Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली की सदर तहसील के तहसीलदार शेर बहादुर सिंह से गुरुवार दोपहर प्रोपर्टी डीलर पर ऑफिस में गाली-गलौज कर मारपीट का आरोप है. आरोपी पर सरकारी अभिलेख फाड़ने का भी आरोप लगा है. तहसीलकर्मियों ने काफी मुश्किल से आरोपी प्रॉपर्टी डीलर को ऑफिस से निकालकर मामला शांत किया. मगर इससे तहसील में अफरा-तफरी मच गई. पुलिस ने पेशकार लाखन सिंह की तरफ से आरोपी प्रॉपर्टी डीलर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
सदर तहसील के तहसीलदार शेर बहादुर सिंह गुरुवार दोपहर दफ्तर में बैठकर सरकारी कार्य निपटाने के साथ ही फरियादियों की समस्याओं को सुन रहे थे. इसी दौरान बदायूं जनपद के दातागंज निवासी प्रदीप यादव, जो बरेली के कैंट थाना लाल फाटक निवासी प्रदीप यादव ऑफिस में घुस आया. उसने तहसीलदार के साथ अभद्रता की. इसके साथ ही मारपीट करने लगा. आरोपी पक्ष का कहना है कि एक पीड़ित का जमीन का काम था. उसके लिए काफी समय से तहसीलदार के पास एक रहे थे. यह आज बात करने आएं थे. मगर तहसीलदार ने बात सुनने के बजाय पुलिस को बुला लिया.
आरोपी प्रदीप यादव ने सदर तहसील के तहसीलदार के साथ गाली-गलौज, मारपीट कर अभिलेख फाड़ दिए थे. इस मामले में आरोपी के खिलाफ गाली गलौज,मारपीट और सरकारी कार्य में बाधा डालने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.
हिमांशु निगम, इंस्पेक्टर कोतवाली
तहसीलदार के पेशकार लाखन सिंह ने बताया कि आरोपी जमीन का काम करता है. प्लॉट पर कब्जे का मामला था. इसको लेकर ही प्रदीप आया था. साहब एक महीने बाद छुट्टी से लौटे हैं. वह ऑफिस में आकर बदतमीजी की. इसके साथ ही मारपीट करने लगा. उसने टेबल पर रखे सरकारी अभिलेख फाड़ दिए. तहसीलदार के दफ्तर में गाली-गलौज की आवाज सुनकर पेशकार लाखन समेत अन्य कर्मचारी आ गए. कर्मचारियों ने काफी मुश्किल से आरोपी प्रॉपर्टी डीलर को हटाया. इसके बाद कोतवाली थाना पुलिस को सूचना दी. कोतवाल हिमांशु निगम टीम के साथ तहसील पहुंचे. उन्होंने आरोपी को हिरासत में ले लिया है. आरोपी के खिलाफ पेशकर लाखन सिंह की तरफ से गाली-गलौज, मारपीट और सरकारी कार्य मे बाधा डालने का मुकदमा दर्ज किया है. इससे पहले भी आरोपी ने बिजली अफसरों के साथ मारपीट की थी. यह मामला भी काफी चर्चित रहा था.
आरोपी कुछ समय से एक जमीन से जुड़े मामले को लेकर फोन कर रहा था.मैं करीब एक महीने की छुट्टी से लौट कर आया हूं.आज आरोपी ने ऑफिस में घुसकर बदतमीजी की, गाली गलौज करने के साथ ही सरकारी का अभिलेख फाड़ दिए.
शेर बहादुर सिंह, तहसीलदार सदर बरेली
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद