हर माह 50 किमी दौड़ेंगे, तो मिलेगा बढ़िया बोनस; जानें क्या है रैडिकल स्कीम
अपने कर्मचारियों की फिटनेस को प्राथमिकता देने के प्रयास में हर साल कंपनी कई तरीके के स्कीम निकालती है. इस बार कंपनी ने वार्षिक बोनस को मासिक कामकाज से जोड़कर एक अनोखा स्कीम लागू किया है. इस स्कीम का नाम रैडिकल स्कीम है. आइये जानते हैं क्या है यह योजना...
Radical Scheme: कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिए नई और अनोखी पहलें करती रहती हैं ताकि उन्हें स्वस्थ और प्रेरित रखा जा सके. एक चीनी कंपनी, गुआंगडोंग डोंगपो पेपर, ने एक ऐसी पहल की है जो न केवल कर्मचारियों को वित्तीय लाभ प्रदान करती है बल्कि उनकी शारीरिक भलाई को भी प्राथमिकता देती है. इस पहल के तहत, कर्मचारी नियमित दौड़े गए किलोमीटरों के आधार पर नकदी पुरस्कार कमा सकते हैं.
शारीरिक स्वास्थ्य के साथ उन्नति
यह नई पहल किसी ने पहले नहीं सुनी होगी. इस पहल का उद्देश्य कर्मचारियों को उनकी शारीरिक कुशलता को बढ़ाने के लिए प्रेरित करना है. यह कार्यक्रम न केवल कर्मचारियों के शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है बल्कि उन्हें एक और उन्नति के साथ समर्थन प्रदान करने का एक अद्वितीय तरीका है.
दौड़ने पर मिलेगा बोनस
गुआंगडोंग डोंगपो पेपर के कर्मचारी अब महीने के दौरान किए गए शारीरिक व्यायाम के आधार पर अतिरिक्त नकदी कमा सकते हैं. इस योजना के अनुसार, जो कर्मचारी
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प्रति माह 50 किमी दौड़ता है उसे पूर्ण मासिक बोनस मिलेगा
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40 किमी दौड़ने पर 60 प्रतिशत बोनस मिलेगा
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30 किमी दौड़ने पर 30 प्रतिशत बोनस मिलेगा.
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प्रति माह 100 किमी दौड़ते हैं उन्हें अतिरिक्त 30 प्रतिशत मिलेगा.
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प्रेरणा और उत्साह की भावना को बढ़ावा
इस योजना में प्रतिष्ठान बढ़ाने के लिए उद्दीपन, प्रेरणा और उत्साह की भावना को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण पहलु है. यह अद्वितीय पहल साबित करती है कि कंपनियां कर्मचारियों के लिए दैहिक स्वास्थ्य को गंभीरता से लेती हैं और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली की ओर प्रोत्साहित करने का प्रयास करती हैं. यह नहीं सिर्फ उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करेगा, बल्कि इससे कर्मचारियों की प्रेरणा और संबंध भी बढ़ेंगे.
एक नया मॉडल स्थापित किया
इस नई पहल के माध्यम से कंपनी ने न केवल अपने कर्मचारियों के लिए एक नया मॉडल स्थापित किया है बल्कि यह भी इसे एक स्वस्थ और प्रेरित समुदाय की ओर कदम बढ़ाने का संकेत है. यह दिखाता है कि कंपनियां अब सिर्फ लाभ कमाने के लिए नहीं, बल्कि अपने कर्मचारियों की संपूर्ण कल्याण के लिए भी प्रतिबद्ध हैं. इस प्रकार की उपायुक्ता और सोशल इंजीनियरिंग की दृष्टि से किए जाने वाले योजनाओं से हमारे समाज में सकारात्मक परिवर्तन की संभावना है. आशा है कि और कंपनियां भी इस दिशा में अग्रसर होंगी और कर्मचारियों की सुख-शांति के लिए नए और उत्कृष्ट उपायों को समर्थन करेंगी.
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2022 में भी की थी वजन घटाने की पहल
वर्ष 2022 में, भारतीय कंपनी जेरोधा ने अपने कार्यबल के लिए एक तुलनीय पहल लागू की थी. कर्मचारियों को वजन घटाने पर ध्यान केंद्रित करके ₹ 10 लाख का इनाम प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया गया था. इस चुनौती के साथ उन्हें प्रतिदिन न्यूनतम 350 कैलोरी जलाने की आवश्यकता थी.