Varanasi News: अजान और हनुमान चालीसा का विवाद बढ़ता जा रहा है. इस विवाद में एक नया मोड़ आ गया है. अब खून से लिखे खत द्वारा मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की गुहार लगाई जा रही है. राष्ट्रीय हिंदू दल के अध्यक्ष रोशन पांडेय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए खून खत से लिखा. यही नहीं, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा को राइफल क्लब में पत्र सौंपने गए रोशन पांडेय व बीजेपी नेता सुमित मिश्रा को एसीएम चतुर्थ के निर्देश पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. हिरासत में लिए गए रोशन पांडेय ने प्रशासन पर कानून को लेकर भेदभाव करने की बात कही.
राष्ट्रीय हिंदू दल के अध्यक्ष ने कहा कि हम मंदिरों में लाउडस्पीकर लगवा रहे तो प्रशासन तार काट रहा, पर मस्जिदों में जब लाउडस्पीकर लग रहा तो उनके साथ वही सुलूक क्यों नहीं किया जा रहा.
Also Read: काशी में अजान और हनुमान चालीसा विवाद में सपा नेता ने छेड़ा नया राग, लोगों को सुना रहे ये फिल्मी गानाराष्ट्रीय हिन्दू दल के अध्यक्ष रोशन पांडेय और भाजपा नेता सुमित मिश्रा द्वारा देश की समस्त मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए संसद में कानून बनाने की मांग एवं राष्ट्रहित में कॉमन सिविल कोड लागू करने की मांग को लेकर अपने खून से वाराणसी जिलाधिकारी के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री को पत्र भेज कर मांग की है. हिन्दू नेता रोशन का कहना था कि आखिरकार एक देश में दो तरह के कानून क्यों हैं. हम मंदिरों में लाउडस्पीकर लगवा रहे हैं तो प्रशासन उसके तार कटवा दे रहा है. वहीं, मस्जिदों को प्रशासन ने लाउडस्पीकर से अजान की खुली छूट दे रखी है. देश में हिंदुओं के साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है.
Also Read: Varanasi News: अब अजान के वक्त बजेगा हनुमान चालीसा, महाराष्ट्र से UP पहुंचा अजान विवादमुख्यमंत्री द्वारा धार्मिक परिसर के अंदर ही आवाज सीमित रखने का निर्देश का अनुपालन वाराणसी में होता नहीं दिखा रहा है. इससे नाराज़ राष्ट्रीय हिन्दू दल अध्यक्ष हिन्दू नेता रोशन पांडेय एवं भाजपा नेता सुमित मिश्रा ने कलेक्ट्रेट परिसर में अधिवक्ताओं की चौकी पर बैठकर प्रधानमंत्री को संबोधित पत्र खून से लिखा, लेकिन एशियन फोर्थ मैडम द्वारा पत्र लेने से इनकार किया गया. साथ ही रोशन पांडेय और सुमित मिश्रा को कचहरी चौकी इंचार्ज को बुलाकर पुलिस हिरासत में भेज दिया. फिलहाल, दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय में मेडिकल करवाया जा रहा है.
हिरासत में लिए जाने से पहले रोशन ने कहा कि कानून सबके लिए एकसमान हो. यदि उन्हें मस्जिदों से लाउडस्पीकर से अजान की इजाजत है तो हमें भी मंदिरों में भजन-पूजन के लिए लाउडस्पीकर लगाने दिया जाए. यदि हमें मंदिरों में लाउडस्पीकर नहीं लगाने दिया जा रहा है तो फिर उन्हें भी मस्जिदों में न लगाने दिया जाए. ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति न पैदा की जाए, हम अपने ही देश में अपमानित महसूस करें.
रिपोर्ट- विपिन सिंह