Ramcharitmanas Chaupai Benefits: गोस्वामी तुलसीदास रचित श्री रामचरितमानस एक आदर्श ग्रंथ है. रामचिरतमानस के नियमित पाठ से मानसिक शांति मिलने के साथ-साथ समस्त विघ्न भी मिट जाते हैं. रामचरितमानस की बात करें तो राम शब्द 1443 बार और सीता शब्द 147 बार आता है. श्लोकों की संख्या 27, चौपाई की संख्या 4608, दोहों की संख्या 1074, सोरठों की संख्या 207 तथा श्लोकों की संख्या 86 है. माना जाता है कि रामचरितमानस की चौपाई के जप से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. रामनवमी के पावन अवसर पर कुछ ऐसी चौपाइयों के प्रयोग से जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति पाई जा सकती है.
यहां हम ऐसे ही कुछ दोहों और चौपाइयों की बात करेंगे, जिनके पाठ से विशेष लाभ होता है. इन चौपाइयों को हनुमान चालीसा के साथ भी पढ़ा जा सकता है. चौपाई का कम से कम 108 जाप अवश्य करें.
‘जे सकाम नर सुनहिं जे गावहिं।
सुख संपत्ति नानाविधि पावहिं।।
‘कवन सो काज कठिन जग माही।
जो नहीं होइ तात तुम पाहीं।।
बिस्व भरन पोषन कर जोई।
ताकर नाम भरत असहोई।।
बयरू न कर काहू सन कोई।
रामप्रताप विषमता खोई।।
रामकथा सुन्दर कर तारी।
संशय बिहग उड़व निहारी।।
मामभिरक्षय रघुकुल नायक।
धृतवर चाप रुचिर कर सायक।।
सुनि प्रभु वचन हरष हनुमाना।
सरनागत बच्छल भगवाना।।
राजीव नयन धरें धनु सायक।
भगत बिपति भंजन सुखदायक।।
दैहिक दैविक भौतिक तापा।
राम राज नहिं काहुहिं ब्यापा।।