Ram Navami : सरायकेला-खरसावां में 31 मार्च को निकलेगा रामनवमी जुलूस, भारी वाहनों की No Entry
सरायकेला-खरसावां में रामनवमी की धूम है. शुक्रवार को रामनवमी जुलूस निकलेगा. इसको लेकर दोपहर दो बजे से रात 11 बजे तक भारी वाहनों की नो एंट्री रहेगी. वहीं, खरसावां के विभिन्न हनुमान मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना हुई.
Ram Navami 2023: सरायकेला-खरसावां जिले में शुक्रवार 31 मार्च, 2023 को विभिन्न अखाड़ा समितियों की ओर से रामनवमी शोभायात्रा (जुलूस) निकाली जायेगी. इसको देखते हुए जिला परिवहन पदाधिकारी दिनेश रंजन ने शुक्रवार दोपहर दो बजे से रात 11 बजे तक भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने का निर्देश जारी किया है. वहीं, महानवमी के दिन गुरुवार को खरसावां के विभिन्न हनुमान मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की गयी.
सरायकेला में भारी वाहनों की नो एंट्री
जिला परिवहन पदाधिकारी दिनेश रंजन के मुताबिक, रामनवमी की शोभायात्रा को देखते हुए शुक्रवार को शहर में भारी वाहनों की नो एंट्री रहेगी. भारी वाहनों का परिचालन आदित्यपुर-खरकई ब्रिज से कांड्रा टोल प्लाजा तक पूरी तरह से वर्जित रहेगा. हालांकि, बस, छोटे वाहन, एंबुलेंस समेत अन्य आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले वाहन नो एंट्री से मुक्त रहेंगे.
खरसावां के विभिन्न हनुमान मंदिरों में हुई विशेष पूजा अर्चना
वहीं, गुरुवार की सुबह खरसावां के विभिन्न हनुमान मंदिर में रामनवमी की पूजा की गयी. पुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ बजरंगबली की पूजा करते हुए पुष्पांजलि अर्पित किया. साथ ही महावीरी झंडा लगाये गये. खरसावां के तलसाही, कुम्हारसाही, दितसाही, बेहरासाही, आमदा, बुरुडीह, हरिभंजा, हनुमान वाटिका समेत विभिन्न क्षेत्रों में सुबह करीब 10 बजे रामनवमी की पूजा की गयी. जानकारी के अनुसार, खरसावा-कुचाई के 50 से अधिक गांवों में बजरंगबली की पूजा की गयी. पूजा के बाद लोगों में प्रसाद का वितरण किया गया. इसके अलावे खरसावां के अधिकांश हिंदू घरों में भी महावीरी पताका लगाया गया. हनुमान वाटिका स्थित 44 फीट ऊंची बजरंगबली की प्रतिमा के सामने भी पूजा अर्चना की गयी. साथ ही हवन पूजन कर आरती उतारी गयी.
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खरसावां में शुक्रवार को निकलेगी रामनवमी का जुलूस
खरसावां में शुक्रवार को रामनवमी का जुलूस निकलेगी. इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है. शुक्रवार की दोपहर दो बजे के बाद से ही खरसावां के बेहरासाही, कुम्हारसाही, तलसाही, दितसाही, मांदरुसाई और पदमपुर अखाड़ा की ओर से जुलूस निकाला जायेगा. खरसावां के रामनवमी जुलूस में सभी आखाड़े के सदस्य शामिल होंगे. रामनवमी जुलूस हर साल की भांति इस साल भी अपने पूर्व निर्धारित रुट पर निकलेगी. रामनवमी पर शोभायात्रा में पारंपरिक करतब (खेल) दिखाये जायेंगे. रामनवमी के मौके पर लाठी के साथ-साथ विभिन्न औजारों से करतब दिखाया जायेगा. इसको लेकर पिछले एक सप्ताह से विभिन्न अखाड़ों के सदस्य अभ्यास में जुटे हैं.
रामनवमी जुलूस को लेकर भगवा रंग से रंगा खरसावां
रामनवमी को लेकर खरसावां के विभिन्न चौक-चौराहों में भगवा रंग के महावीरी झंडे लगाये गये हैं. खरसावां भगवामय हो गया है. बताया जाता है कि खरसावां में रामनवमी का जुलूस निकालने की परंपरा 60 के दशक में शुरू हुई. इसके बाद हर साल यहां रामनवमी का जुलूस पूरे उत्साह के साथ निकलती है. खरसावां में रामनवमी का जुलूस शहर का परिक्रमा करते हुए चांदनी चौक के पास समाप्त होगी. खरसावां में आपसी सौहार्द और भाईचारे के साथ रामनवमी का जुलूस निकलता है.