ऐसी मान्यता है कि अगर किसी व्यक्ति की कुंडली (Kundli) में राहु-केतु होते हैं तो उस व्यक्ति को निश्चित तौर पर परेशानियों का सामना करना पड़ता है और इसके परिणाम भी अशुभ ही होते हैं. राहु केतु के दुष्प्रभावों से बचने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कुछ खास उपाय बताए गए हैं.
जिन्हें आजमाने से व्यक्ति इनके दुष्प्रभावों से बच सकता है. आज हम आपको कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे आप इनके दुष्प्रभानों से बच सकते हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में-
इन उपायों से दूर होगी मुश्किलें
1. मां दुर्गा की करें पूजा
मां दुर्गा को छायारूपेण भी कहा गया है और जैसा कि हमने पहले ही बताया है कि राहु-केतु छाया ग्रह हैं इसलिए राहु-केतु की शांति से जुड़े उपाय के लिए मां दुर्गा (Goddess Durga) की पूजा करनी चाहिए.
2. श्रीकृष्ण की मूर्ति की करें पूजा
राहु-केतु के दुष्प्रभावों से बचने के लिए नाग पर नाचते हुए श्रीकृष्ण की मूर्ति की पूजा करनी चाहिए और साथ ही ओम नम: भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करने से भी राहु-केतु से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं
3. इन मंत्रों का करें जाप
राहु-केतु से जुड़ी परेशानी से बचने के लिए 108 बार उनके बीज मंत्र (Mantra Jaap) का जाप करना चाहिए, इससे भी मुसीबतें कम हो जाती हैं-
राहु का बीज मंत्र – ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः
केतु का बीज मंत्र – ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः
4. शनिवार को करें पूजा
राहु-केतु के दुष्प्रभावों से बचने के लिए राहु और केतु की 18-18 शनिवार को पूजा करनी चाहिए. साथ ही उनके प्रिय रत्न गोमेद और लहसुनिया का दान भी करना चाहिए.
5. करें इन चीजों का दान
राहु ग्रह से जुड़ी परेशानी से बचने के लिए सरसों, सिक्का, सात प्रकार के अनाज का दान करना चाहिए जबकि केतु से जुड़ी परेशानी हो तो केला, तिल के बीज, काला कंबल आदि दान करना बेहतर माना जाता है. इसके अलावा रुद्राक्ष (Rudraksh) धारण करने से भी राहु-केतु से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है.