धनबाद के झरिया इंटर महाविद्यालय में चल रहा है पब्लिक स्कूल, डीइओ की निरीक्षण रिपोर्ट में हुआ खुलासा
धनबाद के झरिया स्थित सुदामडीह के निहार भारती इंटर महाविद्यालय में केडीएम पब्लिक स्कूल का संचालन हो रहा है. यह खुलासा तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रबला खेल की ओर से किये गये निरीक्षण रिपोर्ट में हुआ है.
Dhanbad News: झरिया स्थित सुदामडीह के निहार भारती इंटर महाविद्यालय में केडीएम पब्लिक स्कूल का संचालन हो रहा है. यह खुलासा तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रबला खेल की ओर से किये गये निरीक्षण रिपोर्ट में हुआ है. गौरतलब है कि प्रबला ने 13 जुलाई को निरीक्षण कर रिपोर्ट अगस्त माह में मुख्यालय को भेजा है. अब यह रिपोर्ट सार्वजनिक हुई है.
निरीक्षण के दौरान निहार भारती इंटर महाविद्यालय के संचालित होने का कोई प्रमाण ही नहीं मिला. बल्कि परिसर में केडीएम पब्लिक स्कूल लिखे हुए वाहन खड़े थे. रिपोर्ट में पूर्व डीइओ ने निहार भारती इंटर महाविद्यालय सुदामडीह झरिया का स्थापना अनुमति व स्थायी प्रस्वीकृति रद्द करते हुए सरकारी राशि की वसूली करने के लिए कानूनी कार्रवाई की अनुशंसा की है. जांच रिपोर्ट माध्यमक शिक्षा झारखंड निदेशक व अधिविद्य परिषद सचिव को जांच रिपोर्ट भेजी गयी है.
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जांच रिपोर्ट
भारती इंटर महाविद्यालय के तीन कमरों में केडीएम पब्लिक स्कूल और चार कमरों में कौशल विकास केंद्र संचालित हो रहा है. 27 जुलाई को महाविद्यालय प्राचार्य व सचिव के साथ जांच की गयी थी. साक्ष्य के रूप में स्कूल में संचालित पब्लिक स्कूल का फोटों भी लिया गया. कौशल विकास केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों ने बताया था कि नर्सिंग, फैशन, डिजाइन, सिलाई कढ़ाई का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है. यहां एक कमरे में नर्सिंग से संबंधित उपकरण भी रखे हुए थे.
नियमों की अनदेखी की गयी
जांच में पाया गया कि नियमों की अनदेखी की गयी है. सत्र 2018-19 से 2021-22 में 75 लाख से अधिक अनुदान की राशि आयी है. विकास मद की राशि भी है. सरकारी अनुदान से विकास मद में प्राप्त राशि की व्यय किस मद में किया जाए इस संबंध में महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा भी कोई निर्णय नहीं लिया गया है.महाविद्यालय में भवन निर्माण समिति एवं क्रय समिति भी गठित नहीं है. महाविद्यालय की ओर से छात्राओं का वर्ग संचालन नहीं कर पंजीयन एवं फॉर्म भरवाकर रकम की वसूली की जा रही है. दूसरी तरफ छात्राओं की संख्या के आधार पर सरकार से अनुदान प्राप्त कर बंदरबांट किया जा रहा है.
प्रभारी प्राचार्य की शैक्षणिक प्रमाण पत्र नहीं मिले
महाविद्यालय की राखी कुमारी को प्रभारी प्राचार्य बताया गया. लेकिन शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक योग्यता से संबंधित कोई अभिलेख उपलब्ध नहीं कराया गया. उसकी नियुक्ति से संबंधित शासी निकाय का निर्णय व महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा की गयी कार्रवाई का कोई अभिलेख नहीं उपलब्ध कराया गया. सचिव दीपक कुमार मिश्रा की प्रभारी प्राचार्य राखी कुमारी है. महाविद्यालय में कार्यरत शिक्षक एवं कर्मियों की नियुक्ति प्रक्रिया से संबंधित अभिलेख की मांग की गयी, जो कि प्रभारी प्राचार्य व सचिव के द्वारा नहीं दिखाया गया. कार्यालय कार्य को संपादन करने के लिए लिपिक, लेखापाल की नियुक्ति भी नहीं है. जांच में पाया गया कि महाविद्यालय के भूमि से संबंधित अभिलेख भी उपलब्ध नहीं है.