धनबाद : 5100 दीयों से जगमग करेगा 47 साल पहले बना राम मंदिर जोड़ाफाटक, होंगे कई अनुष्ठान

मंदिर के पुजारी दिनेश शर्मा बताते हैं यहां राम लला की सेवा करते हुए 32 साल हो गये. ये हमारा भाग्य है कि 22 जनवरी को अयोध्या के रामलला मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव यहां मनायेंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | January 16, 2024 6:24 AM

धनबाद : कोयलांचलवासियों की आस्था का प्रतीक जाेड़ाफाटक राेड स्थित राम मंदिर की स्थापना 1977 में की गयी थी. धनबाद के राम मंदिराें में अपनी अलग पहचान रखने वाले इस मंदिर में संगमरमर से बनी भगवान की मूर्ति छह फीट ऊंची है. राजस्थान से लाकर स्थापित की गयी प्रभु श्री राम की मोहिनी मूरत भक्तों के हृदय में आस्था जगाती है. बायें हाथ में धनुष लिये दायें हाथ से भक्तों को आशीष देते भगवान श्री राम दर्शन देते हैं. इनकी मूरत की बायीं तरफ माता सीता विराजमान हैं. दायीं तरफ लक्ष्मण की मूर्ति और चरणाें के पास हनुमान बिराजमान हैं. खास बात यह है कि 37 साल पहले जब मंदिर बना था, ताे श्रीराम, सीता व हनुमान की मूर्ति स्थापित की गयी थी. 30 साल बाद लक्ष्मण की मूर्ति भी स्थापित की गयी.

रतिराम रिटोलिया ने कराया था मंदिर का निर्माण

राम मंदिर का निर्माण पुराना बाजार निवासी स्व रतिराम रिटाेलिया ने कराया था. इनके पाेते पुरुषाेत्तम रिटाेलिया बताते हैं कि दादा जी धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे. पांच दशक पहले श्रीराम मंदिर बनाने का संकल्प लिया था. जब मंदिर का जब निर्माण शुरू हुआ, ताे खुद भी ईंट ढोया. इस दौरान वह चोटिल भी हो गये थे. उन्हें अस्पताल में एडमिट किया गया. कुछ दिन एडमिट रहने के बाद प्रभु राम का नाम लेते उन्होंने प्राण त्याग दिया. श्रीराम मंदिर में राम दरबार के अलावा मां दुर्गा, लक्ष्मी-नारायण, राधा-कृष्ण, शिव परिवार व मां सरस्वती की मूर्ति विराजमान है.

चौथी पीढ़ी कर रही सेवा

मंदिर का निर्माण करनेवाले स्व रति राम रिटोलिया के पोते पुरुषोत्तम रिटोलिया व परपोते रोहित रिटोलिया मंदिर का संचालन कर रहे हैं. तीसरी व चौथी पीढ़ी ने मंदिर में भक्ति का अलख जलाये रखा है. उन्होंने बताया कि 22 जनवरी की सुबह छह बजे से 12 घंटे का अखंड हरिकीर्तन हाेगा. दिन भर भक्ति कार्यक्रम होंगे. संध्या में 5100 दीप जलाकर दीपावली मनायी जायेगी. पूरा मंदिर दीयों से रौशन किया जायेगा. प्रभु राम का भव्य शृंगार किया जायेगा. बुंदिया का सवामनी का भाेग लगाया जायेगा. पूरे मंदिर काे रंगबिरंगी आकर्षक लाइट से सजाया जायेगा. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की खुशी में रात में भक्तों द्वारा आतिशबाजी की जायेगी. रामललामंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव मनाया जायेगा.

सालों भर होते हैं है धार्मिक अनुष्ठान

राम मंदिर में सालों भर धार्मिक अनुष्ठान होते रहते हैं. प्रतिदिन संध्या में महिला भजन मंडली भजन कीर्तन करती है. पुजारी दिनेश शर्मा ने बताया कि श्रीराम मंदिर में प्रत्येक साल रामनवमी के समय राम जन्मोत्सव धूम धाम से मनाया जाता है. राम विवाह, देव दीपावली व अन्नकूट पर्व का आयाेजन हाेता है. चैत्र व शारदीय नवरात्रि की पूजा धूमधाम से होती है. चैत्र प्रतिपदा पर भारत माता की आरती उतारी जाती है. रामनवमी, नवरात्रि समेत देव दीपावली धूमधाम से मनायी जाती है.

32 साल से सेवा दे रहे मंदिर के पुजारी दिनेश शर्मा

मंदिर के पुजारी दिनेश शर्मा बताते हैं यहां राम लला की सेवा करते हुए 32 साल हो गये. ये हमारा भाग्य है कि 22 जनवरी को अयोध्या के रामलला मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव यहां मनायेंगे. मन बहुत हर्षादित है. प्रतिदिन कुछ न कुछ कार्यक्रम मंदिर में हो रहे हैं. निसान चढ़ाये जा रहे हैं, वहीं महिला मंडली भजन गाकर प्रभु को भक्ति समर्पित कर रही हैं.

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