पूर्णिया: काेराेना काल में पूर्णिया सदर अस्पताल में बड़ी लापरवाही उजागर हुई है़. आलम यह है कि जिस भवन में काेराेना जांच लैब संचालित हाे रहा है, उसी भवन के एक कमरे में काेराेना से संक्रमित हुए एक स्वास्थ्यकर्मी काे काेरेंटिन हाेने की छूट दी गयी है. वह भी तब जब काेराेना लैब में राेजाना दर्जनाें की तादाद में लाेग अपनी जांच कराने पहुंचते हैं. इसके बावजूद उक्त कर्मी न केवल काेरेंटिन है बल्कि अपने परिजनाें काे भी वहां बुलाता है.
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परिजन भी उससे न सिर्फ मिलने आते हैं बल्कि उसके लिए खाना व अन्य जरूरी सामान लेकर आते हैं. इस दाैरान संक्रमित कर्मी भी किसी की परवाह किए बगैर कमरे से बाहर निकलकर परिजनाें से मुखातिब हाेता है. इस संबंध में माेबाइल पर संपर्क करने पर सदर अस्पताल के सुप्रीटेंडेंट डॉ इन्द्रनारायण ने स्वीकार किया कि सदर अस्पताल में एक स्वास्थ्यकर्मी काे संक्रमण के बाद काेरेंटिन किया गया है.
राज्य मुख्यालय के निर्देश पर किसी डॉक्टर या स्वास्थ्यकर्मी के संक्रमित हाेने पर उन्हेेें हाेम काेरेंटिन का विकल्प दिया गया है. जबकि जिले में काेराेना संक्रमिताें के लिए अलग से काेविड आइसाेलेशन कार्यरत हैं. इसके बाद भी केवल एक स्वास्थ्यकर्मी पर अस्पताल प्रशासन मेहरबान है.
चिंताजनक स्थिति यह है कि इस बात से अनजान लाेग संक्रमित कर्मी के कमरे के बाहर बरामदे पर बैठे या खड़े जांच के वे अपनी बारी आने का इंतजार करते हैं. जबकि उस कमरे से महज 10 फीट की दूरी पर अपना सैंंपल देते हैं.
संक्रमित स्वास्थ्यकर्मी काे सदर अस्पताल में तब काेरेंटिन रखा गया है जब सदर अस्पताल के करीब एक दर्जन कर्मी संक्रमित हाे चुके हैं. काेरेंटिन कर्मी के कमरे में सफाई करनेवाले की भी जांच करने की नाैबत आ चुकी है.
उक्त स्वास्थ्यकर्मी का परिवार पूर्णिया से बाहर है. इसलिए उसे सदर अस्पताल में काेरेंटिन हाेने की अनुमति दी गयी है. जब उसका परिवार बाहर रहता है ताे उससे मिलने आयेगा काैन. अगर काेई मिलने भी आता है ताे इसमें काेई हर्ज नहीं है.
डॉ इंद्रनारायण, अस्पताल सुपरिटेंडेंट
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya