आगरा में आज से शुरू हुआ पल्स पोलियो अभियान, घर-घर जाकर बच्चों को पिलाई जा रही दो बूंद की खुराक
आगरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि यह अभियान 6 दिन तक चलेगा. पहले दिन बूथ पर दवा दी जाएगी. आखिरी 5 दिन टीमें दिन परिवारों को दवा पिलाएंगी.
आगरा. उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में नवनिर्वाचित पार्षदों ने शनिवार को अपने पद की शपथ ले ली. वहीं स्वास्थ्य विभाग अब इन नव निर्वाचित पार्षदों की मदद से पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान की शुरुआत कर रहा है. आगरा जिले में 6 लाख 80 हजार बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाएगी. इस अभियान के पहले दिन आज 2542 भूतों पर बच्चों को दवा पिलाई जा रही है. स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए 1718 टीम तय कर दी है. जो नवनिर्वाचित पार्षदों की मदद से घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की दवा पिलाएंगी.
यह अभियान 6 दिन तक चलेगा
आगरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि यह अभियान 6 दिन तक चलेगा. पहले दिन बूथ पर दवा दी जाएगी. आखिरी 5 दिन टीमें दिन परिवारों को दवा पिलाएंगी. अभियान में नवनिर्वाचित पार्षद के सहयोग भी लिया जाएगा. उन परिवारों में बच्चों को दवा पिलाई जाएगी जो पिछले राउंड में छूट गए थे. परिवारों को बूथ दिवस पर ही दवा पिलाने के लिए प्रेरित किया जाएगा. पोलिया अभियान के प्रति जागरूकता के लिए रैली और जनसंपर्क कार्यक्रम भी चलेंगे. जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि पोलियो की दवा 5 वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों के लिये आवश्यक है.
पोलियो या पोलियोमेलाइटिस खतरनाक बीमारी
यह दवा बच्चों के जन्म पर, छठे, दसवें और चौदहवें सप्ताह में देनी होती है. इसके बाद 16 से 24 माह की आयु में बूस्टर की खुराक दी जानी चाहिए. 5 वर्ष तक की आयु के बच्चों को बार-बार खुराक पिलाने से इस बीमारी से लड़ने की क्षमता बढ़ती है. पोलियो या पोलियोमेलाइटिस खतरनाक बीमारी है. पोलियो वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक मल द्वारा फैलता है. व्यक्ति के अंदर वायरस जब प्रवेश कर लेता है तो उसके मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है. उसकी वजह से लकवा भी हो सकता है.
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स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी अभियान को सफल बनाने में जुटेंगे
जिले में अभियान के दौरान 101 ट्रांजिट और 43 मोबाइल टीमें भी सक्रिय रहेंगी. उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. सुशील कुमार, अर्बन कोऑर्डिनेटर आकाश गौतम, विश्व स्वास्थ्य संगठन एसएमओ डॉ. संदीप ठक्कर, यूनिसेफ के डीएमसी राहुल, वीसीसीएम शिव कुमार तिवारी, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, लिंक कार्यकर्ता, पल्स पोलियो अभियान के सपोर्टिंग स्टाफ समेत स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी अभियान को सफल बनाने में जुटेंगे.