राजू झा हत्याकांड : पुलिस गिरफ्त से दूर हैं हत्यारे, पशु तस्कर अब्दुल लतीफ फरार, कार की हुई फोरेंसिक जांच

राजू झा हत्याकांड. राजू झा की हत्या के 36 घंटे बीत जाने के बावजूद अब तक पूर्व बर्दवान जिला पुलिस और राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी की टीम हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. इसे लेकर मृतक के परिवार और उनके चहेतों के बीच घोर आक्रोश देखा जा रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 3, 2023 5:34 PM

बर्दवान, मुकेश तिवारी. राजू झा की हत्या के 36 घंटे बीत जाने के बावजूद अब तक पूर्व बर्दवान जिला पुलिस और राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी की टीम हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. इसे लेकर मृतक के परिवार और उनके चहेतों के बीच घोर आक्रोश देखा जा रहा है. जिस तरह से षड्यंत्र के तहत कोयला कारोबारी और होटल व्यवसायी राजू झा की गोली मारकर हत्या की गई. इस हत्याकांड से पहले के सीसीटीवी फुटेज को पुलिस खंगाल रही है.

जिला पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में 12 अधिकारियों की टीम गठित

रविवार रात पूर्व बर्दवान जिला पुलिस अधीक्षक कामनाशीष सेन के नेतृत्व में 12 पुलिस ऑफिसर को लेकर गठित सीट की टीम ने दुर्गापुर राजू झा के फॉर्चून होटल में मौजूद सीसीटीवी फुटेज को खंगाला और वहां वाई-फाई के माध्यम से सीसीटीवी फुटेज को प्राप्त किया है. उससे साफ तौर पर स्पष्ट हो जा रहा है कि गौ तस्करी मामले के आरोपी अब्दुल लतीफ की सफेद फॉर्च्यूनर कार से ही राजू झा कोलकाता जा रहे थे, जो जिला पुलिस अब तक कह रही थी कि कार में केवल 3 लोग ही मौजूद थे.

हत्याकांड में कहीं अब्दुल लतीफ का हाथ तो नहीं ?

इस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर यह स्पष्ट हो गया है कि कार में गौ तस्करी मामले का आरोपी अब्दुल लतीफ भी शामिल था. घटना के बाद से अब्दुल लतीफ फरार बताया जा रहा है. इस हत्याकांड में कहीं अब्दुल लतीफ का हाथ तो नहीं, इस सवाल से पुलिस इनकार नहीं कर रही है. पुलिस ने मामले को लेकर छानबीन शुरू कर दी है. पुलिस को एक और सुराग मिला हैं. बता दें कि उस कार में दो बैग भी रखे हुए थे. उस बैग में क्या था और वह बैग किसका था यह अभी पता नहीं चल पा रहा है.

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कार के चालक ने पुलिस को कहा- ‘अब्दुल लतीफ भी कार में थे मौजूद’

राजू झा जिस सफेद रंग की फॉर्च्यूनर कार से कोलकाता जा रहे थे उस कार के असली मालिक गौ तस्करी मामले के आरोपी अब्दुल लतीफ है. कार के चालक शेख नूर हुसैन को हिरासत में लेकर शक्तिगढ़  थाना पुलिस पूछताछ कर रही है. शेख नूर हुसैन पुलिस को लिखित रूप में अपना बयान देते हुए बताया कि घटना वाली सुबह 8 बजे के करीब वह बीरभूम जिले के दुबराजपुर अपने घर से कार लेकर इलम बाजार अब्दुल लतीफ के घर पहुंचा था. यहां से अब्दुल लतीफ कार में बैठकर दुर्गापुर आए थे.

कार में सवार थे कुल 4 लोग

चालक ने बताया कि शाम 7 बजे के करीब वे लोग दुर्गापुर से कोलकाता के लिए रवाना हुए थे. कार में कुल 4 लोग सवार थे. अब्दुल लतीफ भी कार में राजू झा के साथ ही थे. शक्तिगढ़ पहुंचने के बाद अब्दुल लतीफ ने कार को रुकवाया और वह होटल की तरफ गए. मैं भी गुटका लेने के लिए बाहर निकला था. तभी अज्ञात बदमाशों ने राजू झा को गोली मार दी. जिस गौ तस्करी मामले के आरोपी अब्दुल लतीफ को सीबीआई और ईडी तलाश रही है. वह अब्दुल लतीफ करीब 10 दिनों से बीरभूम जिले में ही मौजूद थे. कुछ दिनों पहले अब्दुल लतीफ बांग्लादेश भाग गया था. इसके बाद वह 10 दिनों से बीरभूम जिले में ही रह रहा था.

कार को लेकर फोरेंसिक टीम ने की जांच

कार को लावारिस अवस्था में पुलिस ने शक्तिगढ़ रेलवे स्टेशन के पास से बरामद किया था. इस कार को लेकर कोलकाता से पहुंची फोरेंसिक टीम ने जांच पड़ताल किया तथा नमूना संग्रह किया. कार की जांच पड़ताल में कार के भीतर से एक दर्जन से ज्यादा जिंदा गोली तथा कई बम बरामद किया गया है. फोरेंसिक टीम ने कार के विभिन्न बाहर तथा भीतर से फिंगरप्रिंट तथा शराब की बोतलें, फर्जी नंबर प्लेट आदि भी जब्त किया है. फोरेंसिक टीम ने नमूना संग्रह कर जांच के लिए कोलकाता भेज दिया है.

अब्दुल लतीफ के सुरक्षा गार्ड भी पीछे थे दूसरी कार में : पुलिस सूत्र

दुर्गापुर से अब्दुल लतीफ के सुरक्षा गार्ड भी एक दूसरी कार से राजू झा के पीछे ही चल रहे थे. सीसीटीवी फुटेज में इस बात का उल्लेख पुलिस को मिला है. शक्तिगढ़ में पहुंचने के बाद राजू झा की हत्या के दौरान अब्दुल लतीफ अपने सुरक्षा गार्डों की कार में ही सवार होकर भाग गए. पुलिस इस मामले को लेकर और गंभीरता से तफ्तीश कर रही हैं.

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