राजू झा हत्याकांड : कोयला माफिया राजू की मौत पर CM ममता बनर्जी ने पूछा, होटल में कौन-कौन थे?
पूर्व बर्दवान जिले के शक्तिगढ़ गोलीकांड में कोयला माफिया राजू झा की मौत पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को चार दिनों बाद मुंह खोला. उन्होंने कोयला माफिया के भाजपा से जुड़े होने पर सवाल उठाए. तृणमूल सुप्रीमो मंगलवार को दीघा में तृणमूल बूथ स्तरीय कार्यशाला में शामिल हुई थी.
बर्दवान, मुकेश तिवारी. पूर्व बर्दवान जिले के शक्तिगढ़ गोलीकांड में कोयला माफिया राजू झा की मौत पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को चार दिनों बाद मुंह खोला. उन्होंने कोयला माफिया के भाजपा से जुड़े होने पर सवाल उठाए. बिना नाम लिए बंगाल की मुख्यमंत्री का सवाल था, ”परसों एक कोल माफिया मर गया, कहीं भी भाजपा मुंह नहीं खोल रही?” क्योंकि राजू झा बीजेपी में दल में शामिल हुए थे. तृणमूल सुप्रीमो मंगलवार को दीघा में तृणमूल बूथ स्तरीय कार्यशाला में शामिल हुई थी.
ममता बनर्जी ने सवाल किया, होटल में कौन-कौन थे?
उस मंच से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सवाल किया, “बताओ, उनके (राजू झा) होटल में कौन-कौन थे?” कौन सा मंत्री, कौन सा नेता, किसने किसे पैसा दिया? कौन सी पार्टी मदद कर रही है ?” उसके बाद तृणमूल सुप्रीमो ने बिना नाम लिए भाजपा पर हमला बोला उन्होंने कहा, “आप इस पर बातें क्यों नहीं करते, आपका मुंह बंद क्यों है!” जानकारी हो कि शनिवार की रात शक्तिगढ़ में भाजपा नेता व कोयला माफिया राजू झा की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. पूरी प्रतिष्ठा के बावजूद पारिवारिक आपत्तियों के बावजूद राजू राजनीतिक से जुड़े थे.
लग्जरी होटल में केंद्रीय मंत्री और उच्च अधिकारियों का आना जाना
पार्टी द्वारा खारिज किए जाने के बावजूद दुर्गापुर में उनके लग्जरी होटल में केंद्रीय मंत्री और उच्च अधिकारियों का आना जाना लगा हुआ था. इसमें राजू का दिल्ली स्तर पर संवाद बढ़ा था. केंद्रीय स्तर पर अपनी नजदीकियों के चलते राजू बीजेपी के कई जिले और राज्य के नेताओं की आंखों की किरकिरी बन गए थे. यही कारण है कि केंद्रीय जांच एजेंसी से बचने के लिए अंडरवर्ल्ड के कई लोगों ने राजू पर भरोसा किया था. तृणमूल नेत्री ने राजू के मार्फत भाजपा पर निशाना साधा.
बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुईं ममता बनर्जी
मंगलवार को ममता बनर्जी दीघा में हेलीपैड मैदान के बगल में मैदान में बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुईं. वहां बोलते हुए उन्होंने पहले कहा, ‘बीजेपी बाहर से गुंडे लाकर और हथियार लाकर बंगाल में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे है. रामनवमी मार्च में अस्त्र शस्त्र और हथियार के साथ नाचा जा रहा है. क्या राम ने उनके कान में कहा था, मेरी पूजा में शस्त्र लेकर चलो? राम प्रजा से प्रेम करते थे, शांति स्थापित करना चाहते थे. तो उसके नाम पर हथियारों की परेड क्यों होगी? यह बंगाल की संस्कृति नहीं है.”