बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में कांग्रेस का मंत्र, ‘बंगाली अस्मिता’ के लिए ‘बंगाल को बचाओ’
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 (West Bengal Election 2021) में अपने अस्तित्व को बचाने की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस (Indian National Congress) ने कहा है कि ‘बंगाली अस्मिता’ के लिए ‘बंगाल बचाओ’ उसके प्रचार अभियान के केंद्र में होगा. राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (All India Trinamool Congress) और केंद्र की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी (BJP) के मुख्य मुकाबले में कांग्रेस ने वामदलों (Left Parties) के साथ मिलकर अपनी मजबूत उपस्थित दर्ज कराने की कोशिशें अभी से शुरू कर दी हैं.
कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में अपने अस्तित्व को बचाने की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस ने कहा है कि ‘बंगाली अस्मिता’ के लिए ‘बंगाल बचाओ’ उसके प्रचार अभियान के केंद्र में होगा. राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और केंद्र की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी के मुख्य मुकाबले में कांग्रेस ने वामदलों के साथ मिलकर अपनी मजबूत उपस्थित दर्ज कराने की कोशिशें अभी से शुरू कर दी हैं.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और बंगाल प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी जितिन प्रसाद एवं पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी की अगुवाई में बंगाल के चुनाव को त्रिकोणीय मुकाबला बनाने में जुटी है. इसलिए पार्टी ने वामदलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया. सीटों के बंटवारे के लिए अधीर रंजन चौधरी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन भी कर दिया गया है.
कांग्रेस को उम्मीद है कि वह अपने पिछले प्रदर्शन को बरकरार रखेगी. पिछली बार यानी वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-वामदल मिलकर लड़े थे. 294 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस के हिस्से में 90 सीटें आयीं थीं. उसे 44 सीटों पर जीत मिली थी. वामदल 32 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाया था. इसलिए पार्टी ने इस बार बंगाली अस्मिता को अपना चुनावी हथियार बनाने का निश्चय किया है.
पार्टी को उम्मीद है कि बंगाली अस्मिता और स्थानीय नेता के मुद्दे पर उसे लोगों का समर्थन हासिल होगा और कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन कर पायेगी. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं बंगाल प्रदेश के प्रभारी जितिन प्रसाद ने कहा है कि भाजपा के पास कोई स्थानीय चेहरा नहीं है, जिसे वह अपना मुख्यमंत्री बना सके. जबकि कांग्रेस के पास अधीर रंजन चौधरी जैसे दमदार बंगाली नेता हैं.
जितिन प्रसाद ने यह भी कहा कि बंगाल में उनके पास फायरब्रांड नेता अधीर रंजन चौधरी हैं, तो राष्ट्रीय स्तर पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जैसे दमदार नेता मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि एक ओर भाजपा के पास कोई लोकल चेहरा नहीं है, तो तृणमूल कांग्रेस के शासन में पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति चरमरा गयी है. बिगड़ती कानून-व्यवस्था के चलते बंगाल की संस्कृति मिट रही है.
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कांग्रेस का मानना है कि कांग्रेस और वामदल दोनों की जड़ें पश्चिम बंगाल में हैं. दोनों मिलकर बंगाल की अस्मिता और उसके गौरव को पुनर्स्थापित कर सकते हैं. जितिन प्रसाद ने कहा कि आने वाले दिनों में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जैसे कद्दावर कांग्रेस नेता पश्चिम बंगाल आयेंगे और कांग्रेस-वामदल के संयुक्त चुनाव प्रचार अभियान का आगाज करेंगे.
Posted By : Mithilesh Jha