Raksha Bandhan 2023 Date: अगले साल इस दिन मनाया जाएगा रक्षाबंधन का त्योहार, सावन में पड़ेगा अधिक मास
Raksha Bandhan Sawan 2023 Date: सावन का महीना जुलाई-अगस्त में आता है. इस दौरान सावन सोमवार व्रत का सर्वाधिक महत्व बताया जाता है.साल 2023 में सावन मास में अधिक मास (ईसवी संवत 2080) आ रहा है. 19 वर्ष के अंतर पर अधिक मास की पुनरावृत्ति होती है.
Raksha Bandhan 2023 Date, Muhurat: सावन माह खत्म हो चुका है. सावन के महीने का हिंदू धर्म में बड़ा महत्व है. क्योंकि श्रावण मास में भगवान शिव की पूजा-आराधना का विशेष विधान है. हिंदू पंचांग के अनुसार यह महीना वर्ष का पांचवां माह है और अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार सावन का महीना जुलाई-अगस्त में आता है. इस दौरान सावन सोमवार व्रत का सर्वाधिक महत्व बताया जाता है.
सावन के व्रत
सावन के इस पवित्र महीने में भक्तों के द्वारा तीन प्रकार के व्रत रखे जाते हैं:
सावन सोमवार व्रत : श्रावण मास में सोमवार के दिन जो व्रत रखा जाता है उसे सावन सोमवार व्रत कहा जाता है. सोमवार का दिन भी भगवान शिव को समर्पित है.
सोलह सोमवार व्रत : सावन को पवित्र माह माना जाता है. इसलिए सोलह सोमवार के व्रत प्रारंभ करने के लिए यह बेहद ही शुभ समय माना जाता है.
प्रदोष व्रत : सावन में भगवान शिव एवं माँ पार्वती का आशीर्वाद पाने के लिए प्रदोष व्रत प्रदोष काल तक रखा जाता है.
साल 2023 में सावन में अधिक मास
साल 2023 में सावन मास में अधिक मास (ईसवी संवत 2080) आ रहा है. 19 वर्ष के अंतर पर अधिक मास की पुनरावृत्ति होती है.
अधिकमास कब-कब पड़ता है
अधिक मास चन्द्रसौर कैलेंडर के हिसाब से साल का तेरवा महीना है. कई चन्द्रसौर कैलेंडर में अधिकमास को एक निश्चित समय पर डाला जाता है, जैसे बुद्धिस्ट कैलेंडर में अधिकमास आषाढ़ महीने के बाद ही आता है. परन्तु कई भारतीय सम्वत में (विक्रम संवत) या पंचांग में इसका स्थान बदलता रहता है.
सन 2018 में ज्येष्ठ महीने के पहले अधिक ज्येष्ठ माह आया था ठीक उसी तरह 2020 में आश्विन माह के पहले अधिक आश्विन मास आया है. जब भी अधिकमास पड़ता है तो आने वाले मास के नाम पर अधिकमॉस का नाम रखा जाता है. मार्गशीर्ष से माघ महीनों में अधिकमास नहीं पड़ता. और अधिक कार्तिक मास भी बहुत दुर्लभ होता है, जो आखरी बार सन 1964 में पड़ा था.
2020 में 18 सितम्बर से 16 अक्टूबर तक अधिक आश्विन माह रहेगा फिर 17 अक्टूबर से आश्विन माह प्रारम्भ होगा. इसके बाद ‘विक्रम सम्वत 2080’ यानी सन 2023 में श्रावण मास व अधिकमास का पावन योग बनेगा.
वशिष्ठ सिद्धांत
के हिसाब से पुरोषत्तम मास हर 32 महीने 16 दिन और 8 घाटी पर आता है. यहाँ पर एक घाटी का तात्पर्य एक दिन के 1/60 हिस्से से है जो 24 मिनट्स का समय है.
रक्षा बंधन कब है 2023 में
साल 2023 में रक्षाबंधन का त्योहार 30 अगस्त, बुधवार और 31 अगस्त, गुरुवार को मनाया जाएगा. 2023 में सावन यानी श्रावण मास की शुरुआत 4 जुलाई, दिन मंगलवार से होगी और इसका समापन 31 अगस्त, गुरुवार को होगा.