Ram Mandir in Jharkhand: रांची में हैं चार राम मंदिर, एक 400 साल से भी ज्यादा पुराना
Ram Mandir In Jharkhand: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश के जाने-माने लोग प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए अयोध्या पहुंचेंगे. इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपील की है कि वे 22 जनवरी को अयोध्या आने का कार्यक्रम न बनाएं. जानें झारखंड के प्रसिद्ध राम मंदिर के बारे में...
Ram Mandir In Jharkhand: पूरा देश राममय है. भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है. इसको लेकर उत्तर प्रदेश ही नहीं, पूरे देश में उत्साह का माहौल है. अयोध्या के श्रीराम मंदिर में पूजित अक्षत का देश भर में वितरण हो रहा है. विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता घर-घर जाकर अक्षत बांट रहे हैं. हर गांव और शहर के लोगों से अपील कर रहे हैं कि अपने-अपने इलाके के मंदिरों में 22 जनवरी 2024 को दीपोत्सव मनाएं. विशेष पूजा-अर्चना करें. भजन-कीर्तन का आयोजन करें. राजधानी रांची समेत पूरे झारखंड में माहौल भक्तिमय है. अयोध्या में बड़े पैमाने पर मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी है. सरयू के तट पर धार्मिक आयोजन शुरू हो चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश के जाने-माने लोग प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए अयोध्या पहुंचेंगे. इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपील की है कि वे 22 जनवरी को अयोध्या आने का कार्यक्रम न बनाएं. अपने आसपास के मंदिरों में जाकर भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना करें. आइए, हम आपको बताते हैं कि झारखंड में किन-किन जगहों पर राम मंदिर हैं, जहां आप जाकर भगवान श्रीराम के दर्शन कर सकते हैं.
400 साल से भी पुराना चुटिया का राम मंदिर
रांची का सबसे पुराना और भव्य राम मंदिर चुटिया में है. यह मंदिर 400 साल से भी अधिक पुराना है. कहा जाता है कि चैतन्य महाप्रभु भी इस मंदिर में आए थे. यहां ठहरे थे. यह मंदिर आस्था का केंद्र है. हर पर्व-त्योहार में यहां विशेष आयोजन होते हैं. दूर-दूर से श्रद्धालु यहां भगवान श्रीराम की पूजा करने के लिए आते हैं. अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले यहां भी कई तरह के आयोजन हो रहे हैं. मंदिर की आकर्षक साज-सज्जा की गई है. कहते हैं कि आज जिस जगह मंदिर है, वह कभी नागवंशी राजा रघुनाथ शाहदेव का महल हुआ करता था. उनकी महल के चारों ओर गुफाएं थीं. रानी के स्नान करने के लिए राधा कुंड था. भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य भक्त राजा रघुनाथ शाहदेव को भगवान ने स्वप्न में एक मंदिर का निर्माण कराने के लिए कहा. इसके बाद ही वर्ष 1687 में उन्होंने पत्थर के खूबसूरत मंदिर का निर्माण करवाया.
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इन तीन मंदिरों में भी उमड़ती है भीड़
चुटिया स्थित प्रसिद्ध मंदिर के अलावा झारखंड की राजधानी रांची में तीन और मंदिर हैं. एक मंदिर तपोवन में है, जो काफी प्रसिद्ध है. रामनवमी के दिन झारखंड के मुख्यमंत्री स्वयं यहां आयोजन में शामिल होते हैं. विभिन्न पर्व-त्योहारों पर इस मंदिर में भी विशेष आयोजन होते हैं. रांची का यह बेहद प्रसिद्ध मंदिर है. चौथा मंदिर नेपाल हाउस के पास है. ओवरब्रिज से नेपाल हाउस जाने के रास्ते में यह मंदिर पड़ता है, जहां रामनवमी, नवरात्र व अन्य पर्व-त्योहार के समय भक्तों की भीड़ उमड़ती है. इसके अलावा रांची के ही ओरमांझी प्रखंड में एक भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. जल्द ही इस मंदिर में भी श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा होगी.
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