बायोमेट्रिक हाजिरी का विरोध, पुरानी पेंशन के समर्थन में धरना पर बैठे डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के शिक्षक

उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक महासंघ के सदस्य सेवानिवृत्ति के पश्चात जीवन यापन के लिए पुरानी पेंशन को बहाल करने की मांग कर रहे हैं.

By अनुज शर्मा | August 22, 2023 6:32 PM
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आगरा. आगरा विश्वविद्यालय में उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक महासंघ द्वारा शिक्षकों की अनेक मांग और समस्याओं के लिए धरना प्रदर्शन किया गया. करीब 3 से 4 घंटे तक चले इस धरने प्रदर्शन के बाद महासंघ के कर्मचारियों ने अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन विश्वविद्यालय के कुलसचिव को सौंपा. उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की.

पुरानी पेंशन को बहाल करने की मांग

आगरा में 22 अगस्त को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से संबद्ध सभी अनुदानित महाविद्यालय के शिक्षक के आह्वान पर विश्वविद्यालय मुख्यालय पर अपनी मानों के समर्थन में एक दिवसीय धरना दिया गया. कुलपति के माध्यम से अपनी मांगों एवं समस्याओं के प्रति उनका ध्यान आकर्षित करते हुए इन मांगों का अति शीघ्र निदान करने को कहा गया. उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक महासंघ सेवानिवृत्ति के पश्चात जीवन यापन के लिए पुरानी पेंशन को बहाल करने की मांग कर रहे हैं. साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अनुदानित महाविद्यालयों में प्राचार्य प्राध्यापकों छात्र-छात्राओं के लिए अनिवार्य की गई बायोमेट्रिक उपस्थिति का भी विरोध किया. उन्होंने बताया कि यह आदेश निजी करण को आश्रय देने वाला एवं सभी को समान शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराने की संवैधानिक भावना का उल्लंघन करता है. इससे आर्थिक रूप से कमजोर छात्र छात्राएं उच्च शिक्षा से वंचित हो जाएंगे. तथा यह उच्च शिक्षा के नवाचार शोध एवं नई शिक्षा नीति के उन्नयन में बाधक बनेगा.

पीएचडी इंक्रीमेंट की याद दिलाई

कर्मचारियों ने बताया कि पिछली सरकार के समय में पीएचडी इंक्रीमेंट की घोषणा तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा की गई थी. वित्तीय स्वीकृति भी प्राप्त हो गई थी. ऐसे में उसे जल्द से जल्द लागू किया जाए. स्थानांतरण की जटिल प्रक्रिया को सुगम करते हुए इसकी समय सीमा 1 वर्ष एनओसी की बाध्यता समाप्त कर ऑनलाइन स्थानांतरण की सुविधा एवं रोस्टर जैसी विसंगतियों को दूर किया जाए.राज्य कर्मचारियों की भांति अनुदानित महाविद्यालयों के शिक्षकों को भी निशुल्क चिकित्सा सुविधा का लाभ दिया जाए. करीब 24 सूत्रीय मांगों के समर्थन में दिए गए इस धरने की अध्यक्षता महासंघ के अध्यक्ष डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान एवं संचालन औटा महामंत्री डॉ भूपेंद्र चिकारा द्वारा किया गया.

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धरना में यह शिक्षक रहे मौजूद

अध्यक्ष प्रोफेसर वीरेंद्र सिंह चौहान , महामंत्री प्रोफेसर भूपेंद्र कुमार चिकारा , प्रोफेसर अमर कुमार धारीवाल, डॉ दिग्विजय पाल सिंह, प्रोफेसर अनुराधा गुप्ता, डॉ शशिकांत पांडे, डॉ गौरव कौशिक, डॉ निर्मला सिंह, प्रोफेसर पुष्पेंद्र सिंह प्रोफेसर युवराज सिंह, प्रोफेसर संजय मिश्रा, डॉ एम पी सिंह, प्रोफेसर राधा रानी गुप्ता, प्रोफेसर प्रशांत अग्रवाल, प्रोफेसर यदुराज सिंह, प्रोफेसर शिखा मालवीय, डॉ दिगप्रताप सिंह, डॉ निर्भय सिंह, प्रोफेसर विजय कुमार सिंह प्रोफेसर विक्रम सिंह, डॉ पूनम तिवारी, डॉ अनुराग पालीवाल, डॉ कुलदीप सिंह, , डॉ प्रवीन कुमार शर्मा, डॉ सुनील बाबू चौधरी, डॉ विजय नारायण सिंह प्रोफेसर शम्स आलम आदि शिक्षक ने धरने को संबोधित किया.

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