर जाने के अलावा कटक और कटक चंडी मंदिर जाने का कार्यक्रम है. वह नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मस्थान का भी दौरा करेंगी, जिसे एक संग्रहालय में तब्दील कर दिया गया है.
ओडिशा हाईकोर्ट के स्थापना दिवस समारोह में शामिल होंगी
राष्ट्रपति ओडिशा हाईकोर्ट के 75वें फाउंडेशन दिवस समारोह और राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भी भाग लेंगी. वह कटक में एससीबी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के वार्षिक दिवस समारोह में भी शामिल होंगी.
ब्रह्मकुमारी केंद्र के लाइट हाउस की आधारशिला रखेंगी
द्रौपदी मुर्मू 27 जुलाई को भुवनेश्वर के टोमाडो में ब्रह्मकुमारी केंद्र के लाइट हाउस की आधारशिला रखेंगी. इसके बाद वह भद्रक में भद्रक ऑटोनॉमस कॉलेज के डायमंड जुबली समारोह में शामिल होंगी और उसी दिन दिल्ली लौट जायेंगी.
6 मई को राष्ट्रपति के कार्यक्रम में हो गयी थी बिजली गुल
ओडिशा सरकार का यह निर्देश 6 मई 2023 को महाराजा श्रीराम चंद्र भंजदेव विश्वविद्यालय, बारीपदा में कार्यक्रम के मद्देनजर अहम है. उस दिन कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति के संबोधन के वक्त करीब 9 मिनट तक बिजली की आपूर्ति बाधित हो गयी थी. राष्ट्रपति के कार्यक्रम में समुचित बिजली आपूर्ति सुनिश्चित नहीं कर पाने के कारण राज्य की आलोचना हुई थी.
ओडिशा सरकार की जमकर हुई थी आलोचना
बुद्धिजीवियों से लेकर राजनीतिज्ञ तक ने ओडिशा सरकार और प्रशासन की जमकर आलोचना की थी. बता दें कि ओडिशा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का गृह प्रदेश है. वह मयूरभंज जिले की रहने वाली हैं. सामाजिक कार्यकर्ता और राजनेता के रूप में उन्होंने ओडिशा में बहुत काम किया है. खासकर शिक्षा के क्षेत्र में.
झारखंड से है द्रौपदी मुर्मू का आत्मीय लगाव
बता दें कि ओडिशा में विधायक और मंत्री के रूप में जनता की सेवा की. बाद में उन्हें झारखंड का राज्यपाल बनाया गया. द्रौपदी मुर्मू संभवत: एकमात्र राज्यपाल हैं, जिन्हें एक राज्य में एक कार्यकाल में छह साल तक काम करने का अवसर मिला. दरअसल, कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन लगा हुआ था. उस समय राज्यपाल का भी तबादला नहीं हुआ. झारखंड से भी द्रौपदी मुर्मू का आत्मीय लगाव है. उनकी दादी झारखंड की ही थीं. झारखंड की मंत्री जोबा माझी उनकी दादी के परिवार की बहू हैं.