पीएम नरेंद्र मोदी आज Vinoba Bhave University को 99.79 करोड़ रुपये देने की करेंगे घोषणा, जानें क्यों मिल रही इतनी बड़ी राशि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज विनोबा भावे विश्वविद्यालय (Vinoba Bhave University) को 99.79 करोड़ रुपये देने की घोषणा करेंगे. विभावि बिहार-झारखंड से इकलौता विश्वविद्यालय है, जिसको इतनी बड़ी राशि मिलेगी. प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत विभावि को राशि मिल रही है. ये रुपये भवन, पठन-पाठन और शोध के विकास पर खर्च किए जाएंगे.
विनोबा भावे विश्वविद्यालय (Vinoba Bhave University) को 99.79 करोड़ की राशि प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम-उषा) के तहत मिला है. इस अनुदान राशि की घोषणा वीडियो कांफ्रेंसिंग में 20 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. विभावि के विवेकानंद सभागार में 11 बजे कार्यक्रम होगा. मल्टी डिसिप्लिनरी एजुकेशन एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी और विश्वविद्यालयों के सशक्तिकरण जैसे कार्यक्रम की शुरुआत डिजिटल रूप से प्रधानमंत्री करेंगे. विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगी. सांसद जयंत सिन्हा व विधायक मनीष जायसवाल, विधायक जेपी भाई पटेल, विधायक अमित यादव, विधायक उमाशंकर अकेला, विधायक अंबा प्रसाद उपस्थित रहेंगी. पीएम उषा की ओर से आयोजित डिजिटल शुभारंभ कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की कुलपति सुमन कैथरीन किस्पोट्टा, सभी पदाधिकारी, संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, निदेशक, शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मी व विद्यार्थि भी उपस्थिति रहेंगे.
बोर्ड ने अनुदान की स्वीकृति 17 फरवरी को किया
भारत के विश्वविद्यालयों को बहु-विषयी शिक्षा व अनुसंधान विश्वविद्यालय (मल्टी डिसिप्लिनरी एडुकेशन एण्ड रिसर्च यूनिवर्सिटी) और विश्वविद्यालयों के सशक्तिकरण अवयव के तहत पीएम उषा की अनुदान राशि दी जा रही है. पूरे भारत से 78 विश्वविद्यालय का चयन किया गया है. इसमें 12926.10 करोड़ रुपये अनुदान राशि देने की स्वीकृति 17 और 18 फरवरी 2024 को परियोजना अनुमोदन बोर्ड की बैठक में दे गयी. बिहार-झारखंड से मात्र तीन विश्वविद्यालयों का चयन हुआ है. नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय व कोल्हन विश्वविद्यालय को 20-20 करोड़ रुपये की श्रेणी में चयन किया गया है. बिहार-झारखंड से इकलौता विश्वविद्यालय विनोवा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग है, जिसे 99.79 करोड़ रुपये के लिए चयनित किया गया है.
नवंबर 2023 में प्रस्ताव दिया गया था
विश्वविद्यालय के कुलपति सुमन कैथरीन किस्पोट्टा के मार्गदर्शन में अनुदान के लिए विश्वविद्यालय की ओर से प्रस्ताव नवंबर 2023 को दिया गया था. इस संबंध में रांची में उच्च शिक्षा निदेशालय में आयोजित प्रथम स्तरीय बैठक में भाग लेने के लिए विश्वविद्यालय प्रतिनिधि के रूप में इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ विकास कुमार, अर्थशास्त्र विभाग के प्राध्यापक डॉ उमेंद्र सिंह व विश्वविद्यालय अभियंत्रण महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ अरुण मिश्रा ने भाग लिया था. विश्वविद्यालय के सीसीडीसी डॉ किशोर कुमार गुप्ता एवं रूसा के निदेशक डॉ चंद्रशेखर सिंह के नेतृत्व में प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया गया था.
विवि परिसर में खर्च होगी राशि
इस अनुदान राशि से विश्वविद्यालय में पठन-पाठन और शोध के केंद्र के रूप में विकसित किया जायेगा. कुलसचिव डॉ एम आलम ने बताया कि अनुदान की राशि विनोबा भावे विश्वविद्यालय के वर्तमान परिसर में संचालित विभागों व पाठ्यक्रम पर खर्च किये जायेंगे. विकास से संबंधित कार्यक्रम पर भी खर्च किये जायेंगे.
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