Loading election data...

PV Sindhu ने ओलंपिक में जीता ब्रॉन्ज मेडल, तो अचानक ट्रेंड में क्यों आये पहलवान सुशील कुमार ?

PV Sindhu won bronze medal, Tokyo Olympics, wrestler Sushil Kumar, win two individual Olympic medals सिंधु के मेडल जीतने के बाद सोशल मीडिया पर अचानक पहलवान सुशील कुमार ट्रेंड में आ गये हैं. लोग उन्हें भी तेजी से सर्च करने लगे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2021 9:09 PM
an image

रियो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) की रजत पदक विजेता और विश्व चैंपियन पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने चीन की ही बिंग जियाओ (he bingjiao) को सीधे गेम में हराकर टोक्यो ओलंपिक की महिला एकल बैडमिंटन का कांस्य पदक अपने नाम कर लिया. इसके साथ ही सिंधु ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी भी बन गयीं. सिंधु के कांस्य पदक जीतने के साथ ही भारत के नाम अब दो पदक हो गया है.

इधर सिंधु को पदक जीतने पर देशभर से बधाई दी जा रही है. राष्ट्रपति, पीएम मोदी से लेकर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने सिंधु को जीत की बधाई दी है. लेकिन सिंधु के मेडल जीतने के बाद सोशल मीडिया पर अचानक पहलवान सुशील कुमार ट्रेंड में आ गये हैं. लोग उन्हें भी तेजी से सर्च करने लगे हैं.

दरअसल सिंधु ने लगातार दो ओलंपिक में मेडल देश के लिए जीता है और ऐसा करने वाली देश की पहली महिला खिलाड़ी बन गयी हैं. लेकिन अगर बात करें ओवरऑल की तो सिंधु से पहले रेसलर सुशील कुमार ने यह कारनामा कर चुके हैं. हालांकि सुशील लगातार दो ओलंपिक में पदक नहीं जीत पाये थे. सुशील ने बीजिंग 2008 में कांस्य और लंदन 2012 में रजत पदक जीता था. इसके साथ ही सुशील ओलंपिक में दो व्यक्तिगत पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे.

Also Read: Tokyo Olympics : भारतीय हॉकी टीम 41 साल बाद सेमीफाइनल में, ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से रौंदा, पदक से एक जीत दूर

गौरतलब है कि सिंधु ने 53 मिनट चले कांस्य पदक के मुकाबले में चीन की बायें हाथ की खिलाड़ी बिंग जियाओ को 21-13, 21-15 से शिकस्त दी. कांस्य पदक जीतने के बाद सिंधु ने कहा, मैं काफी खुश हूं क्योंकि मैंने इतने वर्षों तक कड़ी मेहनत की है. मेरे अंदर भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा था- मुझे खुश होना चाहिए कि मैंने कांस्य पदक जीता या दुखी होना चाहिए कि मैंने फाइनल में खेलने का मौका गंवा दिया.

सिंधु ने कहा, मैं सातवें आसमान पर हूं. मैं इस लम्हें का पूरा लुत्फ उठाऊंगी. मेरे परिवार ने मेरे लिए कड़ी मेहनत की है और काफी प्रयास किए जिसके लिए मैं उनकी आभारी हूं.

Exit mobile version