इस विवादास्पद विज्ञापन पर फूटा प्रियंका चोपड़ा सहित इन सेलेब्स का गुस्सा, कहा- बेहद शर्मनाक…
ग्लोबल एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा किसी भी मुद्दे पर खुलकर विचार रखने के लिए जानी जाती हैं. वो अक्सर सोशल मीडिया पर बेबाकी से अपनी राय रखती है.
ग्लोबल एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) किसी भी मुद्दे पर खुलकर विचार रखने के लिए जानी जाती हैं. वो अक्सर सोशल मीडिया पर बेबाकी से अपनी राय रखती है. अब एक्ट्रेस का टीवी एड पर गुस्सा फूट पड़ा है. विज्ञापनों के जरिए ‘‘सामूहिक बलात्कार की संस्कृति” को बढ़ावा देने वाले परफ्यूम ब्रांड ‘लेयर शॉट’ के विवादास्पद विज्ञापनों की सिर्फ प्रियंका ने ही नहीं बल्कि फरहान अख्तर, ऋचा चड्ढा और स्वरा भास्कर के बाद ऋतिक रोशन ने भी कड़ी आलोचना की है.
विज्ञापन महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा को बढ़ावा देता हैऋतिक और प्रियंका ने भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) द्वारा इस संबंध में की गयी कार्रवाई की तारीफ की है. दरअसल, इत्र ब्रांड लेयर शॉट के विज्ञापन के वीडियो पर सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के एक बड़े वर्ग ने आपत्ति जताई है. उन्होंने आरोप लगाया है कि यह विज्ञापन महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा को बढ़ावा देता है.
प्रियंका चोपड़ा जोनास ने भी विज्ञापन की आलोचना करते हुए ट्वीट कर कहा, “बेहद शर्मनाक और घृणित. मुझे बहुत खुशी है कि इसे बाहर कर दिया गया और अब मंत्रालय ने इसे हटा दिया है.” ऋतिक ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर लिखा कि वह ऐसे विज्ञापन बनाने वाली कंपनी की असंवेदनशीलता पर हैरान और स्तब्ध हैं.
यह विज्ञापन कोई दुर्घटना नहीं हैऋचा चड्ढा ने ट्वीट किया, ‘यह विज्ञापन कोई दुर्घटना नहीं है. एक विज्ञापन बनाने के लिए, एक ब्रांड निर्णय लेने की कई परतों से गुजरता है. क्रिएटिव, स्क्रिप्ट, एजेंसी, क्लाइंट, कास्टिंग… क्या हर कोई सोचता है कि बलात्कार एक मजाक है? रहस्योद्घाटन! इस ब्रांड, जिस एजेंसी ने यह विज्ञापन बनाया है, उस पर उस गंदगी के लिए मुकदमा चलाया जाना चाहिए जो वे परोस रहे हैं.’
Also Read: इस वजह से दीपक कुमार मिश्रा ने बनाई फुलेरा ‘पंचायत’ की कहानी, निर्देशक ने खुद किया खुलासा महिलाओं के चित्रण के प्रति हानिकारक हैंइससे पहले शनिवार को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने ट्विटर और यूट्यूब को अपने-अपने सोशल मीडिया मंच से एक इत्र ब्रांड के उन विज्ञापनों के वीडियो हटाने को कहा, जिसने ‘‘सामूहिक बलात्कार को बढ़ावा देने वाली संस्कृति” को लेकर आक्रोश पैदा किया था. ट्विटर और यूट्यूब को भेजे पत्र में मंत्रालय ने कहा था कि ये वीडियो शालीनता और नैतिकता के लिहाज से महिलाओं के चित्रण के प्रति हानिकारक हैं और सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशा-निर्देश एवं डिजिटल मीडिया आचार संहिता) का उल्लंघन हैं.