गोपालगंज : नेपाल की सदन में भारत की आवाज (india nepal tension) को बुलंद करने वाली बेटी सरिता गिरि (Nepal MP Sarita Giri) की सदस्यता समाप्त होने का मलाल उनके मायके गोपालगंज जिले को भी कम नहीं है. परिवार के लोगों में जहां नेपाल सरकार के प्रति गुस्सा है वहीं भारत सरकार से लोग नेपाल का हुक्का-पानी बंद करने की अपील कर रहे है. नेपाल सरकार ने गुरुवार को सरिता गिरि की सांसद सदस्यता को रद्द कर दिया.
इसकी जानकारी जब सरिता के मायके सदर प्रखंड के मानिकपुर पहुंची तो मायूसी छा गयी, लेकिन फक्र भी कम नहीं है. अपने देश के खातिर सदन में सरकार को ललकार कर भारत की वकालत की. सरिता गिरि के पिता रिटायर श्रम विभाग के डिप्टी कमिश्नर विजय बहादुर गिरि बीमार है. उनको अपने बेटी पर गर्व है. नेपाल की सदन में अपने जन्म धरती के कर्ज को चुकाने का काम किया. साजिश के तहत गैर कानूनी तरीके से सदस्यता खत्म किया गया.
सरिता गिरि के चाचा चंद्रवंश गिरि उर्फ टून्ना गिरि तथा भाई निर्मल गिरि ने कहा कि नेपाल के सदन में भारत के बेटी-रोटी की संबंधों का हवाला देते हुए नेपाल सरकार के फैसले का विरोध किया. नेपाल भारत से सभी संबंधों को तोड़ना चाहता है तो अब उसका भी हुक्का-पानी बंद होना चाहिए. भारत-नेपाल में सीमा विवाद के कारण तनावपूर्ण रिश्तों के बीच 18 मई को नेपाल ने एक नक्शा जारी कर भारत के तीन हिस्सों लिपुलेख, लिम्पियाधुरा, कालापनी को अपना हिस्सा बताते हुए सदन में पारित करने के लिए पेश किया. संविधान संशोधन के प्रस्ताव पर सांसद सरिता गिरि ने खुलेआम विरोध करते हुए असंवैधानिक करार दिया, तथा इसे खारिज करने की वकालत की थी.
कौन है सांसद सरिता गिरि : सदर प्रखंड के मानिकपुर गांव के स्वतंत्रता सेनानी रहे स्व जलेश्वर गिरि के पुत्र विजय बहादुर गिरि की बेटी सरिता गिरि है. सरिता चार बहने व एक भाई निर्मल गिरि तथा चाचा पटना हाइकोर्ट के वरीय अधिवक्ता यदुवंश गिरि, गोपाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रवंश गिरि उर्फ टून्ना गिरि , लोक अभियोजक देववंश गिरि है.