SSLNT की प्राचार्या ने कुलाधिपति से लगायी सुरक्षा की गुहार, वीडियो बनाने वाली शिक्षिका को किया चिह्नित
प्राचार्या ने शिक्षकों की एक कमेटी के साथ शनिवार को घटना के समय का सीसीटीवी फुटेज भी देखा. इस फुटेज में सिर्फ एक शिक्षिका वीडियो बनाती दिख रही हैं. वह शिक्षिका इतिहास विभाग के बाहर खड़ी और रो रही थी.
मानदेय विवाद में असिस्टेंट प्रोफेसर के आत्महत्या करने के प्रयास के मामला के बाद एसएसएलएनटी महिला कॉलेज की प्राचार्या डॉ शर्मिला रानी ने कुलाधिपति सह राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से अपनी सुरक्षा की गुहार लगायी है. उन्होंने राज्यपाल को भेजे पत्र में पिछले एक सप्ताह के दौरान हुए सभी घटनाक्रम से अवगत कराया है. उन्होंने शिकायत की है कि कॉलेज में उनकी सुरक्षा को खतरा है. यह एक महिला कॉलेज है, लेकिन हाल के दिनों में कॉलेज में बाहरी तत्वों का हस्तक्षेप बढ़ गया है. वह उनके निशाने पर हैं. इस लिए वह खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है. इसी के साथ प्राचार्या ने शिक्षकों की एक कमेटी के साथ शनिवार को घटना के समय का सीसीटीवी फुटेज भी देखा. इस फुटेज में सिर्फ एक शिक्षिका वीडियो बनाती दिख रही हैं. वह शिक्षिका इतिहास विभाग के बाहर खड़ी और रो रही थी. उन्होंने तब वीडियो बनाना शुरू किया जब डॉ वीणा झा शर्मा को आत्महत्या के प्रयास से रोकने के लिए दरवाजा तोड़ा जा रहा था.
शिक्षक व शिक्षेकतर कर्मियों के साथ बैठक
वहीं शनिवार की घटना को लेकर प्राचार्या शर्मिला रानी ने कॉलेज के सभी शिक्षक व शिक्षेकतर कर्मियों के साथ बैठक की. इसमें उन्होंने सभी से जाना कि वह घटना के समय कहां थे. सभी ने घटना की निंदा की. शिक्षकों ने कहा इस तरह की घटना से कॉलेज की छवि धूमिल हुई है. घटना का वीडियो बना कर वायरल करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
सोमवार को कॉलेज नहीं आयीं डॉ वीणा
आत्महत्या का प्रयास करने वाली संविदा शिक्षिका डॉ वीणा झा शर्मा सोमवार को कॉलेज नहीं आयी. हालांकि कॉलेज के शिक्षक व कर्मचारी दिन भर उनका इंतजार करते रहे.
विवि प्रशासन को दोनों पक्षों ने सीलबंद लिफाफे में अपनी बातों को लिखकर दिया
इधर, कॉलेज की प्राचार्या और डॉ वीणा ने अपनी बात विवि प्रशासन के समक्ष रख दी है. दोनों पक्षों ने अपनी बात सील बंद लिफाफे में डीएडब्ल्यू डॉ एसके सिन्हा को सौंप दिया है. डीएसडब्ल्यू दोनों पक्ष की बातों को कुलपति के समक्ष रखेंगे. कुलपति अभी धनबाद में नहीं हैं. उनके वापस लौटने पर इस मामले में आगे की कार्रवाई की जायेगी.
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