Purnea: गुलाबबाग में लगा दो किमी लंबा जाम, तीन घंटों तक फंसे रहे स्कूली बच्चे और एंबुलेन्स
Purnea: गुलाबबाग का जाम से रिश्ता वर्षों पुराना है. दो किलोमीटर लंबे जाम में राहगीर, स्कूली छात्र, एंबुलेन्स, यात्री बसें, बाइक सवार तपती-चिलचिलाती धूप में करीब तीन घंटे तक फंसे रहे.
Purnea: गुलाबबाग का जाम से रिश्ता वर्षों पुराना है. अभी मक्के का सीजन ठीक से शुरू भी नहीं हुआ है और जाम की समस्या शुरू हो गयी है. दो किलोमीटर लंबे जाम में राहगीर, स्कूली छात्र, एंबुलेन्स, यात्री बसें, बाइक सवार तपती-चिलचिलाती धूप में करीब तीन घंटे तक फंसे रहे और पसीने से सराबोर हो जाम से निकलने की कोशिश करते रहे. गुलाबबाग में मंगलवार को सब कुछ मंगल नहीं दिखा. यहां जाम में गाड़ियां रेंगती रहीं.
शहर का सोनौली चौक सुबह करीब दस बजे के करीब जाम के जाल में फंस गया. उत्तर-दक्षिण-पूरब-पश्चिम चौतरफा जाम और गाड़ियों लंबी कतार के बीच स्कूली बच्चे, एंबुलेन्स, यात्री बसें, कमर्शियल ट्रक, टेम्पो, बाइक सवार समेत अन्य गाड़ियां जाम से निकलने की जद्दोजहद में प्रयास करती रहीं. सबसे बड़ी समस्या यह थी कि जाम से निकलने की जद्दोजहद में लोग समस्या और बढ़ा रहे थे. विडंबना थी कि जाम में ट्रैफिक पुलिस के जवान भी कुछ कर पाने में विवश दिखे. इससे जाम और गहराता गया.
सबसे अधिक परेशानी एंबुलेन्स के मरीज और स्कूली बच्चों के साथ स्थानीय दुकानदारों को हुई. हालांकि, कुछ घंटों बाद कुछ स्थानीय समाजसेवियों और सदर थाने की पुलिस के सहयोग से जाम से निजात मिल सकी और राहगीरों ने राहत की सांस ली. विदित हो कि गुलाबबाग में अप्रैल के अंतिम महीने से मक्का किसानों की गाड़ियां बड़े पैमाने पर मंडी पहुचती हैं. वहीं, गेहूं और अन्य रबी फसलों का मंडी में आना अप्रैल, मई, जून और जुलाई में लगा रहता है. इससे चार महीने तक जाम की समस्या हर रोज उत्पन्न होती है.
गुलाबबाग मंडी में पहुंची हजारों अनाज लदी गाड़ियों का अनाज बिक्री के बाद वापस बाजार में माप-तौल और गोदाम तक जाने के लिए आना. गुलाबबाग के लिंक रोड जैसे- हसदा रोड बागेश्वरी रोड, सोनौली चौक, पोलोग्राम के आसपास गोदाम होने से गाड़ियों का दबाव शहर की मुख्य सड़कों पर अधिक होता है. वहीं, माप-तौल के लिए धर्मकांटा भी शहर के व्यस्ततम चौराहों के आसपास होना भी जाम की मुख्य वजह है.
यातायात पुलिस जाम की समस्या से रूबरू है. इसके बावजूद ट्रैफिक व्यवस्था की स्थिति काफी कमजोर है. यातायात नियमों के प्रतिकूल वाहन चालकों की मनमानी जाम का कहर आम आदमी पर पड़ता है. गौरतलब है कि अप्रैल माह अब समाप्ति की ओर है. ऐसे में रबी फसलों का मंडी में आना भी प्रारंभ हो चुका है. इसकी एक झलक मंगलवार को जाम के रूप में दिखी .ऐसे में स्थानीय लोगों की मांग एक बार पुनः शुरू हो गयी है कि गुलाबबाग में वन-वे रुट का सिस्टम फिर से शुरू किया जाये और ट्रैफिक पुलिस पोस्ट पर अधिक जवानों की नियुक्ति की जाये.
यातायात पुलिस के अधिकारियों की गाड़ियां भी गुलाबबाग में यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु नियमित रूप से भ्रमण करे. ताकि, जाम की समस्या उत्पन्न ना हो. मांग करनेवालों में संजय चौधरी, संजय सिंह अधिवक्ता, सामाजिक कार्यकर्ता अक्षय कुमार, रूपवेंद्र कुमार राय, विनीत बंसल, राहुल कुमार सहित स्थानीय दुकानदार और स्कूली बच्चों के अविभावक शामिल हैं.