Gorakhpur : शहर में एक अक्टूबर से प्राइवेट बसों की नहीं होगी एंट्री, सात दिन में तैयार हो जाएगा वाहन स्टैंड
गोरखपुर में जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए निजी बसों को शहर के बाहर ही रोका जाएगा.1 अक्टूबर से निजी बसें शहर के अंदर नहीं आएंगी. बाहर से आने वाली बस के लिए शहर के बाहर स्टैंड होंगे. इसके लिए स्थान चिन्हित कर लिया गया है. एक सप्ताह में स्टैंड बनकर तैयार हो जाएगा.
गोरखपुर: शहर में जाम से निजात दिलाने के लिए बस स्टैंड के लिए भूमि चिह्नित की गई है. एडीजी जोन, कमिश्नर, आईजी व नगर आयुक्त ने शुक्रवार को इसका निरीक्षण भी किया था.1 अक्टूबर से बिहार, देवरिया,कुशीनगर जाने वाले निजी बसें नंदा नगर और महाराजगंज जाने वाली बसों का संचालन बीआरडी मेडिकल कॉलेज के पास बने हुई स्टैंड से होगा.एक सप्ताह के भीतर चिह्नित भूमि को स्टैंड का रूप दे दिया जाएगा.
एडीजी ने जिलाधिकारी और एसएसपी को दिया सुझाव
दोनों नए बस स्टैंड में ही बसें खड़ी होंगी. बस को बाहर खड़ी करने पर पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाएगी. प्राइवेट बसों के चलते आए दिन शहर में जाम लग जाता है. अवैध स्टैंड और बस चालकों की मनमानी से जाम की समस्या बनी रहती है. गोरखपुर के रेलवे स्टेशन से लेकर विश्वविद्यालय, छात्रसंघ,मोहद्दीपुर से लेकर नौसढ तक रोजाना जान की समस्या बनी रहती है. इस रूट पर वाहन रेंगते रहते हैं. इस समस्या से निजात दिलाने के लिए एडीजी जोन गोरखपुर अखिल कुमार ने दो निजी बस स्टैंड को शहर से बाहर शिफ्ट करने का सुझाव जिलाधिकारी और एसएसपी को दिया.
बस और ऑटो स्टैंड बाहर शिफ्ट कर लिया
शासन से पूछताछ होने पर नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल की अगवानी में पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक हुई. जिसमें यह तय हुआ कि बस और ऑटो स्टैंड को एक माह की भीतर सुबह के बाहर शिफ्ट कर लिया जाएगा. लेकिन उसके बावजूद मामला ठंडे बस्ते में चला गया. उसके बाद दोबारा ADG जोन अखिल कुमार की पहल पर कमिश्नर अनिल डिंगरा ने दोबारा पहल किया.
विश्वविद्यालय चौराहा, रेलवे बस स्टेशन, नंद नगर के पास भूमि चिह्नित
इसके बाद अधिकारियों ने विश्वविद्यालय चौराहा,रेलवे बस स्टेशन, नंद नगर व मेडिकल कॉलेज के पास स्टैंड के लिए चिह्नित भूमि का दौरा किया. स्टैंड संचालक की दृष्टि से चिह्नित भूमि के सही पाए जाने पर अधिकारियों ने या फैसला लिया है कि 1 अक्टूबर से निजी बसों का संचालन यही से होगा. निजी बसें 1 अक्टूबर से शहर के अंदर प्रवेश नहीं करेंगी. गोरखपुर शहर के रेलवे स्टेशन, विश्वविद्यालय चौराहा, रोडवेज तिराहा से कुलपति आवास तक, कचहरी मंडलायुक्त कार्यालय के सामने, नॉर्मल टैक्सी स्टैंड ,पैडलेगंज चौकी के पास, रेलवे स्टेशन के बाहर होटल के सामने, धर्मशाला और पर्यटन कार्यालय के सामने मनमानी तरीके से स्टैंड चलते हैं.
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पहले चरण में निजी बसों को शहर से बाहर किया जाएगा
इस मामले में एडीजी जोन अखिल कुमार ने बताया कि गोरखपुर महानगर के अंदर जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए पहले चरण में निजी बसों को शहर से बाहर किया जाएगा. 1 अक्टूबर तक चिह्नित किए गए स्टैंड से बिहार, देवरिया , कुशीनगर व महाराजगंज जाने व आने वाले बसों का संचालन शुरू हो जाएगा. जो स्टैंड छूट गए हैं उन्हें दूसरे चरण में शहर से बाहर किया जाएगा.
निरीक्षण के बाद अधिकारियों ने यह लिया है फैसला
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रेलवे बस स्टेशन परिसर में रोडवेज की सभी बसें खड़ी होंगी.अनुपयोगी भवन को तोड़ने के साथ ही भूमि को समतल किया जाएगा. ताकि बस खड़ी करने में सुविधा न हो परिसर में सुलभ शौचालय का निर्माण होगा निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगेंगे.
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विश्वविद्यालय चौराहे पर कुल सचिव आवास के पास स्थित स्टैंड की भूमि को समतल किया जाएगा. फुटपाथ से ठेला वह दुकानों को हटाया जाएगा. सड़क पर वहां खड़े नहीं होंगे.
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महाराजगंज से आने वाली बसों को बीआरडी मेडिकल कॉलेज के पास खड़ी कराया जाएगा चिह्नित भूमि को नगर निगम की अधिकारी समतल करेंगे और बुनियादी सुविधा विकसित करेंगे इस टाइम से यात्री बस ऑटो ई रिक्शा से यात्री शहर में आएंगे.
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नंदा नगर में टीवी अस्पताल के पास स्टैंड बनेगा बिहार ,कुशीनगर, वह देवरिया जाने वाली बसों का संचालन यहीं से होगा नगर निगम बुनियादी सुविधा विकसित करेगा बस ऑटो ई रिक्शा से यात्री शहर में आएंगे.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप