यूपी इलेक्शन में क्या होगा किसान संगठन का स्टैंड? राकेश टिकैत ने कहा- ‘आचार संहिता लगने के बाद बताएंगे’
rakesh tikait on up chunav 2022: भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार कृषि कानून वापस लेने के लिए प्रस्ताव ला सकती है. लेकिन हमारा मुद्दा एमएसपी और 700 किसानों की मौत का भी है
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है. राकेश टिकैत ने कहा कि चुनाव से अभी हमारा कोई मतलब नहीं है. इलेक्शन के बारे में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद फैसला करेंगे. टिकैत ने आगे कहा कि सरकार के पास अभी मौका है.
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार कृषि कानून वापस लेने के लिए प्रस्ताव ला सकती है. लेकिन हमारा मुद्दा एमएसपी और 700 किसानों की मौत का भी है. उन्होंने कहा कि 26 जनवरी से पहले सरकार ये काम कर लें, तो हम वापस चले जाएंगे.
सरकार ने घोषणा की है तो वो प्रस्ताव ला सकते हैं लेकिन MSP और 700 किसनों की मृत्यु भी हमारा मुद्दा है। सरकार को इसपर भी बात करनी चाहिए। 26 जनवरी से पहले तक अगर सरकार मान जाएगी तो हम चले जाएंगे। चुनाव के विषय में हम चुनाव आचार संहिता लगने के बाद बताएंगे: किसान नेता राकेश टिकैत pic.twitter.com/HK1I4bhgWe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 24, 2021
राकेश टिकैत ने चुनाव से संबंधित सवाल पर कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा. टिकैत ने आगे कहा कि सरकार के पास अभी हमारी मांगों का समाधान करने का वक्त है. किसान नेता पिछले दिनों लखनऊ दौरे पर महापंचायत किया था.
60 ट्रैक्टरों के साथ मार्च- बताते चलें कि किसानों का एक समूह संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन साठ ट्रैक्टरों के साथ मार्च करेंगे. यह समूह सरकार की ओर से बताए गए रास्ते पर मार्च करने की तैयारी में है. हालांकि सरकार की ओर से परमिशन नहीं दी गई है.
लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं किसान- देशभर में तीन कृषि कानून सहित कई मुद्दों पर पिछले एक साल से किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. पिछले दिनों प्रदर्शन को देखते हुए केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानून वापस लेने की बात कही थी. सरकार की ओर से संसद सत्र में यह कानून वापस लिया जाएगा.
हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा की मांग है कि सरकार एमएसपी सहित पांच अन्य मांगों पर भी बात करें. इसके बाद आंदोलन खत्म किया जाएगा. मोर्चा ने इस संबध में पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भी लिखा.