अलीगढ़ में गलत डायरेक्शन में जा रही थी राम बारात , दरोगा ने हिन्दू -मुस्लिम दोनों पक्ष पर दर्ज कराया मुकदमा
एसएसपी ने बताया कि सीओ और एसडीएम की जांच में पाया गया है कि एसडीएम के द्वारा जो आदेश जारी था, उस रूट पर शोभायात्रा नहीं निकल रही थी. वह गलत डायरेक्शन की ओर अग्रसर हो रही थी. गभाना के एसडीएम और क्षेत्राधिकारी ने बारात को वहां रोका इसके बाद दोनों समुदाय आमने-सामने आ गए.
अलीगढ़ : चंडौस थाना क्षेत्र में राम बारात का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है. अभी तक की जांच में यह बात सामने आई कि राम बारात गलत रूट से निकाली जा रही थी. जिस रूट की मंजूरी मिली हुई थी उस रूट से यह निकाली नहीं गई थी. हालांकि एसएसपी कला निधि नैथानी देर रात में ही शांति व्यवस्था ठीक होने का दावा कर रहे हैं .सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन किया जा रहा है. एसएसपी ने कहा है कि पथराव जैसी घटना सीसीटीवी फुटेज में नहीं आई है, फिर भी इसमें उचित विवेचनात्मक जांच की जा रही है. इसके अलावा जो व्यक्ति घायल है उसका मेडिकल कराया गया है. जिसे सामान्य चोट पाई गई थी. घायल की शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है और विवेचना प्रचलित है. एसएसपी ने बताया कि सीओ और एसडीएम की जांच में पाया गया है कि एसडीएम के द्वारा जो आदेश जारी था. उस निर्धारित रूट पर शोभायात्रा नहीं निकल रही थी. वह गलत डायरेक्शन की ओर अग्रसर हो रही थी. मौके पर क्षेत्राधिकार गभाना और एसडीएम गभाना ने उसको वहां रोका है. इसके बाद दोनों समुदाय के लोग आमने-सामने आ गये. इस संबंध में वहां पर एक अन्य मुकदमा पुलिस द्वारा दर्ज कराया गया है. दोनों मुकदमों की विवेचना प्रचलित है. हालांकि एसएसपी का कहना है कि मौके पर पूर्ण शांति है. पुलिस फोर्स लगाया गया है. इसमें साक्ष्यों के आधार पर विधिक कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं.
घटना को लेकर हिंदूवादी संगठनों में रोष है. सोमवार को थाने के सामने ही दूसरे समुदाय के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर हिंदूवादियों ने प्रदर्शन उग्र किया. हालांकि हिंदूवादियों के समर्थन में भाजपा के मंडल अध्यक्ष अनुराग ठाकुर, व्यापारी नेता पंकज महेश्वरी, नगर पंचायत अध्यक्ष डीएस भारती भी मौजूद रहे. धरना स्थल पर भाजपा सांसद सतीश गौतम और राजस्व मंत्री अनूप वाल्मीकि भी पहुंचे. प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग है कि घटना को लेकर जो भी अधिकारी जिम्मेदार है. उनको हटाये जाने की मांग की है. स्थानीय हिन्दू समुदाय ने जय श्री राम के नारे लगाकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. इस दौरान भाषण बाजी में वक्ता मर्यादा से आगे बोलते रहे. कार्रवाई की मांग को लेकर महर्षि दयानंद एजुकेशन ग्रुप के डायरेक्टर ठाकुर गोविंद सिंह चौहान ने कहा कि अब ईट से ईट बजाई जाएगी और याचना नहीं अब रण होगा. यह धरना तो नाम का है आगे युद्ध होगा.
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दोषी को बक्शा नहीं जाएगा
इस घटना के बाद अलीगढ़ सांसद सतीश गौतम और राजस्व मंत्री अनूप प्रधान की घटना स्थल पर पहुंचे. इस दौरान सांसद सतीश गौतम ने कहा कि भगवान राम की बारात पर जिन्होंने उत्पाद मचाया है. ऐसा कोई भी व्यक्ति बक्शा नहीं जाएगा. मुकदमा दर्ज होगा. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. राजस्व मंत्री अनूप बाल्मीकि ने कहा कि जब विशेष समुदाय का ताजिया निकलता है तो उसमें हिंदू समाज बढ़ चढ़कर भाग लेकर ताजिया निकलवाने का काम करता है. तो निश्चित रूप से दूसरे समुदाय की भी भागीदारी होनी चाहिए कि भगवान राम की बारात में सहयोग करना चाहिए था.
योगी आदित्यनाथ की सरकार सभी वर्गों को सम्मान दे रही है.
राजस्व मंत्री अनूप वाल्मीकि ने कहा कि जो भी दोषी होगा. उसके खिलाफ निष्पक्षता से जांच कर कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार में भगवान राम की बारात अब नहीं निकलेगी तो कब निकलेगी. योगी आदित्यनाथ की सरकार सभी वर्गों को सम्मान दे रही है. सभी को साथ लेकर चल रही है. जो भी दोषी है. उनके खिलाफ मुकदमा लिखा जाएगा. कोई कितना भी बड़ा अपराधी क्यों न हो, अपराध करने की छूट किसी को नहीं है. उस पर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि हम सबको भी मर्यादा में रहना चाहिए. अगर कोई अधिकारी घटना में दोषी है. तो उस पर भी निश्चित कार्रवाई होगी.
दरोगा ने हिन्दू-मुस्लिम भी़ड पर दर्ज कराया मुकदमा
घटना को लेकर पुलिस की तरफ से दरोगा जितेंद्र कुमार ने मुकदमा दर्ज कराया है. जिसमें दोनों समुदाय की भीड़, जिसका नाम-पता अज्ञात है. दर्ज कराया है. जितेंद्र कुमार ने तहरीर में कहा है कि राम बारात शोभा यात्रा में शामिल व्यक्तियों के द्वारा निर्धारित रूट से शोभायात्रा न ले जाकर उसका मार्ग परिवर्तन किया गया. राम बारात को मेन रोड से होते हुए ले जाने लगे. जिसे दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा मार्ग परिवर्तन का विरोध किया गया. दूसरे समुदाय ने राम बारात को विगत वर्ष की भांति निर्धारित मार्ग से ले जाने के लिए कहने लगे. जिसे अन्य लोगों द्वारा आपत्ति और विरोध प्रकट किया गया. जिसके फलस्वरुप दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और एक दूसरे को गाली गलौज देते हुए जान से मारने की धमकी देने लगे. वही, देखते ही देखते दोनों पक्षों में इसी बात को लेकर झड़प और खींचतान शुरू हो गई. जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया. जिससे अफरा तफरी मच गई और लोक शांति भंग हो गई. दोनों पक्ष उत्तेजित होकर एक दूसरे पर हमला करने लगे . दरोगा जितेंद्र कुमार ने तहरीर में लिखा है कि विष्णु नामक व्यक्ति घटना में घायल है जिनको उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया. वहीं शांति व्यवस्था पर मौके पर एसडीएम गभाना व क्षेत्राधिकारी गभाना लोगों को समझने का प्रयास किया, लेकिन लोग नहीं माने. दरोगा जितेंद्र कुमार ने तहरीर देते हुए धारा 147, 148, 149, 188, 336, 323, 504, 506 भारतीय दंड विधान के अंतर्गत अपराध बताया है और दोनों समुदाय के अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया है.