धनबाद : नवाडीह से अब तक नहीं हुई बारिश के पानी की निकासी, गिरने से दो बुजुर्ग के हाथ टूटे, घर में घुस रहे सांप

आठ लेन का एक पुल जाम होने के कारण जल जमाव कम नहीं हो पा रहा है. जल जमाव की वजह से किसी के घर में सांप घुस जा रहा है, तो काेई अपने घर में कैद होकर रह गया है. बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 5, 2023 12:17 PM

धनबाद में मंगलवार की शाम से गुरुवार की सुबह तक रूक रूक कर होती रही तेज बारिश से नावाडीह इलाका जलमग्न हो गया. शुक्रवार तक यहां से पानी की निकासी नहीं हो पायी. इस वजह से रास्तों में फिसलन है. इसपर गिरकर दो बुजुर्गों के हाथ भी टूट गये हैं. इनमें रिटायर्ड रेलकर्मी यूएन त्रिपाठी व रिटायर्ड बीसीसीएलकर्मी सुरेश श्रीवास्तव हैं. त्रिपाठी का हाथ पूरी तरह से टूट चुका है. वहीं श्रीवास्तव के हाथ में हेयर क्रैक है. वहीं लोगों के घर में सांप घुस रहा है. इतना सब होने के बाद भी न तो इस ओर जिला प्रशासन का ध्यान है और न ही नगर निगम का.

परेशान यहां के लोगों का कहना है कि आठ लेन का एक पुल जाम होने के कारण जल जमाव कम नहीं हो पा रहा है. जल जमाव की वजह से किसी के घर में सांप घुस जा रहा है, तो काेई अपने घर में कैद होकर रह गया है. बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. इसी तरह के अनेक समस्याओं से नावाडीह के लोग जुझ रहे हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि पानी के निकलने का एक मात्र रास्ता आठ लेन सड़क के पास पुल है, अब वह भी पिछले तीन महीने से जाम है, जिसके कारण जल जमाव कम नहीं हो रहा है.

लोगों ने कहा : क्यों आंख बंद किये हैं जवाबदेह

बारिश होने के बाद हम घर से नहीं निकलते हैं. बहुत जरूरी होने पर एक बार निकला था, तो मैं फिसलकर गिर गया. काफी चोट आयी. एक हाथ भी टूट गया. इलाके में बुजुर्गों की संख्या अधिक है. यदि जल्द पानी की निकासी का इंतजाम नहीं हुआ तो और लोग चोटिल हो सकते हैं.

-यूएन त्रिपाठी, रिटायर्ड रेलवेकर्मी

मैं भी फिसलकर गिर गया था. इस कारण मेरी कलाई की हड्डी क्रैक हो गयी थी. मुहल्ला में पानी भरे रहने से हम बुजुर्गों के साथ-साथ बच्चों को काफी परेशानी हो रही है. बच्चों का स्कूल जाना मुश्किल हो गया है. उनका खेलना-कूदना भी बंद हो गया है. जल्द समाधान हो.

-सुरेश श्रीवास्तव, रिटायर्ड बीसीसीएलकर्मी

बारिश के बाद पानी घर में घुसने के कारण घर के अंदर भी बैठना मुश्किल हो गया था. पानी निकलने का कोई रास्ता नहीं है. आठ लेन से एक पुल है. उसी पुल से मुहल्ले का पानी निकलता था. अभी वह पुल जाम हो गया है. पता नहीं क्यों जवाबदेह इस ओर आंख बंद किये हुए हैं.

-भानू देवी, गृहिणी

बारिश के कारण मेरा करीब 80 हजार का नुकसान हो गया. चावल, आटा, दाल, चुड़ा सब बह गया. पैकेज्ड सामान पानी में तैर रहे थे. गेट के पास एक फीट ऊंचा करने के बाद भी पानी घुस जा रहा है. अब हमें समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करें. इसका जल्द कोई उपाय करना चाहिए.

-श्वेता बरनवाल, दुकानदार

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जल जमाव के कारण बच्चों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है. वह स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. पानी के साथ घर में कचरा घुस जाता है. शनिवार को तो पानी के साथ-साथ मेरे घर में एक सांप भी घुस आया था. हमलोग बाल-बाल बचे थे.

-स्वाति कुमारी, गृहिणी

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