झारखंड : रामगढ़ के राम दयाल महतो के सड़क किनारे पौधे लगाने का जुनून, अब तक 400 से अधिक पेड़ लगाये

पेड़ वाले चाचा की मुरीद रामगढ़ के मांडू प्रखंड के लोग आज भी हैं. सड़क किनारे 400 से अधिक फलदार पौधे लगाये, ताकि भविष्य में लोगों को छाया मिले और खाने के लिए फल नसीब हो. इसी सोच को लेकर हर दिन पेड़ लगाने निकल पड़ते हैं लईयो दक्षिणी पंचायत के गोसी बस्ती निवासी 83 वर्षीय बुजुर्ग राम दयाल महतो.

By Prabhat Khabar News Desk | June 6, 2023 6:17 AM

केदला (रामगढ़), वकील चौहान : रामगढ़ जिला अंतर्गत मांडू प्रखंड की लईयो दक्षिणी पंचायत के गोसी बस्ती निवासी 83 वर्षीय बुजुर्ग राम दयाल महतो गोसी जाने वाले सड़क किनारे पौधा लगा कर इतिहास रच रहे हैं. इन्होंने करीब दो किलोमिटर तक गोसी बस्ती जाने वाले मार्ग के किनारे पांच साल में 80 आम के पौधे, कटहल के 25 पौधे और महुआ के 300 पौधे लगाये हैं. लगाये हुए पौधों में अधिकांश पौधा पेड़ का आकर ले रहा है. इन्हे गोसी सहित आसपास के बस्ती के लोग पेड़ लगाने वाले चाचा के नाम से जाना जाते हैं.

लोग स्वस्थ और खुशहाल रहे

बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि हमारी सोच है कि गोसी बस्ती के आसपास इतना पेड़ लगा दें, ताकि आने वाले दिनों में नयी पीढ़ी के बच्चों को पर्यावरण की समस्या नहीं हो. हमारी मृत्यु हो जाने के बाद भी हमारा नाम क्षेत्र में अमर रहे. कहा कि हमारे द्वारा लगाये गये सभी पौधे फोरेस्ट की जमीन में है. आने वाले दिनों में परिवार के सदस्य इस पर दावा नहीं कर सकते. सड़क के किनारे फलदार पौधा लगाने का मुख्य उदेश यह भी है कि इस मार्ग से आने-जाने वाले राहगीरों को भविष्य में खाने के लिये फल नसीब होगा और गर्मी के दिनों में लोग पेड़ के नीचे बैठकर आराम करे सकेंगे. उन्होंने कहा कि जिस गांव और बस्ती में पेड़ और पौधा के संख्या ज्यादा है. वहां के लोग स्वस्थ व खुशहाल है.

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पौधा को बचाने के लिए रोजना चार से पांच घंटे करते हैं काम

राम दयाल महतो बुजुर्ग व्यक्ति हैं. काम करने की बदौलत वह काफी स्वस्थ और फुर्तिला हैं. हर दिन सुबह उठकर नित्य क्रिया के बाद टांगी लेकर पौधों की देखभाल के लिए निकल पड़ते हैं. पौधों को बचाने के लिए रोजाना चार से पांच घंटे की कड़ी मेहनत करते हैं. सड़क किनारे लगे पौधों को जानवार नुकसान नहीं करे, इसके लिए जंगल से बांस काट कर पौधों का घेराव करते हैं. अधिकांश पौधों का घेराव कर रखे हैं. पौधों को नियमित पानी देने का काम भी करते हैं.

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