रांची: झारखंड के अंदर जितनी भी कंपनियां हैं, उनमें 75 प्रतिशत स्थानीय लोगों को नौकरी देने की तैयारी की जा रही है. कंपनियों में ही शिविर लगवा कर स्थानीय लोगों को नौकरी दिलायी जायेगी. वनोत्पादन के लिए बाजार तैयार किया जा रहा है. एमएसपी भी तय किया जा रहा है. ये बातें सीएम हेमंत सोरेन ने गोइलकेरा में शुक्रवार को कही.
वह यहां मंत्री जोबा माझी के दिवंगत पति देवेंद्र माझी की श्रद्धांजलि सभा और आपकी योजना, आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड देश के सबसे पिछड़े राज्यों में शामिल है. यह इस राज्य का दुर्भाग्य है. राज्य के लोगों को अपने पैरों पर खड़ा होना होगा. लोगों को पलायन करने की जरूरत नहीं है. दूसरे राज्य में जाकर बर्तन मांजने से बचाने के लिए हम प्रदेश में ही काम दे रहे हैं.
प्रदेश के लोग अपने मुताबिक रोजगार तय करें, सरकार वैसा ही काम देगी. गांव के लोगों से अपील करता हूं कि वह अपना मूल काम नहीं छोड़ें. उन्होंने कहा कि हर प्रखंड में एक डिग्री कॉलेज खोला जायेगा. सरकार की ओर से संचालित सभी छात्रावासों में रसोइया, चौकीदार और भोजन की व्यवस्था राज्य सरकार करने जा रही है. बच्चों को केवल अब अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना है. मौके पर मंत्री सत्यानंद भोक्ता, जोबा माझी, सांसद गीता कोड़ा, विधायक दीपक बिरुवा, निरल पूर्ति, दशरथ गागराई व अन्य उपस्थित थे.
श्री सोरेन ने कहा कि राज्यवासी चुनौतियों से घबराएं नहीं. पूर्वजों की लड़ाई की बदौलत हमें राज्य मिला है. जिन राज्यों में भाजपा की सरकार नहीं है, वहां केंद्र सरकार गैर भाजपा सरकारों को भ्रष्ट साबित करने पर तुली हुई है. झारखंड की सरकार को भी बदनाम करने की साजिश रची गयी है.