गढ़वा में अचानक पहुंची जांच टीम, टीचर्स मिले गायब, हुई बड़ी कार्रवाई
गढ़वा शिक्षा पदाधिकारी मयंक भूषण ने शहर के विभिन्न सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान रामासाहू आर्यवैदिक प्लस टू उच्च विद्यालय से प्रधानाध्यापक एवं सहायक शिक्षक को गायब पाया. डीईओ ने दोनों का वेतन रोकते हुए शो कॉज जारी किया है.
Jharkhand News: जिला शिक्षा पदाधिकारी (District Education Officer- DEO) मयंक भूषण ने बुधवार को गढ़वा शहर के विभिन्न सरकारी विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया. उन्होंने राजकीयकृत बालिका प्लस टू उच्च विद्यालय, राज्यकीयकृत रामासाहू आर्यवैदिक प्लस टू उच्च विद्यालय, राजकीयकृत गोविंद प्ल्स टू उच्च विद्यालय एवं डीएवी मध्य विद्यालय का निरीक्षण किया. इस दौरान रामासाहू आर्यवैदिक प्लस टू उच्च विद्यालय से प्रधानाध्यापक एवं सहायक शिक्षक को गायब पाया. गायब प्रधानाध्यापक मनीष कुमार एवं सहायक शिक्षक सत्येंद्र राम का उन्होंने वेतन स्थगित करते हुए बिना सूचना विद्यालय से गायब रहने का कारण पूछा है.
एक साथ अधिक शिक्षकों को छुट्टी देने पर नाराज हुए DEO
इसके अलावे उन्होंने अन्य विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान पाया कि विद्यालयों में एक साथ एक से अधिक संख्या में शिक्षकों को अवकाश दे दिया गया है. इस पर उन्होंने प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया कि वे किसी भी हाल में एक साथ अधिक संख्या में शिक्षकों को अवकाश नहीं दें. इससे विद्यालय में शैक्षणिक व्यवस्था प्रभावित होती है तथा अराजक स्थिति उत्पन्न हो जाती है. इसके अलावे डीईओ के निरीक्षण के दौरान विद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति संख्या काफी कम पायी गयी.
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तीन नवंबर को शिक्षा सचिव का गढ़वा दौरा
इस दौरान विद्यालय के शिक्षकों ने डीईओ को बताया कि त्योहारों व छुट्टियों की वजह से विद्यालयों में बच्चे कम पहुंच रहे हैं. उन्होंने प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों को बच्चों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया. इस संबंध में डीईओ श्री भूषण से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि राज्य के शिक्षा सचिव का गढ़वा जिला का संभावित दौरान तीन नवंबर को तय किया गया है. उसी के मद्देनजर वे विद्यालयों का निरीक्षण कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान विद्यालयों की व्यवस्था, साफ-सफाई, उपस्थिति आदि के बारे में पूरी जानकारी ली गयी है. विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को यह निर्देश दिया गया है कि वे विद्यालय की शैक्षणिक एवं आधारभूत व्यवस्था को दुरूस्त करें.
रिपोर्ट : पीयूष तिवारी, गढ़वा.