अमेरिकी ओपन क्वार्टर फाइनल में हारकर पीवी सिंधु का टूटा दिल, टूर्नामेंट से हुईं बाहर
अमेरिकी ओपन के क्वार्टर फाइनल में हार ने पीवी सिंधु पर ‘काफी भावनात्मक प्रभाव’ छोड़ा है, लेकिन भारत की शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी की नजरें सत्र का अंत शानदार तरीके से करने पर टिकी हैं.
अमेरिकी ओपन के क्वार्टर फाइनल में हार ने पीवी सिंधु पर ‘काफी भावनात्मक प्रभाव’ छोड़ा है, लेकिन भारत की शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी की नजरें सत्र का अंत शानदार तरीके से करने पर टिकी हैं. टखने में स्ट्रेस फ्रेक्चर कारण पांच महीने बाद वापसी करने पर सिंधु मौजूदा सत्र में रंग में नजर नहीं आयी हैं. आधे से अधिक साल बीतने के बावजूद पूर्व विश्व चैंपियन और दो बार की ओलिंपिक पदक विजेता सिंधु को अब भी इस सत्र में अपने पहले खिताब का इंतजार है.
चीन की खिलाड़ी ने पीवी सिंधु को दी मात
दुनिया की 12वें नंबर की खिलाड़ी सिंधु अमेरिकी ओपन में चीन की गाओ फांग जी के खिलाफ सीधे गेम में हार के साथ क्वार्टर फाइनल से बाहर हो गयी थीं. सिंधु ने इस हार के बाद कहा कि प्रत्येक सफल टूर्नामेंट के बाद निराशाजनक हार का अनुभव करना दिल तोड़ने वाला है. हालांकि मैं अपनी भावनाओं का इस्तेमाल अपने प्रयासों को दोगुना करने और बाकी बचे साल को उल्लेखनीय बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूं.
इस सीजन पहले खिताब का है इंतजार
भारत के अनुभवी बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु और किदांबी श्रीकांत मंगलवार को जब यहां कोरिया ओपन सुपर 500 टूर्नामेंट में अपना अभियान शुरू करेंगे, तो वे अपने प्रदर्शन में निरंतरता लाने के साथ सत्र का पहला खिताब जीतना चाहेंगे. मौजूदा सत्र में छह महीने से ज्यादा निकल गये, लेकिन इस दौरान सिंधु कोई खिताब नहीं जीत पायी. वह टखने में स्ट्रेस फ्रैक्चर के कारण पांच महीने तक खेल से दूर रही. वापसी के बाद उनके खेल में पहले जैसा पैनापन नहीं दिखा. दो बार की ओलिंपिक पदक विजेता मैड्रिड स्पेन मास्टर्स के फाइनल में पहुंची थी, जो इस सत्र में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था.
वह इसके बाद कनाडा ओपन के सेमीफाइनल में पहुंची, लेकिन इसके बाद अमेरिका ओपन में क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ सकी. अमेरिका ओपन में वह चीन की गाओ फांग जी से हार कर टूर्नामेंट से बाहर हो गयी. विश्व रैंकिंग में 12वें स्थान पर कायम यह खिलाड़ी कोरिया ओपन में चीनी ताइपे की पाई यू पो के खिलाफ अपना अभियान शुरू करेंगी. इस मुकाबले को जीतने के बाद उनके सामने चीन की ओलिंपिक चैम्पियन चेन यू फेई की चुनौती हो सकती है.