पीवी सिंधु ‘नारी शक्ति’ का प्रतिनिधित्व करती हैं, नौसेना प्रमुख ने की स्टार शटलर की जमकर तारीफ
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु के बारे में कहा कि वह नारी शक्ति का प्रतिनिधित्व करती है. उन्होंने कहा कि वह हम सब के लिए एक प्रेरणा हैं. हम उन्हें अपने लिए एक ब्रांड एंबेसडर के रूप में देखते हैं.
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने एक कार्यक्रम के दौरान भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु की जमकर तारीफ की और कहा कि वह नारी शक्ति का प्रतिनिधित्व करती है. नौसेना प्रमुख, नौसेना स्टाफ के उप-प्रमुख वाइस एडमिरल एसएन घोरमडे ने बैडमिंटन स्टार और दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु की मौजूदगी में नौसेना के मैराथनर्स की अगवानी की, जिन्होंने 4 दिसंबर को नौसेना दिवस समारोह से पहले 1,500 किलोमीटर की दौड़ पूरी की, जिसकी शुरुआत अक्टूबर में की गयी थी.
नेवी चीफ ने बताया मैराथन का उद्देश्य
इस कार्यक्रम में बोलते हुए, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि दौड़ का उद्देश्य शारीरिक फिटनेस और नौसेना के बारे में संदेश फैलाना था. ऐसे इवेंट्स हमारे सहनशक्ति का परीक्षण करते हैं, शारीरिक फिटनेस को प्रोत्साहित करते हैं और सहनशक्ति विकसित करते हैं. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा कि शारीरिक रूप से फिट व्यक्ति स्वाभाविक रूप से देश की रक्षा करने में सक्षम होगा.
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नेवी चीफ ने कही यह बात
इसी दौरान नौसेना प्रमुख ने कहा कि पीवी सिंधु नौसेना के लिए ‘नारी शक्ति’ और सशस्त्र बलों के लिए महत्वपूर्ण शारीरिक फिटनेस के सभी तत्वों का प्रतिनिधित्व करती हैं. यह कहते हुए हम उन्हें अपने लिए एक ब्रांड एंबेसडर के रूप में देखते हैं जो हमारे कर्मियों को बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित कर सकती हैं. मौके पर सिंधु ने नौसेना की सराहना करते हुए कहा कि यहां आना और इस तरह के आयोजनों में भाग लेना मेरे लिए बहुत मायने रखता है. नेवी के जवान जितनी मेहनत करते हैं, यह कोई आसान बात नहीं है. कड़ी मेहनत ही सफलता की कुंजी है.
मैराथन की ऐसी थी योजना
उन्होंने कहा कि नौसेना और सेना में अनुशासन का अत्यधिक महत्व है. इस मैराथन के बारे में रक्षा मंत्रालय की एक प्रेस विज्ञप्ति में पहले कहा गया था कि यह अभियान, पांच सप्ताह की अवधि में, दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़ क्षेत्र में और उसके आसपास भारतीय नौसेना के अल्ट्रा-मैराथन धावकों द्वारा किया जायेगा. टीम में 12-15 अल्ट्रा-धावक शामिल होंगे और हर दिन एक पूर्ण मैराथन (42.20 किमी) या उससे अधिक दूरी दौड़ेंगे. गांवों और कस्बों से सशस्त्र बलों की तैयारी कर रहे स्थानीय एथलीटों और युवाओं के भी टीम में शामिल होने और कुछ दूरी तक दौड़ने की उम्मीद है.