Jharkhand News: कोडरमा जिला अंतर्गत चंदवारा थाना की पुलिस ने रांची-पटना रोड स्थित उरवां के पास संचालित झील रेस्टोरेंट में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड किया है. यहां से रेस्टोरेंट के दो संचालकों के अलावा चार महिलाएं सहित कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक फरार हो गया. पुलिस की यह कार्रवाई पूरे जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है. जिस रेस्टोरेंट सह होटल के संचालन की जिम्मेवारी झारखंड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड, रांची से टेंडर के जरिए हजारीबाग के दो लोगों ने हासिल की थी उसमें अय्याशी का इस तरह का खेल चल रहा था. उससे कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.
इन लोगों की हुई गिरफ्तारी
गिरफ्तार लोगों में रेस्टोरेंट संचालक तपेश्वर साव पिता स्वर्गीय बालेश्वर प्रसाद निवासी रसोइया धमना बरही, प्रफुल्ल सिंह 34 वर्ष पिता प्रभुनाथ सिंह निवासी पगमल रोड लोह सिंघना हजारीबाग, मैनेजर मनीष कुमार गुप्ता पिता सुरेश साव निवासी गमलावर चौपारण हजारीबाग के अलावा धर्मेंद्र कुमार उर्फ पिंटू 35 वर्ष पिता स्वर्गीय रामलखन सिंह निवासी कोवा जिला गया, सौरभ कुमार 32 वर्ष पिता रवींद्र प्रसाद सिंह निवासी हिलसा नालंदा, राजशेखर 33 वर्ष पिता रामजी प्रसाद निवासी इस्लामपुर नालंदा, सुमित कुमार 25 वर्ष पिता अमरेंद्र प्रसाद निवासी दरियाचक पटना, नीरज कुमार 27 वर्ष्ज्ञ पिता राजेंद्र सिंह निवासी राजापाकर वैशाली, नीरज अभिषेक 28 वर्ष पिता रणवीर सिंह निवासी बडाम हरनौत नालंदा बिहार, महिलाओं में जमीला खातुन 35 वर्ष पति नईमउद्दीन निवासी कारीखोखो नवलशाही, सीमा देवी 30 वर्ष पति इंद्रजीत कुमार निवासी कतरास धनबाद, मंजू देवी 25 वर्ष पति दामोदर पोद्दार उर्फ दामोदर सोनी व राखी कुमारी उर्फ सोनी 22 वर्ष पिता ब्रह्मदेव प्रजापति मयूरहंड चतरा शामिल हैं. वहीं एक आरोपी राहुल पासवान पिता प्रदीप कुमार पासवान निवासी दारू हजारीबाग फरार है.
बिहार सहित अन्य जगहों से आती है लड़कियां
पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव ने बुधवार को बातचीत में बताया कि झील रेस्टोरेंट परिसर में बाहर से लड़कियों को बुलाकर सेक्स रैकेट का संचालन किए जाने की सूचना मिली थी. सूचना पर एसडीओ अशोक कुमार, चंदवारा थाना प्रभारी अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में बुधवार की अहले सुबह पुलिस टीम ने यहां छापामारी की. इस दौरान कुछ महिलाएं, युवती एवं पुरुष आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए. पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि बिहार सहित अन्य जगहों से आने वाले लोगों को हजारों रुपये लेकर कमरा सहित अय्याशी के लिए लड़कियों को यहां परोसा जाता था. इधर, जानकारी सामने आयी है कि पुलिस ने मौके से बिहार नंबर की एक कार के अलावा कमरों से आपत्तिजनक सामान भी बरामद किया है.
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शराब-शबाब के साथ अय्याशी का बना दिया अड्डा
पुलिस ने किसी सरकारी एजेंसी से हायर किए गए रेस्टोरेंट कम होटल में सेक्स रैकेट का जिस तरह भंडाफोड किया है. उससे कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. खासकर जिस झील रेस्टोरेंट की पहचान एक समय में अलग होती थी उसकी पहचान पर इस बार बड़ा दाग लग गया है. पुलिस ने जिस तरह छापामारी कर मामले का खुलासा किया है उससे कई तस्वीरें सामने आईं है. तस्वीरें देख यह स्पष्ट है कि झारखंड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड से टेंडर द्वारा रेस्टोरेंट को चलाने के लिए लेने वाला संचालक इतनी मनमर्जी करने लगा कि वह यहां शराब-शबाब के साथ अन्य कई गलत काम करने लगा.
लंबे समय से चल रहा था खेल
पुलिस ने बुधवार की अहले सुबह जरूर यहां छापा मारा, पर जानकार बताते हैं कि लंबे समय से यहां पर इस तरह का खेल चल रहा था और कानों-कान किसी को खबर तक नहीं थी. झील रेस्टोरेंट बिहार-झारखंड जब एक हुआ करता था उस समय रांची-पटना रोड से गुजरने वाले लोगों के लिए एक अच्छा आराम करने वाला स्थान था, पर पड़ोसी राज्य बिहार में शराब बंदी के बाद वहां के लोगों की पहल पसंद यहां आकर शराब पीने व मौज मस्ती करने वाली जगह के रूप में हो गई थी. ऊपर से संचालक ने यहां बाहर से लड़कियों को मंगाकर परोसना शुरू कर दिया.
पुलिस ने कई आपत्तिजनक सामान किया बरामद
पुलिस की मानें, तो पकड़े गए संचालक सहित 13 लोगों से पूछातछ में यह बात सामने आयी है कि करीब तीस हजार में एक रात के लिए पूरी पार्टी बुक कराई गई थी. इसमें शराब के साथ शबाब भी परोसा गया. पुलिस ने कई आपत्तिजनक सामान बरामद भी किया. यह भी जानकारी सामने आई है कि जब पुलिस मौके पर पहुंची तो कमरों में महिला-पुरुष आपत्तिजनक हालत में थे. सभी को पकड़ने के बाद पुलिस टीम चंदवारा थाना ले आई. इसके बाद मामले को दबाने के लिए घंटों प्रयास चला, पर वरीय अधिकारियों का खुद हस्तक्षेप् होने से मामले का पूरा खुलासा हो गया. साथ ही संचालक को भी पुलिस टीम ने धर दबोचा. मालूम हो कि इस रेस्टोरेंट को झारखंड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड पहले खुद चलाता था. हाल में इसका टेंडर कर निजी एजेंसी को दिया गया है. एजेंसी ने करार के तहत यहां कुछ काम भी किया है, पर इस तरह का गंदा खेल सामने आने के बाद एजेंसी की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है.
Posted By: Samir Ranjan.